अपडेटेड 14 February 2025 at 12:25 IST
Reciprocal Tariffs: क्या है 'जैसे को तैसा' टैक्स? जिसे ट्रंप ने भारत समेत सभी देशों पर लगाया तो दुनिया में बढ़ी आर्थिक टेंशन
डोनाल्ड ट्रंप के नई टैरिफ नीति से साफ है कि अमेरिका किसी देश से आयात चीजों वही टैक्स लगाएगा, जो ये देश अमेरिका से आयात सामान पर लगाते हैं।
Donald Trump Reciprocal Tariffs: डोनाल्ड ट्रंप के नए फैसले ने दुनिया की नींद उड़ा दी है। अमेरिका में दूसरी बार राष्ट्रपति बने डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ को लेकर 'जैसे को तैसा' वाली नीति अपनाई है। गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रेसिप्रोकल (पारस्परिक) टैरिफ नीति की घोषणा की। इस घोषणा का भारत समेत वैश्विक प्रभाव पड़ेगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, 'व्यापार के मामले में निर्णय लिया है कि निष्पक्षता के उद्देश्य से रेसिप्रोकल टैरिफ लगाऊंगा।' मतलब ये कि जो भी देश संयुक्त राज्य अमेरिका से शुल्क लेते हैं, अमेरिका भी उनसे शुल्क लेगा, जो न अधिक होगा और न कम होगा। ट्रंप ने कहा कि वो (अन्य देश) टैक्स और टैरिफ लगाते हैं। ये बहुत सरल है कि हम उनसे बिल्कुल वैसा ही टैक्स और टैरिफ लगाएंगे।
भारत के लिए क्यों परेशानी की बात?
डोनाल्ड ट्रंप की नई टैरिफ नीति का भारत पर असर इसलिए पड़ेगा कि अमेरिकी उत्पादों पर ज्यादा टैक्स लगाने वाले देशों में भारत भी शामिल है। एएनआई के मुताबिक, पहले डोनाल्ड ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने के अपने इरादों पर चर्चा करते हुए कहा कि 'भारत में लगभग किसी भी अन्य देश की तुलना में अधिक टैरिफ हैं।' ट्रंप ने ये टिप्पणी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान की, जिसमें उनसे टेस्ला के सीईओ एलन मस्क की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बारे में पूछा गया था। अहम ये है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात से कुछ समय पहले ही डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ लगाने के प्लान पर हस्ताक्षर किए। फिलहाल भारत के अलावा दुनिया के अन्य देशों को भी इससे टेंशन होने वाली है।
डोनाल्ड ट्रंप ने पहले चीन को भी दिया झटका
हालांकि डोनाल्ड ट्रंप इसके पहले चीन, कनाडा और मेक्सिको को टेंशन दे चुके हैं। ट्रंप के शुरुआत में घोषित टैरिफ में कनाडाई और मैक्सिकन आयात पर 25 प्रतिशत के अलावा चाइनीज आइट्स पर अतिरिक्त 10 प्रतिशत शुल्क भी शामिल रहा। कनाडा और मेक्सिको अमेरिका के दो सबसे बड़े व्यापारिक साझेदार भी हैं। दोनों देशों पर नए टैरिफ 30 दिनों के लिए निलंबित रहने के बाद मार्च में प्रभावी हो सकते हैं।
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 14 February 2025 at 12:25 IST