अपडेटेड 31 August 2025 at 19:18 IST
SCO Summit में PM मोदी, चीनी प्रेसिडेंट शी जिनपिंग समेत इन राष्ट्राध्यक्षों से हुई द्विपक्षीय मुलाकात; जानें क्या हुई बात
PM Modi in SCO Summit: प्रधानमंत्री मोदी ने मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू से मुलाकात की। एक्स हैंडल पर इस मुलाकात की तस्वीर को शेयर करते हुए पीएम मोदी ने लिखा, " तियानजिन में एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू से बातचीत की। मालदीव के साथ भारत का विकासात्मक सहयोग हमारे लोगों के लिए अत्यंत लाभकारी है।"
PM Modi in SCO Summit: चीन के तियानजिन शहर में शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन का आगाज हो चुका है। इस खास मौके पर चीन के प्रेसिडेंट शी जिनपिंग ने शिखर सम्मेलन के मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। इस दौरान सदस्य देशों के अन्य राष्ट्राध्यक्षों का भी जिनपिंग ने स्वागत किया। इसके बाद शिखर सम्मेलन में सदस्य देशों के नेताओं का फोटो सेशन हुआ। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अन्य राष्ट्राध्यक्ष/शासनाध्यक्ष शामिल हुए।
वहीं, इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समिट से पहले चीनी प्रेसिडेंट शी जिनपिंग से मुलाकात की। शी के बाद पीएम मोदी ने अन्य कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ द्विपक्षीय मुलाकात और बातचीत की है। आइए जानते हैं कि पीएम मोदी की मुलाकात किन-किन देशों के शीर्ष नेताओं के साथ हुई और क्या कुछ चर्चा हुई…
राष्ट्रपति शी जिनपिंग से पीएम मोदी की मुलाकात
प्रधानमंत्री मोदी ने शिखर सम्मेलन से पहले चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात और द्विपक्षीय बैठक की। इसको लेकर प्रधानमंत्री ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा, "शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान तियानजिन में राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ एक सार्थक बैठक हुई। हमने कजान में हुई अपनी पिछली बैठक के बाद से भारत-चीन संबंधों में आई सकारात्मक प्रगति की समीक्षा की। हम सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और सौहार्द बनाए रखने के महत्व पर सहमत हुए और आपसी सम्मान, आपसी हित और आपसी संवेदनशीलता पर आधारित सहयोग के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।"
नेपाल और मालदीव के शीर्ष नेताओं से मुलाकात
पीएम मोदी ने नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली से भी मुलाकात की। इस मुलाकात की तस्वीरों को शेयर करते हुए पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा,"तियानजिन में नेपाल के प्रधानमंत्री श्री के.पी. ओली से मिलकर मुझे बहुत खुशी हुई। नेपाल के साथ भारत के संबंध बहुत गहरे और विशेष हैं।"
प्रधानमंत्री मोदी ने मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू से मुलाकात की। एक्स हैंडल पर इस मुलाकात की तस्वीर को शेयर करते हुए पीएम मोदी ने लिखा, " तियानजिन में एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू से बातचीत की। मालदीव के साथ भारत का विकासात्मक सहयोग हमारे लोगों के लिए अत्यंत लाभकारी है।"
मिस्र, बेलारूस और ताजिकिस्तान के राष्ट्राध्यक्षों से प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात
पीएम मोदी ने मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मदबौली से भी मुलाकात की। इस मुलाकात की तस्वीर को शेयर करते हुए पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, "एससीओ शिखर सम्मेलन में मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मदबौली से मुलाकात हुई। कुछ साल पहले की अपनी मिस्र यात्रा को याद किया। भारत-मिस्र मैत्री प्रगति की नई ऊंचाइयों को छू रही है!"
इसके अलावा पीएम मोदी ने बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको से मुलाकात की। उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा, "बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको से मिलकर खुशी हुई। जहां तक हमारे देशों का सवाल है, हम दोनों ही भविष्य में मिलने वाले लाभकारी अवसरों को लेकर बहुत आशावादी हैं।"
पीएम मोदी ने ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमाली रहमान से मुलाकात और वार्ता की। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा, “ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति श्री इमोमाली रहमान के साथ बातचीत करना हमेशा खुशी की बात होती है। भारत के व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंध बढ़ रहे हैं और यह एक अद्भुत संकेत है।”
कजाकिस्तान और म्यांमार के शीर्ष नेताओं के साथ मुलाकात
पीएम मोदी ने कजाकिस्तान के राष्ट्रपति तोकायेव के साथ भी मुलाकात की। उन्होंने अपने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा, "कजाकिस्तान के राष्ट्रपति तोकायेव के साथ विचारों का सार्थक आदान-प्रदान हुआ। हमारे देश ऊर्जा, सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवा और फार्मा सहित कई प्रमुख क्षेत्रों में मिलकर काम कर रहे हैं।"
वहीं, पीएम मोदी ने म्यांमार के वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग के साथ मुलाकात की। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा, "वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग और मैंने तियानजिन में बातचीत की। म्यांमार भारत की एक्ट ईस्ट और नेबरहुड फर्स्ट नीतियों का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। हम दोनों इस बात पर सहमत हुए कि व्यापार, संपर्क, ऊर्जा, दुर्लभ मृदा खनन और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में संबंधों को बढ़ावा देने की अपार संभावनाएं हैं।"
Published By : Amit Dubey
पब्लिश्ड 31 August 2025 at 19:18 IST