अपडेटेड 6 July 2025 at 07:16 IST

Elon Musk: ट्रंप संग आर-पार के मूड में एलन मस्क, नई पार्टी के गठन का किया ऐलान; क्या रखा नाम और क्या है आगे का प्लान?

Elon Musk: अरबपति एलन मस्क, जो पहले डोनाल्ड ट्रंप के करीबी रहे हैं, उन्होंने नई राजनीतिक पार्टी बनाने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि ट्रंप का 'बिग ब्यूटीफुल बिल' अमेरिका को आर्थिक संकट में डाल देगा।

Elon Musk vs Donald Trump | Image: Republic

Elon Musk launches new political party: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप संग 'वन बिग ब्यूटीफुल' बिल को लेकर हुए विवाद के बाद टेस्ला CEO एलन मस्क ने बड़ा कदम उठाया। मस्क ने अपनी नई राजनीतिक पार्टी के गठन का ऐलान कर दिया है। उन्होंने एक्स पर इसकी घोषणा की। एलन मस्क ने अपनी पार्टी का नाम  'अमेरिका पार्टी' रखा है। उनका दावा है कि उनकी पार्टी अमेरिका के लोगों को एक पार्टी सिस्टम से मुक्ति दिलाएगी।

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लाया गया 'वन बिग ब्यूटीफुल' बिल कानून बन चुका है। मस्क शुरू से इसके विरोध में हैं और उन्होंने ऐलान किया था कि बिल पास हुआ तो वो अपनी नई राजनीतिक पार्टी बनाएंगें।

एलन मस्क ने नई पार्टी का किया ऐलान

अब एलन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए अपनी पार्टी के गठन की घोषणा की। उन्होंने लिखा, "आज America Party की स्थापना हो गई है, जिससे हम आपको आपकी आजादी लौटा सकें।" इस दौरान उन्होंने एक पोल को भी जोड़ा, जो उन्होंने अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस (4 जुलाई) के मौके पर पोस्ट किया था।

इस पोल में मस्क की ओर से लोगों से सवाल किया गया, "क्या आपको दो-दलीय सिस्टम से आजादी चाहिए? क्या हमें America Party बनानी चाहिए?" जिसमें 65.4% लोगों ने ‘हां’ और 34.6% ने ‘न’ में जवाब दिया। इसी का हवाला देते हुए एलन मस्क ने लिखा, "2:1 के अनुपात में जनता ने यह कहा है कि उनको नई पार्टी चाहिए और यह आपको मिल जाएगी। हम एक पार्टी के ऐसे शासन में जी रहे हैं, जो देश को बर्बादी और भ्रष्टाचार की ओर धकेल रही है। हम एक लोकतंत्र में नहीं हैं। आज, अमेरिका पार्टी का गठन आपको आपकी आजादी वापस दिलाने के लिए किया गया है।"

कानून बना 'वन बिग ब्यूटीफुल' बिल

बता दें कि 'वन बिग ब्यूटीफुल' बिल हाल ही में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हस्ताक्षर के बाद कानून बन गया है। इससे पहले इसे अमेरिकी संसद के दोनों सदनों से पास करा लिया गया था। यह बिल कर में बड़ी छूट और सरकारी खर्चों में कटौती के उद्देश्य से लाया गया है और इसे ट्रंप की आर्थिक नीति का केंद्रीय स्तंभ माना जा रहा है। इस बिल में टैक्स कटौती, सेना का बजट, रक्षा और ऊर्जा उत्पादन के लिए बढ़े हुए खर्च, साथ ही स्वास्थ्य और पोषण कार्यक्रमों में कटौती जैसे प्रमुख प्रावधान शामिल हैं।

ये बिल अवैध प्रवासियों के बड़े पैमाने पर डिपोर्टेशन के लिए खर्च बढ़ाने से भी जुड़ा है, जबकि अन्य विपक्षी का मानना है कि इस खर्च का असर देश के स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे क्षेत्रों पर पड़ने की संभावनाएं हैं। इसी बिल को लेकर उद्योगपति मस्क और ट्रंप के बीच रार चल रहा है। एलन मस्क समेत एक बड़ा वर्ग इस बिल के खिलाफ है और आलोचना कर रहा है।

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Published By : Ruchi Mehra

पब्लिश्ड 6 July 2025 at 07:16 IST