अपडेटेड 14 July 2024 at 22:45 IST
राजशाही का खात्मा, भारत पर सरकार गिराने के आरोप; कहानी नेपाल के नए PM बनने वाले के.पी. शर्मा ओली की
KP Sharma Oli 11 अक्टूबर, 2015 से 3 अगस्त, 2016 तक देश के नेपाल के प्रधानमंत्री रहे हैं। इस दौरान काठमांडू के नई दिल्ली के साथ संबंध तनावपूर्ण रहे।
Nepal Next PM: राजनीतिक उथल-पुथल के बीच नेपाल के राष्ट्रपति कार्यालय ने नेपाल-यूनीफाइड मार्क्सिस्ट लेनिनिस्ट (सीपीएन- यूएमएल) और नेपाली कांग्रेस गठबंधन सरकार के के.पी शर्मा ओली (KP Sharma Oli) को अगला प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। वह सोमवार सुबह 11 बजे नेपाल के पीएम पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। शुक्रवार को पुष्प कमल दहल प्रचंड विश्वास मत साबित नहीं कर पाए थे। देश की 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में प्रचंड को 63 वोट मिले थे, जबकि विश्वास मत प्रस्ताव के विरोध में 194 वोट पड़े।
नेपाल में कई सरकारों को गिराने और अपने पहले कार्यकाल के दौरान भारत के साथ संबंधों को तल्ख करने वाले के.पी. शर्मा ओली को राजनीतिक उथल-पुथल के बीच नए प्रधानमंत्री के रूप में सरकार चलानी होगी। नेपाल में सीपीएन-यूएमएल पार्टी के अध्यक्ष ओली को नई गठबंधन सरकार का नेतृत्व करने के लिए रविवार को चौथी बार देश का प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया। ओली ने पुष्प कमल दाहाल प्रचंड की जगह ली है। ओली ने अपने एक समय के मित्र प्रचंड को छोड़कर राजनीतिक शत्रु से मित्र बने शेर बहादुर देउबा से हाथ मिला लिया है।
भारत के साथ तनावपूर्ण रहे संबंध
नेपाल ने साल 2008 में पूर्ववर्ती राजशाही को औपचारिक रूप से खत्म कर अंतरिम संविधान को अपनाया था। 2008 से लेकर अभी तक नेपाल में 13 अलग-अलग सरकारें बनीं। इनमें दाहाल, देउबा और ओली ने प्रधानमंत्री के रूप में कई बार पद संभाला। ओली 11 अक्टूबर, 2015 से 3 अगस्त, 2016 तक देश के प्रधानमंत्री रहे, जिसके दौरान काठमांडू के नई दिल्ली के साथ संबंध तनावपूर्ण रहे। इसके बाद ओली 5 फरवरी, 2018 से 13 मई. 2021 तक नेपाल के प्रधानमंत्री रहे।
भारत के हिस्सों को बताया अपना
अपने पहले कार्यकाल के दौरान ओली ने भारत पर नेपाल के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने और नई दिल्ली पर उनकी सरकार को गिराने का आरोप लगाया था। ओली के पिछले कार्यकाल में भी भारत और नेपाल का सीमा विवाद अपनी चरम सीमा पर था। नेपाल ने जब भारत के कालापानी, लिंपियाधुरा, लिपुलेख के इलाके को अपना हिस्सा बताया, तब वहां ओली की ही सरकार थी। इतना ही नहीं, ओली ने कई भाषणों में यहां तक कहा था कि नेपाल, भारत से अपने हिस्सों को वापस लेने में सक्षम है।
जेल में बिताए 14 साल
22 फरवरी, 1952 को पूर्वी नेपाल में जन्मे ओली, मोहन प्रसाद और मधुमाया ओली की सबसे बड़ी संतान हैं, लेकिन उनका पालन-पोषण उनकी दादी ने किया। उनकी पत्नी रचना शाक्य भी एक कम्युनिस्ट कार्यकर्ता हैं और दोनों की मुलाकात पार्टी गतिविधियों के दौरान हुई थी। ओली ने 1966 में राजशाही के तहत निरंकुश पंचायत प्रणाली के खिलाफ संघर्ष में शामिल होकर एक छात्र कार्यकर्ता के रूप में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया।
फरवरी, 1970 में ओली नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी में शामिल हुए और उसी साल उन्हें पहली बार गिरफ्तार किया गया। नेपाल के वरिष्ठ राजनीतिक नेताओं में से एक ओली ने 1973 से 1987 तक लगातार 14 साल जेल में बिताए। जेल से रिहा होने के बाद वह 1990 तक यूएमएल की केंद्रीय समिति के सदस्य बने। साल 1990 के दशक के लोकतांत्रिक आंदोलन के बाद ओली देश में एक लोकप्रिय नाम बन गये। इस आंदोलन के जरिये निरंकुश पंचायती शासन का अंत हुआ।
ओली 1991 में झापा जिले से पहली बार प्रतिनिधि सभा के सदस्य चुने गए और 1994-1995 तक गृह मंत्री रहे। 1999 में वे झापा से फिर से चुने गए। 2006 में गिरिजा प्रसाद कोइराला के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के दौरान उन्होंने उप प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया था।
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Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 14 July 2024 at 22:45 IST