अपडेटेड 18 June 2025 at 18:59 IST
Israel-Iran War: युद्ध में आने वाला है बड़ा मोड़? रातों रात अमेरिका ने यूरोपीय ठिकानों पर भेजे C17 समेत दर्जनों फाइटर प्लेन
Israel-Iran War: क्या ईरान और इजरायल के बीच जारी युद्ध में कोई बड़ा मोड़ आने वाला है? अमेरिका ने रातों रात यूरोपीय एयरबेस पर C17 समेत दर्जनों फाइटर प्लेन भेजे हैं।
ईरान और इजरायल के बीच ताबड़तोड़ हमले जारी हैं। वहीं अमेरिका में भी हमले को लेकर सुगबुगाहट तेज होती हुई नजर आ रही है। तभी तो अमेरिका यूरोप में अपने एयरक्राफ्ट भेज रहा है। वहीं दूसरी ओर ईरान पहले से ही सचेत हो गया है। ईरान ने चेतावनी दिया है कि अगर अमेरिका इजरायल के स्ट्राइक में शामिल होता है, तो फिर यह युद्ध और भी भयावह हो जाएगा।
ओपन सोर्स सूचना की समीक्षा करने वाले ऑरोरा इंटेल ग्रुप ने यह जानकारी दी है कि अमेरिका ने रातों-रात प्रेस्टविक, स्कॉटलैंड और इटली के एवियानो में यूरोपीय ठिकानों पर वायु सेना के ईंधन भरने वाले टैंकर और C17 को भेजा है। बता दें, यह तब हुआ जब अमेरिका इजरायल को ईरानी हमलों से बचाने के लिए मध्य पूर्व में और उसके आसपास सैन्य विमान और युद्धपोत भेज रहा है, जबकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने तेहरान को संघर्ष से पीछे हटने की चेतावनी दी है।
सऊदी अरब में भी US ने भेजे फाइटर प्लेन
ऑरोरा इंटेल ग्रुप ने ये भी कहा है कि मंगलवार को अमेरिका ने इतालवी बेस से एक दर्जन F-16 को सऊदी अरब के प्रिंस सुल्तान एयर बेस पर भेजा। जिस तरह से अमेरिका की ओर से गतिविधि देखी जा रही है, ऐसा लग रहा है कि कुछ बड़ा होने वाला है। बता दें, एक तरफ अमेरिका मिडिल ईस्ट में फाइटर प्लेन भेज रहा है, वहीं दूसरी ओर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा दौरा आधे में ही छोड़कर वापस आ गए। इन सब कारणों से कयास लगाए जा रहे हैं, कि कहीं अमेरिका ईरान के खिलाफ कोई मोर्चा तो नहीं खोलने वाला है।
बेशर्त सरेंडर करे ईरान!
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्र्ंप ने कई पोस्ट किए। ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई को लेकर राष्ट्रपति ट्रंप ने एक पोस्ट में लिखा था, "हम ठीक से जानते हैं कि तथाकथित सर्वोच्च नेता कहां छिपा है। वह एक आसान टारगेट है, लेकिन वहां सुरक्षित है - हम उसे मार नहीं रहे, कम से कम अभी तो नहीं। लेकिन हम नहीं चाहते कि मिसाइलें नागरिकों या अमेरिकी सैनिकों पर दागी जाएं। हमारा धैर्य खत्म हो रहा है। इस मामले पर आपका ध्यान देने के लिए धन्यवाद!"
बता दें, एक तरफ इजरायल ने दावा किया कि ईरान के आसमान और तेहरान एयरबेस पर इजरायली डिफेंस फोर्स का कब्जा है। वहीं अब अमेरिका ने दावा किया है कि ईरान के आसमान पर हमारा पूरा और संपूर्ण नियंत्रण है। ईरान के पास अच्छे स्काई ट्रैकर और अन्य रक्षात्मक डिवाइस थे, और बहुत सारे थे, लेकिन यह अमेरिका द्वारा निर्मित, कल्पना की गई और निर्मित डिवाइस की तुलना में कुछ नहीं है। कोई भी इसे अच्छे पुराने US से बेहतर नहीं कर सकता।
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 18 June 2025 at 18:03 IST