अपडेटेड 15 May 2025 at 19:06 IST

Operation Sindoor: 'मैं यह नहीं कहना चाहता कि मैंने मध्यस्थता...', भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने क्यों मारी पलटी?

डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी उस टिप्पणी पर नरम रुख अपनाया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने के पीछे उनका हाथ था।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मारी पलटी | Image: AP

India-Pakistan Ceasefire : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर में अपनी भूमिका को लेकर पलटी मारली है। कतर के दोहा में उन्होंने कहा कि मैंने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर नहीं कराया है। इसके पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने दोनों देशों के बीच हुए सीजफायर का क्रेडिट लेने की कोशिश की थी। हालांकि, भारत शुरू से ही अमेरिका की भूमिका से इंकार कर रहा है।

डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान युद्ध विराम पर अपना रुख नरम करते हुए कहा कि वे इसका पूरा श्रेय नहीं लेंगे, लेकिन उन्होंने दोनों देशों के बीच तनाव कम करने में अहम भूमिका निभाई है। इससे पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति ने दावा किया था कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने के लिए मध्यस्थता की थी। ट्रंप ने यहां तक ​​दावा किया था कि उन्होंने दोनों देशों को तब तक व्यापार बंद करने की धमकी दी थी, जब तक वे गोलीबारी बंद नहीं कर देते। हालांकि, भारत ने ट्रंप के व्यापार संबंधी दावों को खारिज करते हुए कहा कि युद्ध विराम बातचीत के दौरान व्यापार का कभी जिक्र नहीं हुआ।

ट्रंप ने क्या कहा?

भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर पर कतर के दोहा में डोनाल्ड ट्रंप ने बात करते कहा- "मैं यह नहीं कहना चाहता कि मैंने ऐसा किया, लेकिन मैंने पिछले सप्ताह पाकिस्तान और भारत के बीच समस्या को सुलझाने में निश्चित रूप से मदद की और हमने इसे सुलझा लिया। हमने उनसे व्यापार के बारे में बात की, कहा कि आइए इसके बजाय व्यापार करें। पाकिस्तान इससे बहुत खुश था और भारत भी इससे खुश था।

जयशंकर ने पाकिस्तान को दिखाया आईना

इससे पहले आज विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान की आलोचना करते हुए कहा कि भारत ने कई आतंकी शिविरों को नष्ट करने के बाद इस्लामाबाद को अच्छी सलाह दी है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत ने पाकिस्तान की सेना या सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना नहीं बनाया, लेकिन पाकिस्तान तनाव बढ़ाना जारी रखे हुए है। जयशंकर ने कहा, "10 मई की सुबह जब भारत ने उन्हें बुरी तरह से निशाना बनाया गया, तभी यह स्पष्ट हो गया कि वास्तव में गोलीबारी बंद करने की मांग कौन कर रहा था।"

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 15 May 2025 at 18:32 IST