अपडेटेड 9 October 2025 at 18:06 IST

चीनी लड़की से यौन संबंध बनाने की भूल कर बैठा अधिकारी, US राजनयिक को ट्रंप ने निकाला, कहा- बर्दाश्त नहीं करेंगे चीनियों के साथ नैन-मटक्का

अमेरिका के विदेश विभाग ने बुधवार को कहा कि उसने एक अमेरिकी राजनयिक को बर्खास्त कर दिया है। राजनयिक ने एक चीनी महिला के साथ अपने प्रेम संबंधों की बात स्वीकार की थी।

Donald Trump | Image: AP

अमेरिका के विदेश विभाग ने बुधवार को कहा कि उसने एक अमेरिकी राजनयिक को बर्खास्त कर दिया है। राजनयिक ने एक चीनी महिला के साथ अपने प्रेम संबंधों की बात स्वीकार की थी, जिसके कथित तौर पर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से संबंध हैं।

ऐसा माना जा रहा है कि यह पिछले साल के अंत में बाइडेन प्रशासन द्वारा लागू किए गए ऐसे संबंधों पर प्रतिबंध का उल्लंघन करने के लिए अपनी तरह की पहली बर्खास्तगी है।

एसोसिएटेड प्रेस ने इस साल की शुरुआत में बताया था कि डेमोक्रेट जो बाइडेन के राष्ट्रपति कार्यकाल के अंतिम दिनों में विदेश विभाग ने चीन में सभी अमेरिकी सरकारी कर्मियों, साथ ही उनके परिवार के सदस्यों और सुरक्षा मंजूरी वाले ठेकेदारों पर चीनी नागरिकों के साथ किसी भी प्रकार के प्रेम या यौन संबंध बनाने पर प्रतिबंध लगा दिया था।

विदेश विभाग के प्रवक्ता ने क्या कहा?

विदेश विभाग के प्रवक्ता टॉमी पिगॉट ने एक बयान में कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और विदेश मंत्री मार्को रुबियो द्वारा मामले की समीक्षा करने और यह निर्धारित करने के बाद कि राजनयिक ने "चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से ज्ञात संबंधों वाली एक चीनी नागरिक के साथ अपने प्रेम संबंध छिपाने की बात स्वीकार की थी," संबंधित राजनयिक को विदेश सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।

पिगोट ने कहा, "सचिव रुबियो के नेतृत्व में, हम ऐसे किसी भी कर्मचारी के प्रति शून्य-सहिष्णुता की नीति बनाए रखेंगे जो हमारे देश की राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर करता हुआ पाया जाएगा।"

राजनयिक की पहचान नहीं बताई गई

बयान में राजनयिक की पहचान नहीं बताई गई, लेकिन वह और उसकी प्रेमिका रूढ़िवादी नेता जेम्स ओ'कीफ द्वारा ऑनलाइन पोस्ट किए गए एक सीक्रेट वीडियो में दिखाई दिए थे।

बीजिंग में चीनी सरकार के प्रवक्ता ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यह अमेरिका का घरेलू मामला है। विदेश मंत्रालय के गुओ जियाकुन ने एक दैनिक ब्रीफिंग में कहा, "लेकिन मैं इस बात पर जोर देना चाहूंगा कि हम वैचारिक मतभेदों के आधार पर रेखाएं खींचने और चीन को दुर्भावनापूर्ण रूप से बदनाम करने का विरोध करते हैं।"

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Published By : Kunal Verma

पब्लिश्ड 9 October 2025 at 18:06 IST