अपडेटेड 6 August 2025 at 17:54 IST

जिस पाकिस्तान से गलबहियां कर रहे ट्रंप, वही भड़का रहा रूस-यूक्रेन युद्ध; जेलेंस्की ने खोली पोल तो शहबाज के मुंह पर लग गया ताला

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने दावा किया कि उनके देश के सैनिक उत्तर-पूर्व में विभिन्न देशों से रूस द्वारा भर्ती किए गए विदेशी भाड़े के सैनिकों से लड़ रहे हैं।

डोनाल्ड ट्रंप-जेलेंस्की-शहबाज शरीफ | Image: AP

Zelenskyy on Pakistan: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने दावा किया कि उनके देश के सैनिक उत्तर-पूर्व में विभिन्न देशों से रूस द्वारा भर्ती किए गए विदेशी भाड़े के सैनिकों से लड़ रहे हैं और उन्होंने जवाब देने की कसम खाई है। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने सोमवार को खार्किव क्षेत्र में फ्रंट-लाइन के सैनिकों का दौरा किया, जहां उन्हें यह खबर मिली कि चीन, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान, पाकिस्तान और अफ्रीकी देशों के लड़ाके रूस के साथ हैं।

आपको बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पिछले कुछ दिनों से भारत के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं और टैरिफ की धमकी दे रहे हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने ये तक कह दिया कि भारत को यूक्रेन में मरने वालों की चिंता नहीं है और वो रूस की मदद कर रहा है। जेलेंस्की के दावों से ये तो साफ है कि डोनाल्ड ट्रंप अपने 'दोस्त' चुनने में 'मूर्ख' जैसी हरकतें कर रहे हैं। भारत को 'दुश्मन' बनाने पर तुले ट्रंप का इन दिनों पाकिस्तान प्रेम जागा है। वो कभी आसिम मुनीर को लंच पर बुलाते हैं तो कभी शहबाज शरीफ और पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों का गुणगान करते हुए नजर आते हैं, और अब रूस-यूक्रेन युद्ध में जेलेंस्की डायरेक्ट पाकिस्तान की भागीदारी का खुलासा कर रहे हैं।

ट्रंप ने क्या कहा था?

ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, "भारत न केवल भारी मात्रा में रूसी तेल खरीद रहा है, बल्कि खरीदे गए अधिकांश तेल को खुले बाजार में भारी मुनाफे पर बेच भी रहा है। उन्हें इस बात की कोई परवाह नहीं है कि रूसी युद्ध मशीन यूक्रेन में कितने लोगों की जान ले रही है। इस वजह से मैं भारत पर लगाए जाने वाले टैरिफ में काफी वृद्धि करूंगा। इस मामले पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद"

उत्तर कोरियाई सैनिक पहले से लड़ रहे

यह पहले से ही सामने आ चुका है कि रूस को अपने कुर्स्क क्षेत्र की रक्षा में हजारों उत्तर कोरियाई सैनिकों की सहायता मिली है, और यूक्रेन ने पहले ही मॉस्को पर चीनी लड़ाकों की भर्ती करने का आरोप लगाया है। हालांकि, इस आरोप का बीजिंग ने खंडन किया है। आपको बता दें कि जेलेंस्की द्वारा रूस के युद्ध प्रयासों में शामिल होने का आरोप लगाए गए अन्य देशों की ओर से कोई टिप्पणी नहीं अभी तक आई थी। ऐसे में उनके आरोपों को वेरीफाई नहीं किया जा सकता।

आपको बता दें कि लड़ाई जारी रहने के कारण रूसी और यूक्रेनी अधिकारियों ने हाल के महीनों में इस्तांबुल, तुर्की में कई बैठकें की हैं। जेलेंस्की ने रविवार को घोषणा की कि हालिया बैठक में 1,200 कैदियों की अदला-बदली पर सहमति बनी। उसी दिन, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उनके विशेष दूत स्टीव विटकॉफ यूक्रेन में युद्ध पर बातचीत जारी रखने के लिए रूस जाएंगे।

ट्रंप ने हाल ही में ये भी धमकी दी है कि अगर रूस जल्द ही यूक्रेन के साथ युद्धविराम समझौते पर नहीं पहुंचता है, तो वह उस पर "बेहद कड़े टैरिफ" लगा देंगे। ट्रंप ने अपनी शुरुआती 50 दिनों की समय सीमा को घटाकर 10-12 दिन कर दिया है।

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Published By : Kunal Verma

पब्लिश्ड 6 August 2025 at 17:54 IST