अपडेटेड 23 May 2025 at 08:30 IST

'मैं बंधक जैसा...', बांग्लादेश में तख्तापलट की आहट! सेना और सरकार के बीच तनातनी के बाद इस्तीफे को लेकर यूनिस खान का बड़ा बयान

हमेशा ही विवादो में घिरे मोहम्मद यूनूस ने समर्थन जुटाने के लिए आखिरी दांव खेला है। इस्तीफे की बाद उठने के बाद अब बांग्लादेश में फिर तख्तापलट की आहट मिलने लगी है।

Muhammad Yunus | Image: PTI

बांग्लादेश में एक बार फिर तख्तापलट की आहट मिल रही है। बात देश में अंतरिम सरकार के मुखिया यूनुस खान के इस्तीफे तक आ गई है। सेना और सरकार के बीच टकराव चरम पर है। एक ओर सेना प्रमुख साल के अंत तक चुनाव की मांग कर रहे हैं तो वहीं यूनूस ने इस्तीफे की ओर इशारा कर दिया है। उन्होंने मौजूदा हालात में काम करने में असमर्थता जताई है। वहीं, राजनीतिक अस्थिरता के बीच यूनुस सरकार पर लगातार तानाशाही रवैया के आरोप लग रहे हैं।


बीते साल अगस्त में पद संभालने वाले यूनुस खान के खिलाफ देश में लोगों का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है। उन पर लगातार ये आरोप लग रहा है कि वो देश में कट्टरपंथियों का बढ़ावा देकर सत्ता में बने रहना चाहते हैं। वहीं, आर्मी चीफ जनरल वाकर-उज-जमान ने साफ-साफ और सख्त लहजे में कह दिया है कि देश के भविष्य एक गैर- निर्वाचित सरकार तय नहीं करेगी। सेना प्रमुख ने 2025 तक चुनाव कराने का दवाब बनाया है, ताकि 2026 की शुरुआत बांग्लादेश में एक नई और चुनी हुई सरकार के साथ हो। सेना प्रमुख के साथ तनाव के बीच नोबेल पुरस्कार विजेता यूनुस ने मौजूदा हालात में काम करने में असमर्थता जताते हुए इस्तीफे की ओर इशारा किया है ।

मैं बंधक जैसा महसूस कर रहा हूं-मोहम्मद यूनुस

माना जा रहा है कि अपने ही देश में घिरे रहे मोहम्मद यूनुस ने समर्थन जुटाने के लिए ये आखिरी दांव खेला है। मोहम्मद यूनुस ने इस्तीफे की बात बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के गुरुवार को हुए विरोध प्रदर्शनों के ठीत बात उठाई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मोहम्मद युनूस का कहना है कि देश की मौजूदा स्थिति के मद्देनजर उनका राजनीतिक पार्टियों के साथ मिलकर उनका काम करना मुश्किल होता जा रहा है। वो बंधक जैसा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा है कि जब तक राजनीतिक दल आम सहमति तक नहीं पहुंचते, वह काम नहीं कर पाएंगे।

बांग्लादेश में बड़े आंदोलन की तैयारी

वहीं, दूसरी ओर यह भी खबर आ रही है कि शेख हसीना विरोधी आंदोलन से उपजे छात्र नेताओं की नवगठित पार्टी के नेता युवाओं और इस्लामिक कट्टरपंथी पार्टियों ढाका में विरोध प्रदर्शन तेज करने वाली है। सेना छावनी तक मार्च करने के लिए सभी को लामबंद किया जा रहा है। इसे युनूस के इस्तीफे को लेकर हो रही चर्चा को सेना प्रमुख के खिलाफ आंदोलन शुरू करने की चाल के रूप में देखा जा रहा है। 
 

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Published By : Rupam Kumari

पब्लिश्ड 23 May 2025 at 08:21 IST