अपडेटेड 21 March 2025 at 22:33 IST

Earthquake: महसूस किए गए भूकंप के तेज झटके, 6.2 की तीव्रता कांपी धरती, सहमे लोग

Earthquake: पनामा के कई प्रांतों में भूकंप के झटके महसूस किये गये, लेकिन किसी के घायल होने या क्षति की तत्काल कोई सूचना नहीं है।

महसूस किए गए भूकंप के तेज झटके | Image: PTI

पनामा के प्रशांत तट पर शुक्रवार को भूकंप के जबरदस्त झटके महसूस किये गये, लेकिन राजधानी में इसका अधिक प्रभाव नहीं दिखा। ‘यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे’ के अनुसार, भूकंप का केंद्र प्रशांत महासागर में बुरीका से लगभग 123 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व में था और इसकी तीव्रता 6.2 थी। भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई में स्थित था।

राष्ट्रीय नागरिक रक्षा सेवा केंद्र ने कहा कि मध्य पनामा के कई प्रांतों में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये, लेकिन किसी के घायल होने या क्षति की तत्काल कोई सूचना नहीं है।

10 रिक्‍टर स्‍केल का भूकंप आने से क्या होगा?

भूकंप के लिहाज से भारत का अधिकतर हिस्सा सुरक्षित है। लेकिन कल्पना कीजिए कि अगर 10  रिक्‍टर स्‍केल का भूकंप आता है, तो क्या होगा? तो चलिए हम आपको इसका जवाब देते हैं।

1.9 रिक्‍टर स्‍केल

इस तीव्रता के भूकंप को सिर्फ सीज्‍मोग्राफ पर दर्ज किया जाता है। ये आम लोगों को महसूस नहीं होता। हर साल करीब 10 हजार ऐसे भूकंप आते हैं।

2.9 रिक्‍टर स्‍केल

2.9 रिक्‍टर स्‍केल के भूकंप से बेहद हल्का कंपन महसूस होता है। जानमाल का नुकसान नहीं होता।

3.9 रिक्‍टर स्‍केल

हल्‍के झटके महसूस होते हैं। इस तरह का अनुभव महसूस होता है जैसे कई बस करीब से निकल गई हो। जानमाल का नुकसान नहीं होता है।

4.9 रिक्‍टर स्‍केल

हल्के से कुछ तेज झटके लगते हैं। दीवार पर टंगी तस्वीरें गिर सकती हैं, घरों की खिड़कियां टूट सकती हैं और इमारतों को नुकसान हो सकता है।

5.9 रिक्‍टर स्‍केल

इस तीव्रता के भूकंप से काफी नुकसान हो सकता है। घर में रखे फर्नीचर हिलने लगते हैं। घरों की दीवारों में दरारें भी आ सकती हैं।

6 - 6.9 रिक्‍टर स्‍केल

पूरे शहर में भूकंप का प्रभाव दिखता है। कच्चे घर जमींदोज हो जाते हैं, इमारतों की भी नींव दरक सकती है। दुनिया में हर साल ऐसे करीब 200 भूकंप आते हैं।

7.9 रिक्‍टर स्‍केल

ये भूकंप बहुत विनाशकारी होते हैं। बहुत तीव्र कंपन महसूस होता है, जानमाल का काफी नुकसान होता है। बड़ी इमारतें गिर सकती हैं और सूनामी आने का खतरा भी बढ़ जाता है।

8.9 रिक्‍टर स्‍केल

8.9 रिक्‍टर स्‍केल पर जानमाल का भारी नुकसान होता है। बड़े-बड़े पुल ढह सकते हैं, शहर के शहर तबाह हो सकते हैं।

9.9 रिक्‍टर स्‍केल

पृथ्‍वी के बड़े हिस्‍से का नाश हो जाएगा। मैदानी धरती खेत की तरह लहराएगी। ऐसी प्रलय की कल्पना करना मुश्किल है।

10 रिक्‍टर स्‍केल

10 रिक्‍टर स्‍केल का भूकंप आने पर शायद ही धरती पर कोई बचे।

(भाषा इनपुट के साथ)

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 21 March 2025 at 22:25 IST