अपडेटेड 25 December 2025 at 08:52 IST
कंबोडिया के साथ सीमा विवाद में थाईलैंड ने गिराई भगवान विष्णु की मूर्ति, भारत ने अपनाया कड़ा रुख
थाईलैंड-कंबोडिया सीमा विवाद में भगवान विष्णु की मूर्ति तोड़े जाने की घटना पर विदेश मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि हिंदू और बौद्ध देवी-देवता पूरे क्षेत्र में पूजे जाते हैं और ऐसा करना अस्वीकार्य है, इससे लोगों के सेंटिमेंट्स हर्ट हुए हैं।
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच लंबे समय से चले आ रहे सीमा विवाद के बीच एक नई घटना सामने आई है। कंबोडिया ने आरोप लगाया है कि थाई सेना ने विवादित सीमा क्षेत्र में भगवान विष्णु की एक मूर्ति को बुलडोजर से गिरा दिया। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस पर आधिकारिक बयान जारी कर दिया है।
इस मूर्ति को 2014 में बनाया गया था। कंबोडिया के अनुसार, यह उनके क्षेत्र 'अन सेस' में स्थित थी। यह घटना 22 दिसंबर, 2025 की बताई जा रही है। वायरल वीडियो में थाई सैन्य इंजीनियरों को बुलडोजर से मूर्ति गिराते देखा जा सकता है। कंबोडिया के प्रीह विहार प्रांत के प्रवक्ता किम चानपनहा ने इसकी कड़ी निंदा की और कहा कि यह बौद्ध और हिंदू अनुयायियों द्वारा पूजी जाने वाली धार्मिक विरासत पर हमला है।
भारत ने अपनाया कड़ा रुख
भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने इस घटना पर गहरी चिंता जताई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा- "हिंदू और बौद्ध देवी-देवताओं को इस क्षेत्र के लोग अत्यंत श्रद्धापूर्वक पूजते हैं। इस तरह के अपमानजनक कृत्य दुनिया भर के अनुयायियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं और इन्हें नहीं होने देना चाहिए। हम एक बार फिर दोनों पक्षों से संवाद और कूटनीति की ओर लौटने, शांति बहाल करने और आगे किसी भी प्रकार की जानमाल की हानि और संपत्ति एवं विरासत को नुकसान से बचने की अपील करते हैं।"
थाईलैंड सेना की सफाई
भारत ने दोनों देशों से संयम बरतने और संवाद के जरिए विवाद सुलझाने की अपील की है। यह मामला धार्मिक भावनाओं से जुड़ा होने के कारण सोशल मीडिया पर व्यापक चर्चा का विषय बना हुआ है। मामला तुल पकड़ा तो थाईलैंड की सेना की ओर से कहा गया कि कंबोडिया ने जानबूझकर विवादित क्षेत्र में मूर्ति का निर्माण किया था। यह घटना दोनों देशों के बीच चल रहे सैन्य संघर्ष के बीच हुई है, जिसमें इस महीने 40 से अधिक लोग मारे गए हैं और लाखों लोग विस्थापित हुए हैं।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 25 December 2025 at 08:52 IST