अपडेटेड 20 December 2025 at 16:43 IST

उस्मान हादी के जनाजे में शामिल हुए लाखों लोग, विद्रोही कवि के बगल में सुपुर्द-ए-खाक, मुहम्मद यूनुस भी पहुंचे

शरीफ उस्मान हादी को राजकीय सम्मान के साथ सुपुर्द-ए-खाक किया गया। उनके जनाजे में लाखों लोग शामिल हुए। ढाका के राष्ट्रीय संसद भवन के दक्षिण प्लाजा में दोपहर करीब ढाई बजे नमाज-ए-जनाजा अदा की गई।

सुपुर्द-ए-खाक हुआ उस्मान हादी | Image: ANI

बांग्लादेश के प्रमुख छात्र नेता और 2024 के छात्र-जन आंदोलन के नेता शरीफ उस्मान हादी को राजकीय सम्मान के साथ सुपुर्द-ए-खाक किया गया। उनकी नमाज-ए-जनाजा ढाका के राष्ट्रीय संसद भवन के दक्षिण प्लाजा में दोपहर करीब ढाई बजे अदा की गई, जिसमें लाखों लोगों ने हिस्सा लिया। जनाजे के दौरान सड़कों पर जनसैलाब उमड़ पड़ा और लोग न्याय की मांग के नारे लगा रहे थे।

उस्मान हादी के बड़े भाई अबू बक्र सिद्दीकी ने जनाजे की नमाज पढ़ाई। हादी को ढाका विश्वविद्यालय परिसर में राष्ट्रीय कवि काजी नजरुल इस्लाम की समाधि के पास सुपुर्द-ए-खाक किया गया। यह जगह उनके परिवार की इच्छा के अनुसार चुनी गई थी। अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस जनाजे में मौजूद रहे और श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा, "हादी तुम हमारे दिल में हो, तुम्हारी विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी।" यूनुस ने हादी को राष्ट्र की आवाज बताया और उनकी मौत को अपूरणीय क्षति करार दिया।

सुरक्षा के रहे सख्त इंतजाम

जनाजे में अलग-अलग राजनीतिक दलों के नेता, सेना प्रमुख जनरल वाकर-उज-जमान, छात्र नेता और आम जनता बड़ी संख्या में शामिल हुई। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे, जिसमें सेना, पुलिस और रैपिड एक्शन बटालियन के जवान तैनात रहे। ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध लगा था और लोगों से बैग या भारी सामान न ले जाने की अपील की गई थी।

सिंगापुर में हुई मौत

उस्मान हादी की मौत 18 दिसंबर को सिंगापुर के एक अस्पताल में हुई थी। 12 दिसंबर को ढाका के पुराना पल्टन इलाके में चुनाव प्रचार के दौरान मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने उन पर गोली चलाई थी। गंभीर रूप से घायल हादी को पहले ढाका मेडिकल और फिर एवरकेयर अस्पताल में भर्ती किया गया, बाद में बेहतर इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया। मौत की खबर फैलते ही देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन और हिंसा हुई।

एक दिन का राजकीय शोक

सरकार ने हादी की मौत पर एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया और राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहा। अंतरिम सरकार ने हत्यारों को जल्द सजा दिलाने का वादा किया है। हादी इंकलाब मंच के प्रवक्ता थे और आगामी चुनाव में ढाका-8 सीट से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में प्रचार कर रहे थे। उनकी मौत ने बांग्लादेश की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है।

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 20 December 2025 at 16:38 IST