पब्लिश्ड 21:20 IST, January 31st 2025
Budget 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लगातार 8वां बजट करेंगी पेश, शेयर बाजार की रहेगी नजर; भारी उतार-चढ़ाव के संकेत
स्थानीय शेयर बाजार में तेजी का सिलसिला शुक्रवार को चौथे दिन भी जारी रहा और बीएसई सेंसेक्स 741 अंक चढ गया, जबकि एनएसई निफ्टी 23,500 अंक का स्तर पार कर गया।

Union Budget 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक फरवरी को पेश होने वाले पूर्ण बजट को अंतिम रूप दे दिया है। निर्मला सीतारमण इस बार लगातार 8वां आम बजट पेश करने के साथ इतिहास बनाने के लिए तैयार हैं। इस बार के बजट में उन्हें कई चुनौतियों का समाधान करना होगा, जिसमें आर्थिक वृद्धि में कमी, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी और उपभोग मांग में कमी शामिल है।
यह बजट ऐसे समय में आएगा जब चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर घटकर चार साल के निचले स्तर 6.4 प्रतिशत पर आने का अनुमान है। बजट की खबरों के बीच स्थानीय शेयर बाजार में तेजी का सिलसिला शुक्रवार को चौथे दिन भी जारी रहा और बीएसई सेंसेक्स 741 अंक चढ गया, जबकि एनएसई निफ्टी 23,500 अंक का स्तर पार कर गया। शेयर बाजार बजट की वजह से शनिवार को भी खुला रहेगा और भारी उतार-चढ़ाव के संकेत हैं।
शनिवार को खुला रहेगा शेयर मार्केट
इस बार बजट शनिवार को पेश हो रहा है और आमतौर पर शेयर बाजार शनिवार और रविवार को बंद रहता है। बजट पेश होने के चलते NSE और BSE ने घोषणा की है कि 1 फरवरी, 2025 को शनिवार के दिन भी दोनों एक्सचेंजों में सामान्य ट्रेडिंग होगी। भारत के इतिहास में यह तीसरी बार होगा, जब बजट के दिन शनिवार को भी शेयर बाजार के सभी मुख्य सेगमेंट में सामान्य ट्रेडिंग होगी। इससे पहले 1 फरवरी, 2020 और 28 फरवरी 2015 को बजट शनिवार के दिन पेश हुआ था और शेयर बाजार खुला रहा था।
आर्थिक वृद्धि दर 6.3 - 6.8 प्रतिशत का अनुमान
शुक्रवार को संसद में पेश आर्थिक समीक्षा 2024-25 में अनुमान जताया गया है कि मजबूत बुनियाद, सूझ-बूझ वाली राजकोषीय मजबूती की रूपरेखा और निजी खपत बने रहने के साथ देश की आर्थिक वृद्धि दर वित्त वर्ष 2025-26 में 6.3 प्रतिशत से 6.8 प्रतिशत रह सकती है। आर्थिक समीक्षा से यह संकेत मिलता है कि बजट आर्थिक वृद्धि को गति देने वाला होगा और इससे बाजार में तेजी की उम्मीद है।
वित्त मंत्री द्वारा दोनों सदनों में पेश आर्थिक समीक्षा 2024-25 में अनुमान लगाया गया है कि वित्त वर्ष 2025-26 में भारत की GDP वृद्धि दर 6.3-6.8 प्रतिशत रहेगी, जो विकसित राष्ट्र बनने के लिए आवश्यक वृद्धि दर से काफी कम है। आर्थिक समीक्षा में वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए भूमि और श्रम जैसे क्षेत्रों में विनियमन और सुधारों की आवश्यकता बताई गई है।
इसने संकेत दिया कि भारत की विश्वस्तरीय वृद्धि धीमी पड़ रही है तथा 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जरूरी आठ प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल करने के लिए अभी और काम करने की आवश्यकता है।
(भाषा इनपुट के साथ)
अपडेटेड 21:20 IST, January 31st 2025