अपडेटेड 12 May 2025 at 18:22 IST
Tariff War: भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया को दी सबसे बड़ी खुशखबरी, जिनपिंग के साथ कितने पर हुआ सेटलमेंट?
चीन अब अमेरिका से आयात किए जाने वाले सामान पर 125% की जगह केवल 10% टैरिफ लगाएगा। अमेरिका भी चीन से आने वाले उत्पादों पर 145% की जगह सिर्फ 30% टैक्स वसूलेगा। यह कदम वैश्विक बाजारों में व्यापारिक स्थिरता लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है।
अमेरिका और चीन दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच जारी टैरिफ युद्ध अब थमता नजर आ रहा है। दोनों देशों ने 90 दिनों के लिए व्यापारिक तनाव पर विराम लगाने का फैसला किया है। इस अस्थायी समझौते के तहत, दोनों देश एक-दूसरे से आयात किए जाने वाले उत्पादों पर टैरिफ में बड़ी कटौती के लिए तैयार हो गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई महत्वपूर्ण बैठक में यह फैसला लिया गया। चीन अब अमेरिका से आयात किए जाने वाले सामान पर 125% की जगह केवल 10% टैरिफ लगाएगा। अमेरिका भी चीन से आने वाले उत्पादों पर 145% की जगह सिर्फ 30% टैक्स वसूलेगा। यह कदम वैश्विक बाजारों में व्यापारिक स्थिरता लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है। जानकारों के अनुसार, आने वाले तीन महीनों में अगर दोनों पक्ष समझौते के तहत आगे बढ़ते हैं, तो यह स्थायी व्यापार समझौते की नींव भी बन सकता है।
अमेरिका और चीन के बीच लंबे समय से चल रहे ट्रेड वॉर में अब बड़ा मोड़ आया है। अमेरिका के वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट के अनुसार, दोनों देशों ने 90 दिनों के लिए अपने टैरिफ में वास्तविक रूप से 115% तक की कटौती की है। इस समझौते के तहत चीन का पहले 125% का टैरिफ घटाकर 10% कर दिया गया है, जबकि अमेरिका ने अपने टैरिफ को 145% से घटाकर 30% कर दिया है। यह फैसला स्विट्ज़रलैंड में वीकेंड के दौरान दोनों देशों के शीर्ष नेताओं की बैठक के बाद लिया गया, जहां व्यापारिक तनाव को कम करने पर सहमति बनी। जनवरी में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से अमेरिका ने चीन से आयात होने वाले वस्तुओं पर भारी-भरकम टैरिफ लगाना शुरू कर दिया था, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार युद्ध छिड़ गया था। ट्रंप प्रशासन की आक्रामक व्यापार नीति के जवाब में चीन ने भी पलटवार करते हुए अमेरिकी सामानों पर 125% का टैरिफ लगा दिया था। लेकिन अब यह समझौता वैश्विक बाजारों के लिए राहत की खबर बनकर आया है और आने वाले दिनों में इससे व्यापार संबंधों में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।
यूएस-चाइना की इस डील से पूरी दुनिया में ट्रेड-टैरिफ वार का होगा अंत
भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा और अमेरिका-चीन के ट्रेड वॉर में आई राहत के बाद, दुनियाभर के शेयर बाजारों में खुशी की लहर देखी जा रही है। इस ऐलान के तुरंत बाद हांगकांग के प्रमुख शेयर बाजार इंडेक्स, हेंगशेंग में 3 प्रतिशत का उछाल देखा गया। इसके अलावा, चीन के शंघाई कंपोजिट इंडेक्स में भी सकारात्मक रुझान देखने को मिला। भारत में भी सोमवार को शेयर बाजारों में तेज गति देखने को मिली। भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव में कमी आने और सीमा पर सीजफायर होने से भारतीय बाजारों को एक नई ताकत मिली। साथ ही, अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक समझौते से ग्लोबल ट्रेड मार्केट पर जो संकट के बादल मंडरा रहे थे, वह अब छंटते नजर आए, जिससे बाजार में उम्मीद का संचार हुआ और उसने मजबूती से उछाल मारा।
डील का दिखा असर, शेयर बाजारों में उछाल
बीएसई सेंसेक्स ने करीब 2600 अंक का उछाल मारा, और 82,000 अंक के स्तर को पार कर लिया। वहीं, NSE निफ्टी भी 800 से ज्यादा अंकों की तेजी के साथ 24,800 अंक के पार पहुंच गया। अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर के कारण ग्लोबल सप्लाई चेन पर बड़ा संकट पैदा हो गया था, जिससे दोनों देशों के बीच 600 अरब डॉलर (करीब 50,969 अरब रुपये) का व्यापार रुक गया था। लेकिन अब इस संकट में राहत मिली है, और इस समझौते ने वैश्विक आर्थिक वातावरण को स्थिर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 12 May 2025 at 18:13 IST