अपडेटेड 7 April 2025 at 07:09 IST

द्रौपदी मुर्मू पुर्तगाल दौरे पर लिस्बन पहुंचीं, 27 साल बाद किसी भारतीय राष्ट्रपति का पहला राजकीय दौरा;स्लोवाकिया भी जाएंगीं

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार को पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन पहुंचीं। यह उनकी पहली यूरोपी देशों की यात्रा है वो स्लोवाकिया भी जाएंगी।

Draupadi Murmu reached Lisbon | Image: X

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पुर्तगाल और स्लोवाकिया की राजकीय यात्रा पर हैं। वो पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन पहुंच गईं हैं। एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया गया। किसी भारतीय राष्ट्रपति का 27 साल बाद पुर्तगाल और 29 साल बाद स्लोवाकिया का दौरा है। द्रौपदी मुर्मू की यह यात्रा पुर्तगाल के राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो दे सूजा के निमंत्रण पर हो रही है।


राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार को पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन पहुंचीं। यह द्रौपदी मुर्मू की पहली यूरोपी देशों की यात्रा है। 9 से 10 अप्रैल को राष्ट्रपति मुर्मू स्लोवाकिया में रहेंगी। राष्ट्रपति के इस दौरे से दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत होंगे। द्रौपदी मुर्मू पुर्तगाल की यात्रा ऐसे समय पर कर रही हैं जब दोनों देशों के संबंधों और जनयिक साझेदारी के 50 साल पूरे हो रहे हैं।

लिस्बन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का भव्य स्वागत

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लिस्बन पहुंची तो एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया गया। पुर्तगाल के वरिष्ठ अधिकारी और भारतीय समुदाय के प्रतिनिधि राष्ट्रपति के स्वागत के लिए एयरपोर्ट पर मौजूद थे। पुर्तगाल के राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डी सूसा के निमंत्रण पर राष्ट्रपति पुर्तगाल की राजकीय यात्रा पर हैं।

अपने दौरे पर राष्ट्रपति इनसे करेंगीं मुलाकात

अपनी यात्रा पर राष्ट्रपति पुर्तगाल के समकक्ष मार्सेला रेबेलो डी सूसा के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगी। वह प्रधानमंत्री लुइस मोंटेनेग्रो और संसद के अध्यक्ष जोस पेड्रो अगुइर ब्रैंकों से भी मिलेंगी। लिस्बन में द्रौपदी मुर्मू के सम्मान में विशेष कार्यक्रम का भी आयोजन होगा। राष्ट्रपति पुर्तगाल में भारतीय समुदाय के सदस्यों से भी मिलेंगी और उनके विभिन्न विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों के कुछ भारतीय शोधकर्ताओं से मिलने की संभावना है।

कई मायनों में खास है यात्रा

 राष्ट्रपति मुर्मू का दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण आर्थिक परिवर्तन हो रहे हैं, जिसमें हाल ही में अमेरिका द्वारा लगाए गए व्यापार शुल्कों ने अंतरराष्ट्रीय वाणिज्य को नया स्वरूप दिया है तथा यूरोप के साथ भारत की भागीदारी बढ़ रही है। फरवरी में यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन और अन्य प्रतिनिधियों ने भारत का दौरा किया था। भारत ने इस साल भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने की उम्मीद जताई है।
 

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Published By : Rupam Kumari

पब्लिश्ड 7 April 2025 at 07:09 IST