अपडेटेड 29 October 2025 at 07:39 IST

इतिहास का सबसे बड़ा एनकाउंटर! ड्रोन से गिराए बम, कम से कम 64 की मौत, 42 राइफलें और आधा टन से अधिक ड्रग्स जब्त

यह घटना ब्राजील में अब तक की सबसे घातक पुलिस कार्रवाइयों में से एक मानी जा रही है, जिसमें हथियारबंद टकराव, ड्रोन से बम गिराने और आगजनी की घटनाएं शामिल रहीं।

इतिहास का सबसे बड़ा एनकाउंटर! | Image: ANI

ब्राजील के रियो डी जेनेरो शहर में मंगलवार को हुई एक पुलिस कार्रवाई ने पूरे इलाके को युद्धक्षेत्र में बदल दिया। रेड कमांड (कमांडो वर्मेल्हो) नाम के एक बेहद शक्तिशाली अपराधी गिरोह के खिलाफ की गई इस कार्रवाई में कम से कम 64 लोगों की मौत हो गई, जिसमें चार पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं। यह ब्राजील के इतिहास का सबसे बड़ा एनकाउंटर माना जा रहा है।

उत्तरी रियो के एलेमाओ और पेनहा इलाकों में स्थित झुग्गी-झोपड़ियों (फावेलास) को निशाना बनाकर सुबह-सुबह शुरू हुई इस कार्रवाई में करीब 2,500 सिविल और मिलिट्री पुलिसकर्मियों ने हिस्सा लिया। एक साल लंबी जांच के बाद शुरू हुए 'ऑपरेशन कंटेनमेंट' के तहत पुलिस ने गिरोह के सदस्यों पर हमला बोला। टकराव इतना भयानक था कि इलाके में गोलीबारी की आवाजें और आग की लपटें दूर-दूर तक सुनाई दीं। पुलिस की कार्रवाई का जवाब देने के लिए इन क्रिमिनल्स ने ड्रोन का इस्तेमाल कर बम गिराए, सड़कों पर बैरिकेड जलाए और भारी गोलीबारी की।

42 राइफलें जब्त

मरने वालों में चार पुलिसकर्मी शहीद हुए, जबकि पुलिस के अनुसार कम से कम 50 मौतें संदिग्ध अपराधियों की बताई जा रही हैं। इसके अलावा दर्जनों लोग घायल हुए, जिनमें कुछ निर्दोष नागरिक भी फंस गए। पुलिस ने कार्रवाई के दौरान 200 किलोग्राम से अधिक नशीले पदार्थ और कई हथियार जब्त किए। इस कार्रवाई में 80 से अधिक संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें छिपकर रियो आए गिरोह के सदस्य भी शामिल हैं।

सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि जैसे-जैसे अभियान जारी रहेगा, हताहतों की संख्या बढ़ सकती है। इस कार्रवाई के दौरान कम से कम 42 राइफलें जब्त करने की खबर है। राज्य सरकार ने कहा कि गिरोह के सदस्यों ने जवाबी कार्रवाई में पुलिस को निशाना बनाने के लिए कथित तौर पर ड्रोन का इस्तेमाल किया।

सबसे प्रभावशाली आपराधिक संगठन

1970 के दशक में ब्राजील की सैन्य तानाशाही के दौरान बना रेड कमांड, देश का सबसे पुराना और सबसे प्रभावशाली आपराधिक संगठन है। मूल रूप से एक वामपंथी कैदियों के समूह के रूप में गठित, यह अब एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह के रूप में विकसित हो गया है जो नशीली दवाओं की तस्करी और जबरन वसूली में शामिल है।

रेड कमांड रियो के हवाई अड्डे के पास स्थित फावेलास से संचालित होता है। यह गिरोह नशीली दवाओं की तस्करी और राज्य भर में अपना विस्तार कर रहा था। माना जा रहा है कि यह कार्रवाई नवंबर में बेलेम में होने वाले संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन से पहले सुरक्षा को मजबूत करने के उद्देश्य से की गई। रियो हवाई अड्डे के पास होने के कारण इन इलाकों में अपराधियों की मौजूदगी अंतरराष्ट्रीय आयोजनों के लिए खतरा मानी जा रही थी।

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 29 October 2025 at 07:25 IST