अपडेटेड 21 October 2025 at 15:45 IST

'जिसने हमें छेड़ा, उसकी जड़ें उखड़ गईं', BLA के अटैक से कांपे शहबाज-मुनीर; अब तालिबान चीफ ने पाकिस्तान को तबाह करने की दी धमकी

तालिबान के सेना प्रमुख फसीहुद्दीन फितह ने खुलेआम कहा है कि जो कोई भी अफगानों को भड़काएगा, उसकी जड़ें उखाड़ दी जाएंगी।

प्रतीकात्मक तस्वीर | Image: AP

पाकिस्तान और अफगानिस्तान कभी भाई-भाई होने का दावा करते थे, लेकिन आज हालात ऐसे हैं कि पाकिस्तान देश के लोगों पर बमबारी करता है, मासूम बच्चों और बुज़ुर्गों पर हमले करता है। बदले में, जब अफगान सेना ने उसे उसकी औकात दिखाई और हथियार और टैंक जब्त कर लिए, तो अब वह खुली धमकियां दे रहा है।

इसी संदर्भ में, तालिबान के सेना प्रमुख फसीहुद्दीन फितह ने खुलेआम कहा है कि जो कोई भी अफगानों को भड़काएगा, उसकी जड़ें उखाड़ दी जाएंगी।

तालिबान के सेना प्रमुख फसीहुद्दीन फितह ने अफगानिस्तान के इतिहास को याद करते हुए इस्लामाबाद को चेतावनी दी है। तालिबान के सेना प्रमुख ने कहा, "इतिहास पलटकर देखिए, जो कोई भी हमारे देश पर हमला करने की कोशिश करता है, वह अंततः अपनी जड़ों पर ही हमला करता है।"

'गंभीर परिणाम भुगतने होंगे'

तालिबान के सेना प्रमुख की यह टिप्पणी दोहा में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर के एक दिन बाद आई है। इससे पहले पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने कहा था कि युद्धविराम तभी मान्य है जब अफगानिस्तान अपनी सेना को अपनी सीमा पार करने से रोके।

पाकिस्तान-अफगानिस्तान समझौते के बाद, पाकिस्तानी सेना और तालिबान के बीच कई दिनों से चल रही हिंसक झड़पें बंद हो गई हैं। हालांकि, दोनों पक्षों के बीच तनाव बना हुआ है। अफगानिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फसीहुद्दीन फितरत ने कहा, "इतिहास गवाह है कि जो भी हमारे देश में घुसा, उसने अपनी जड़ें खुद खोद लीं। भविष्य में जो भी अफगानिस्तान की धरती पर घुसने की कोशिश करेगा, उसे निर्णायक और विनाशकारी जवाब मिलेगा।" उन्होंने कहा कि हाल ही में पाकिस्तानी सेना के हमले में अफगान नागरिक मारे गए हैं और अफगानिस्तान इस्लामिक अमीरात इस मामले में पीछे नहीं हटेगा।

अफगान सरकार ने क्या कहा?

पिछले हफ्ते पाकिस्तान ने अफगानिस्तान की सीमा से लगे पक्तिका प्रांत पर बमबारी की, जिसमें लगभग 10 लोग मारे गए और 100 से ज्यादा घायल हुए। एक हफ्ते पहले, जब पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के अंदर काबुल पर हवाई हमला किया, तब दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था। पाकिस्तान का दावा है कि उसने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के ठिकानों पर बमबारी की, जिसे अफगानिस्तान ने अपनी संप्रभुता पर हमला बताया। इसके बाद हुआ सैन्य टकराव दोहा वार्ता के बाद समाप्त हो गया।

इस बीच, तालिबान के रक्षा मंत्री मुल्ला याकूब ने भी कहा कि टीटीपी कोई आतंकवादी संगठन नहीं है। सिर्फ पाकिस्तान ही अपने विरोधियों के खिलाफ राजनीतिक उद्देश्यों के लिए आतंकवादी होने का ठप्पा लगाता है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि अफगान सरकार तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान को आतंकवादी संगठन नहीं मानती, लेकिन उसका किसी सशस्त्र समूह से कोई संबंध नहीं है और न ही वह उसका समर्थन करती है।

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Published By : Kunal Verma

पब्लिश्ड 21 October 2025 at 15:45 IST