अपडेटेड 29 November 2025 at 10:13 IST
बांग्लादेश की पूर्व PM खालिदा जिया अस्पताल में भर्ती, हालत बेहद नाजुक, पार्टी बोली- दुआ करिए वो सलामत रहें
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की सेहत बेहद नाजुक है।
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की सेहत बेहद नाजुक है। बीएनपी महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने बताया कि उन्हें दो दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था और डॉक्टरों ने गुरुवार रात उनकी हालत गंभीर बताई। 80 वर्षीय खालिदा जिया लंबे समय से लिवर, किडनी, डायबिटीज, गठिया और आंखों की समस्याओं से जूझ रही हैं, और वर्तमान में उनकी सेहत बेहद चिंताजनक है। पार्टी ने देशभर के लोगों से उनकी तंदुरूस्ती के लिए दुआ मांगने की अपील की है और शुक्रवार को नमाज अदा की गई थी।
खालिदा जिया तीन बार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रह चुकी हैं। 2018 में भ्रष्टाचार के आरोपों में उन्हें जेल की सजा हुई थी और विदेश जाकर इलाज कराने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। हसीना सरकार के सत्ता से हटने के बाद उन्हें रिहा किया गया। बीएनपी ने पहले यह घोषणा की थी कि वह फरवरी 2025 के चुनावों में हिस्सा लेंगी, लेकिन उनकी सेहत की नाजुक स्थिति ने यह अनिश्चित कर दिया है कि वे चुनाव लड़ पाएंगी या नहीं।
इसी साल खालिद जिया के बेटे की हुई मौत
खालिदा जिया के एकलौते बेटा और बीएनपी के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान 2008 से लंदन में रह रहे हैं। दूसरा बेटा अराफात रहमान 2025 में कार्डियक अरेस्ट से निधन हो चुका है। बड़ी राजनीतिक और स्वास्थ्य चुनौतियों के बीच खालिदा जिया की पार्टी में मौजूदगी कम होती जा रही है, और उनकी भूमिका फिलहाल अस्पष्ट बनी हुई है। इस स्थिति में खालिदा जिया के आगामी चुनावों में भाग लेने को लेकर अभी कोई निश्चितता नहीं है, क्योंकि उनकी गंभीर स्वास्थ्य स्थिति चुनावी भागीदारी पर असर डाल सकती है।
तारिक रहमान के स्वदेश लौटने की चर्चा तेज
इधर, पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष तारिक रहमान के संभावित स्वदेश लौटने को लेकर भी चर्चा तेज है। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, प्रमुख मामलों में बरी होने के बाद अब उनके सामने कानूनी बाधाएं लगभग न के बराबर हैं और वे दिसंबर के पहले सप्ताह में चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के तुरंत बाद स्वदेश लौट सकते हैं।
खालिदा जिया को क्यों हुई थी सजा
गौरतलब है कि खालिदा जिया को 29 अक्टूबर 2018 को जिया चैरिटेबल ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले में 7 वर्ष की जेल और 10 लाख टका के जुर्माने की सजा सुनाई गई थी। उन्हें पुराने ढाका सेंट्रल जेल में रखा गया था, लेकिन 5 अगस्त को 'छात्र-नेतृत्व वाले जन आंदोलन' में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद उनकी रिहाई सुनिश्चित की गई थी। बाद में अदालत ने भी उनकी सज़ाओं को रद्द कर दिया।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 29 November 2025 at 10:13 IST