अपडेटेड 18 August 2025 at 14:36 IST
पहली बार में तू-तू मैं-मैं तक आ गई थी नौबत... ट्रंप-जेलेंस्की मुलाकात में आज बनेगी बात या फिर... दुनिया की टिकी निगाहें
Trump-Zelenskyy meeting: 28 फरवरी के उस मामले को कोई नहीं भूल सकता, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की के बीच चल रही बैठक तू तू-मैं मैं तक पहुंच गई थी।
Trump-Zelenskyy meeting: 28 फरवरी के उस मामले को कोई नहीं भूल सकता, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की के बीच चल रही बैठक तू तू-मैं मैं तक पहुंच गई थी। अब एक बार फिर जेलेंस्की व्हाइट हाउस में रूस-यूक्रेन युद्ध के मुद्दे पर बातचीत करने के लिए जाने वाले हैं। हालांकि, अबकी बार भी जेलेंस्की का फायर मोड ऑन है।
आपको बता दें कि उन्होंने वाशिंगटन में लैंड करते ही ये साफ कर दिया है कि ये युद्ध पुतिन ने शुरू किया है, तो इसका अंत भी वही करेंगे। इसके अलावा एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने ट्रंप के उस बयान का जवाब भी दिया है, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति ने शांति वार्ता के लिए यूक्रेन का एक हिस्सा रूस को देने की बात की थी।
फरवरी में क्या हुआ था?
फरवरी में जब जेलेंस्की व्हाइट हाउस के दौरे पर पहुंचे थे, तब अमेरिकी मेजबानों ने उन्हें सिर्फ फटकारा ही नहीं, बल्कि उन्हें बिना लंच कराए व्हाइट हाउस छोड़ने के लिए भी कह दिया। इस अपमान को पूरी दुनिया ने देखा, और इसके लिए जेलेंस्की की तारीफ भी की गई थी कि उन्होंने ट्रंप के सामने झुकना मंजूर नहीं किया।
आपको बता दें कि ट्रंप ने उनके कपड़ों पर भद्दा कमेंट किया था, उनकी कूटनीति पर सवाल उठाए थे, और बाद में बयान दिया कि ये एक अच्छा टेलीविजन शो होगा। जेलेंस्की एक बार फिर ट्रंप से मिलने वाशिंगटन पहुंच गए हैं, लेकिन इस बार उनके साथ यूरोपीय नेताओं का एक बड़ा संख्या बल भी है।
फायर मोड में हैं जेलेंस्की
वाशिंगटन पहुंचते ही जेलेंस्की ने एक्स पर लिखा, 'मैं वाशिंगटन पहुंच चुका हूं। कल मैं राष्ट्रपति ट्रंप से मिलूंगा। कल हम यूरोपीय नेताओं से भी बात करेंगे। मैं निमंत्रण के लिए ट्रंप का आभारी हूं। हम सभी इस युद्ध को शीघ्र और विश्वसनीय रूप से समाप्त करने की प्रबल इच्छा रखते हैं, और शांति स्थायी होनी चाहिए। ऐसा नहीं है जैसा वर्षों पहले हुआ था, जब यूक्रेन को क्रीमिया और हमारे पूर्वी हिस्से—डोनबास के एक हिस्से—को छोड़ने के लिए मजबूर किया गया था और पुतिन ने इसे एक नए हमले के लिए एक मंच के रूप में इस्तेमाल किया था। या जब 1994 में यूक्रेन को तथाकथित "सुरक्षा गारंटी" दी गई थी, लेकिन वे कारगर नहीं रहीं।'
जेलेंस्की ने आगे लिखा कि बेशक, क्रीमिया को तब नहीं छोड़ा जाना चाहिए था, जैसे यूक्रेनियों ने 2022 के बाद कीव, ओडेसा या खार्किव को नहीं छोड़ा। यूक्रेनियन अपनी ज़मीन के लिए, अपनी आज़ादी के लिए लड़ रहे हैं। अब, हमारे सैनिकों को डोनेट्स्क और सूमी क्षेत्रों में सफलता मिली है। मुझे विश्वास है कि हम यूक्रेन की रक्षा करेंगे, प्रभावी रूप से सुरक्षा की गारंटी देंगे, और हमारे लोग राष्ट्रपति ट्रंप, अमेरिका में सभी लोगों, और हर साझेदार और सहयोगी के समर्थन और अमूल्य सहायता के लिए हमेशा आभारी रहेंगे। रूस को यह युद्ध समाप्त करना ही होगा, जिसकी शुरुआत उसने खुद की थी। और मुझे उम्मीद है कि अमेरिका और हमारे यूरोपीय मित्रों के साथ हमारी संयुक्त शक्ति रूस को वास्तविक शांति की ओर धकेलेगी।'
जेलेंस्की के साथ कौन-कौन होगा?
आज जेलेंस्की के साथ फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज, ब्रिटेन के पीएम कीर स्टार्मर, इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी, फिनलैंड के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर स्टब और यूरोपीय संघ की प्रमुख उर्सला वान डेर लिएन भी डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगी।
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 18 August 2025 at 14:36 IST