अपडेटेड 6 April 2025 at 11:19 IST
America: अपने ही देश में क्यों घिरे डोनाल्ड ट्रंप-एलन मस्क? विरोध में निकाली गईं 1200 रैलियां, सड़कों पर उतरे हजारों लोग
हालिया वर्षों में यह अमेरिका में हुआ अबतक का सबसे बड़ा प्रोटेस्ट बताया गया। विरोध प्रदर्शन सभी 50 राज्यों में 1,200 से ज्यादा जगहों पर हुए।
America Protest News: अमेरिका में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। हजारों की संख्या में गुस्साए अमेरिकी सड़कों पर उतर आए और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ टेस्ला CEO एलन मस्क के खिलाफ प्रोटेस्ट कर रहे हैं। ये प्रदर्शन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के देश चलाने के तरीकों और उनकी नीतियों के खिलाफ किए जा रहे हैं।
डोनाल्ड ट्रंप ने इस साल जनवरी में दूसरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली थी। तब से अब तक वह कई बड़े और कड़े फैसले ले चुके हैं, जिनकी चर्चाएं दुनियाभर में रही। हाल ही में ट्रंप ने कई देशों पर टैरिफ बम भी फोड़ा।
ट्रंप-मस्क के खिलाफ अमेरिकियों का फूटा गुस्सा
शनिवार (5 अप्रैल) को अमेरिका में ट्रंप सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। हजारों लोगों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों के खिलाफ रैली निकाली। हालिया वर्षों में यह अमेरिका में हुआ अबतक का सबसे बड़ा प्रोटेस्ट बताया गया। विरोध प्रदर्शन सभी 50 राज्यों में 1,200 से ज्यादा जगहों पर हुए। नागरिक अधिकार संगठनों के साथ लेबर यूनियन, LGBTQ+ समर्थकों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के संगठनों ने देशभर में रैलियां निकाली।
बड़े स्तर पर किए गए इस प्रदर्शन को अमेरिका में हैंड्स ऑफ नाम दिया गया है, जिसका मतलब है- हमारे अधिकारों से दूर रहो। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सड़कों पर उतरकर राष्ट्रपति ट्रंप और एलन मस्क के खिलाफ पोस्टर लहराते दिखे। प्रदर्शनकारियों ने अमेरिका में कर्मचारियों की छंटनी, बड़े पैमाने पर निर्वासन और ट्रंप प्रशासन की ओर से लिए गए अन्य विवादास्पद फैसलों का विरोध किया।
क्या बोले प्रदर्शनकारी?
एक प्रदर्शनकारी ने समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा, "हम सभी यहां इसलिए हैं क्योंकि हम टैरिफ और देश में मंदी के कारण बहुत परेशान हैं।" दूसरे प्रदर्शनकारी ने बताया, "ट्रंप द्वारा घोषित अत्यधिक टैरिफ अमेरिकियों और दुनिया भर के लोगों के लिए यह समझने के लिए एक चेतावनी है कि वह एक विनाशकारी शक्ति है, उसका लक्ष्य एक तानाशाह बनना है। उनकी नीतियां अमेरिकियों के लिए अच्छी नहीं हैं।"
एक प्रदर्शनकारी ने यह भी कहा, "मैं महात्मा गांधी से बहुत प्रेरित हूं। मैं यहां हूं क्योंकि यह हमारा महासागर और हमारा नमक है... जहां तक विश्व व्यापार और विश्व विनिमय की बात है, हमारे पास एक-दूसरे को देने के लिए बहुत कुछ है। पहले मैं, मेरा देश पहले, मेरे उत्पाद पहले का यह लालच दुनिया और मानवता के लिए टिकाऊ नहीं है।"
ट्रंप पर चीन का पलटवार
भारत, बांग्लादेश , चीन और जापान समेत 133 देशों पर लगाए गए जवाबी टैरिफ का असर सिर्फ इन देशों पर ही नहीं बल्कि अमेरिका पर भी पड़ा है। अमेरिकी बाजार धराशायी हो गया है और लगातार घाटे में चल रहा है। अमेरिका पर पलटवार करेत हुए चीन ने भी वहां से आयातित सभी उत्पादों पर 34 फीसदी अतिरिक्त शुल्क लगाने का फैसला किया। यह कदम ट्रंप के चीन से निर्यात पर 34 फीसदी शुल्क लगाने के फैसले के जवाब में उठाया गया है।
Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 6 April 2025 at 11:19 IST