अपडेटेड 11 February 2025 at 09:30 IST
'पाकिस्तान में मुझे फांसी...' मार्क जुकरबर्ग के खुलासे से सनसनी, मोहम्मद पैगंबर से जुड़ा है मामला
मार्क जुकरबर्ग ने एक पॉडकास्ट में ईशनिंदा पर अपनी बात रखते हुए बड़ा खुलासा किया है।उन्होंने बताया कि पाकिस्तान में उन्हें फांसी की सजा दिलाने की कोशिश की गई थी।
मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि मोहम्मद पैगंबर की एक तस्वीर को लेकर पाकिस्तान में उन्हें फांसी की सजा दिलाने की साजिश रची गई थी। उन्होंने यह भी बताया कि अब इस केस पर पाकिस्तान में क्या हो रहा है उन्हें इसकी जानकारी नहीं है और ना ही उनकी उस देश में जानें की कोई योजना है, इसलिए इसका अधिक टेंशन नहीं लिया है।
दरअसल, मार्क जुकरबर्ग ने एक पॉडकास्ट में ईशनिंदा पर अपनी बात रखते हुए ये बाते कही। जुकरबर्ग ईशनिंदा सामग्री से जुड़े मुकदमे पर पाकिस्तान में आने वाली कानूनी चुनौतियों पर अपनी बात रख रहे थे। जिसमें दुनिया भर में अलग-अलग कानूनी ढांचे से उत्पन्न चुनौतियों पर प्रकाश डाला था।
मुझे फांसी दिलाना चाहता था-जुकरबर्ग
जुकरबर्ग ने जो रोगन के पॉडकास्ट में बताया कि कैसे ऐसे कानून, जो अमेरिकी टेक कंपनियों द्वारा बरकरार अभिव्यक्ति के मूल्यों के साथ संघर्ष करते हैं, वैश्विक प्लेटफार्मों पर सामग्री को अधिक सख्ती से विनियमित करने के लिए दबाव डालते हैं। विभिन्न देशों में ऐसे कानून हैं जिनसे हम असहमत हैं। उदाहरण के लिए एक समय था जब कोई शख्स मुझे पाकिस्तान में मौत की सजा दिलाने की कोशिश कर रहा था। इसकी वजह यह थी कि किसी ने फेसबुक पर पैगंबर मोहम्मद साहब की एक फोटो साझा की थी।
पैगंबर मोहम्मद से जुड़ा विवाद
जुकरबर्ग ने बताया कि फेसबुक पर किसी के पैगंबर मोहम्मद की फोटो शेयर की थी। मगर इस पर एक पाकिस्तानी को एतराज था उसने कहा कि यह हमारी संस्कृति में ईशनिंदा है। उन्होंने मुझ पर मुकदमा दायर किया और इस आपराधिक कार्यवाही को खोला। मुझे नहीं पता कि अब इस केस का क्या हुआ, क्योंकि मैं पाकिस्तान जाने की कोई योजना नहीं, इसलिए मैं इसके बारे में चिंतित नहीं हूं।
व्यक्तिगत सुरक्षा से जुड़ा मामला
मार्क जुकरबर्ग ने बताया कि स्थिति चिंताजनक थी, खासकर व्यक्तिगत सुरक्षा के मामले में। लेकिन कहा कि यह थोड़ा परेशान करने वाला था - मैं सोच रहा था, ठीक है, ये लोग ऐसे हैं - यह बहुत अच्छा नहीं है, यदि आप उस क्षेत्र में उड़ान भर रहे हैं, तो आप नहीं चाहते कि आपका विमान पाकिस्तान के ऊपर से गुजरे, अगर वह चीज हो जाती है। वह एक तरह से परिहार्य था।
Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 11 February 2025 at 09:30 IST