अपडेटेड 8 June 2025 at 20:24 IST
US को तबाह करने की साजिश रच रहा चीन? चीनी एक्सपर्ट ने दी सारे संबंध तोड़ने की चेतावनी, कहा- कोरोना से बड़ा संकट संभव
क्या चीन अमेरिका को तबाह करने की साजिश रच रहा है? अमेरिका में चीन के एक्सपर्ट ने ड्रैगन के साथ सारे संबंध खत्म करने की चेतावनी दी है, नहीं तो कोरोना से भी बड़ा संकट आ सकता है।
कोरोना महामारी के बाद चीन में एक और वायरस का खतरा मंडरा रहा है। हालांकि, अमेरिका में फंगस की तस्करी को लेकर एक मामला सामने आया है, जो चीन से जुड़ा है। अमेरिका में चीनी मामलों के ही एक एक्सपर्ट ने दावा किया है कि ड्रैगन अमेरिका को तबाह करने की साजिश रच रहा है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की गतिविधियों के प्रमुख एक्सपर्ट गॉर्डन जी चांग ने अमेरिका को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि चीन के साथ सारे संबंध खत्म कर दें, वरना कोरोना से भी भारी तबाही आ सकती है।
कुछ समय पहले अमेरिका में दो चीनी नागरिकों की गिरफ्तारी को लेकर चीनी एक्सपर्ट ने चेतावनी देते हुए कहा कि यह साजिश किसी गहरी बात का संकेत देती है। यह चीन की तरफ से अमेरिका को अस्थिर करने के लिए जारी सीक्रेट मिशन की तरह है। इसे रोकने का केवल एक उपाय है, चीन के साथ सारे संबंध तोड़ना।
अमेरिका को कमजोर करना ही चीन कता मकसद!
China is Going to War के लेखक ने कहा कि यह मामला सिर्फ जैविक तस्करी की घटना नहीं है बल्कि माओवादी सिद्धांत पर आधारित पीपुल वॉर रणनीति का हिस्सा है। इसका मकसद दुश्मनों को राजनीतिक, आर्थिक और मनोवैज्ञानिक तौर पर कमजोर और अस्थिर करना है।
क्या है पूरा मामला?
बता दें, अमेरिका में रिसर्च के लिए दो चीनी नागरिकों पर फ्यूजेरियम ग्रैमिनेरम की तस्करी करने का आरोप लगाया गया। FBI की आपराधिक शिकायत के अनुसार, जुलाई 2024 में चीन के 34 साल के रिसर्चर ज़ुनयोंग लियू अपनी 33 साल की गर्लफ्रेंड युनकिंग जियान से मिलने के लिए जब अमेरिका आए थे, अपने साथ फंगस भी साथ लाए थे। विभाग ने कहा कि यह फंगस एक खतरनाक जैविक रोगजनक है, जिसका इस्तेमाल कृषि आतंकवाद के लिए हथियार के रूप में किया जा सकता है।
यह फंगस कुछ फसलों में हेड ब्लाइट का कारण बनता है और हर साल वैश्विक स्तर पर अरबों डॉलर के आर्थिक नुकसान के लिए जिम्मेदार है। वैज्ञानिकों ने इसे एग्रो-टेररिज्म का नाम दिया है। इस फंगस की वजह से अनाज की कमी, आर्थिक संकट और गंभीर हेल्थ प्रॉब्लम जैसे कि लीवर डैमेज होना, बच्चे कंशीव करने में दिक्कत , जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 8 June 2025 at 20:24 IST