पब्लिश्ड 19:36 IST, February 1st 2025
'नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली!', बजट पर इतने बेरुखे क्यों हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे?
Budget 2025: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बजट पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने इस बजट को लोगों की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास बताया है।

Union Budget 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जब मोदी सरकार की योजनाओं की पोटली खोली, तो आम और खास लोगों के लिए खुशियों का खजाना निकल आया। हर बजट में मिडिल क्लास अपनी राहत की चीजें देखता रहा है, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि मिडिल क्लास को बजट में सबसे बड़ी राहत दी गई है। पीएम मोदी ने इस बजट को भारतीयों के सपनों को पूरा करने वाला बताया और कहा- सरकारी खजाने की बजाय नागरिकों की जेब भरने वाला बजट है।
एक तरफ जहां मोदी सरकार के बजट ने मिडिल क्लास को टैक्स में छूट देकर बड़ी राहत दी, तो वहीं दवाइयों से लेकर रोजमर्रा की चीजों को सस्ता कर सोने पर सुहागा कर दिया। सत्ता पक्ष और मिडिल क्लास जहां बजट से खुश है, तो वहीं विपक्ष को सरकार का बजट नहीं भाया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बजट पर सवाल खड़े किए हैं। खड़गे ने BJP पर निशाना साधते हुए कहा है कि पूरा देश महंगाई और बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहा है, पर मोदी सरकार झूठी तारीफ बटोरने पर उतारू है। बजट पर खड़गे ने कहा- एक मुहावरा इस बजट पर बिलकुल सटीक बैठता है - नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली!
इतने बेरुखे क्यों हुए खड़गे?
हर बजट के बाद उसे विपक्ष की तरफ से नकारा जाना कोई नई बात नहीं है। हर सरकार में ये देखने को मिलता है कि विपक्ष बजट पर सवाल खड़े करता है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस बजट को घोषणावीर बजट बजट बताया है। उन्होंने अपने X पोस्ट में लिखा-
- युवाओं के लिए कुछ नहीं है
- महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कुछ ऐसा नहीं निकला
- खेती के सामान पर GST दर में कोई रियायत नहीं
- दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग, गरीब और अल्पसंख्यक बच्चों के स्वास्थ, शिक्षा, स्कॉलरशिप की कोई योजना नहीं
- प्राइवेट इनवेस्टमेंट कैसे बढ़ाना है, उसके लिए कोई रिफॉर्म का कदम नहीं है
- एक्सपोर्ट और टैरिफ पर दो-चार सतही बातें कहकर विफलताओं को छिपाया
- गरीब की आय को बढ़ाने के लिए कुछ नहीं किया
- लगातार गिरते कंजप्शन पर एक भी कदम नहीं उठाया गया
- महंगाई कि बावजूद मनरेगा का बजट वही है। श्रमिकों को आय बढ़ाने के लिये कुछ नहीं किया।
- GST के मल्टीपल रेट्स में कोई सुधार नहीं
- बेरोजगारी को कम करने के लिए, नौकरियां बढ़ाने की कोई बात नहीं
- स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया, स्किल इंडिया, ये सभी योजनाएं बस घोषणा साबित हुईं
किस विभाग को किसे कितना आवंटन?
- 4,91,732 लाख करोड़ (रक्षा मंत्रालय)
- 2,66,817 लाख करोड़ (ग्रामीण विकास)
- 2,33,211 लाख करोड़ (गृह मंत्रालय)
- 1,71,431 लाख करोड़ (कृषि)
- 1,28,650 लाख करोड़ (शिक्षा)
- 98,311 लाख करोड़ (स्वास्थ्य)
- 96,777 लाख करोड़ (शहरी विकास)
- 95,298 लाख करोड़ (आईटी टेलीकॉम)
- 81,174 लाख करोड़ (ऊर्जा)
- 65,553 लाख करोड़ (वाणिज्य और उद्योग)
- 60,052 लाख करोड़ (सोशल वेलफेयर)
- 55,679 लाख करोड़ (विज्ञान विभाग)
मोदी सरकार ने इस बजट में युवा, महिला, बुजर्गों और व्यापारियों सभी का ध्यान रखा है। जिससे हर क्षेत्र में लोगों का विकास हो सके। एक तरफ सरकार ने महंगाई और टैक्स के मोर्चे पर बड़ी राहत दी, तो वहीं रोजमर्रा के सामानों को सस्ता कर गरीबों और मीडिल क्लास को खुश कर दिया।
अपडेटेड 19:43 IST, February 1st 2025