अपडेटेड 24 December 2025 at 10:10 IST

India-Bangladesh: 'इंडिया जैसे देश से नहीं चाहते कड़वे संबंध', रिश्ते सुधारना चाह रहा बांग्लादेश, भारत से खरीदेगा 50000 टन चावल

India-Bangladesh Relations: भारत और बांग्लादेश के रिश्ते बीते कुछ दिनों में काफी खराब हुए है। वहां भारत विरोधी ताकतें उभरती दिख रही है। हालांकि इस बीच अब यूनुस सरकार की ओर से भारत संग संबंध सुधारने की बात कही जा रही है।

PM Modi- Muhammad Yunus | Image: AP

India-Bangladesh news: बांग्लादेश में उस्मान हादी की मौत के बाद जारी हिंसा के बीच भारत विरोधी ताकतें भी वहां उभरती दिख रही है। इससे दोनों देशों के संबंधों में भी तनाव देखने को मिल रहा है। अब पड़ोसी मुल्क के तेवर थोड़े नरम पड़ते नजर आ रहे है। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के वित्त सलाहकार सलेहुद्दीन अहमद का बड़ा बयान आया है। उनका कहना है कि उनकी सरकार भारत जैसे देश से खराब संबंध नहीं चाहती और मोहम्मद यूनुस तनावपूर्ण संबंधों को सुधारने के लिए सक्रिय प्रयास कर रहे हैं।

इकलाब मंच के उस्मान हादी की मौत के बाद बांग्लादेश में फिर हिंसा की आग में सुलग उठा। वहां हिंदुओं को निशाने बनाए जाने की घटनाएं सामने आई। भारत ने बांग्लादेश में वीजा सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दीं। इसके बाद बांग्लादेश हाई कमीशन ने भी नई दिल्ली में कांसुलर और वीजा सेवाएं अगले आदेश तक निलंबित कर दिया। वहीं, दोनों देशों में राजदूतों को बार-बार तलब किया जा रहा है।

बदल रहे बांग्लादेश के सुर!

भारत संग तनावपूर्ण बने संबंधों पर अंतरिम सरकार के वित्त सलाहकार सलेहुद्दीन अहमद ने बड़ा बयान दिया। ढाका स्थित सचिवालय में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, "वर्तमान अंतरिम सरकार भारत जैसे बड़े पड़ोसी देश से किसी भी तरह के कड़वे संबंध नहीं चाहती है। द्विपक्षीय रिश्तों को और बेहतर बनाना और अर्थव्यवस्था को स्थिर रखना हमारा उद्देश्य है।"

उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश में कुछ नेता भारत के खिलाफ जो बयान दे रहे हैं, उससे अंतरिम सरकार से कोई लेना-देना नहीं है। ऐसे बयान पूरी तरह राजनीतिक हैं। बांग्लादेश के मौजूदा राजनीतिक हालात का भारत के साथ व्यापार और आर्थिक सहयोग पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

भारत से चावल आयात करने का लिया फैसला

सलेहुद्दीन ने यह भी बताया कि इस बीच ही बांग्लादेश भारत से 50,000 मीट्रिक टन चावल आयात करने की तैयारी में है। इससे दोनों देशों के आर्थिक संबंध और मजबूत होंगे। उन्होंने कहा कि यह बांग्लादेश के लिए फायदेमंद होगा, क्योंकि वियतनाम से अगर हम चावल खरीदते है, तो इस पर प्रति किलोग्राम करीब 10 टका (लगभग 0.082 अमेरिकी डॉलर) अधिक खर्च आएगा।

जब उनसे सवाल गया कि क्या लोग या बाहरी ताकतें भारत विरोधी बयान दे रही हैं, तो इस पर अहमद ने जवाब दिया कि बांग्लादेश किसी भी तरह की कड़वाहट नहीं चाहता। अगर कोई बाहरी तत्व दोनों देशों में तनाव भड़काने की कोशिश कर रहा है, तो यह किसी के भी हित में नहीं है।

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Published By : Ankur Shrivastava

पब्लिश्ड 24 December 2025 at 10:10 IST