अपडेटेड 25 November 2025 at 20:52 IST
Pakistan: घर में नहीं है दाने, अम्मा चली भुनाने... बांग्लादेश को चावल सप्लाई करेगा कंगाल PAK, 1 लाख टन चावल खरीदने का टेंडर जारी
पाकिस्तान-बांग्लादेश को 1 लाख टन चावल निर्यात करेगा। पाकिस्तान का चावल सप्लाई करना वैसा ही है जैसे किसी गरीब घर में एक दिन का अनाज बेचकर अगले हफ्ते का जश्न मनाना। क्या पता, अगली बार पाकिस्तान बांग्लादेश को ही उधार चावल मंगवाने का टेंडर जारी कर दे।
Pakistan News : पाकिस्तान ने फिर से दुनिया को चौंका दिया है। जो देश कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है, महंगाई की आग में तप रहा है और अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए IMF की दया पर निर्भर है, वो अब बांग्लादेश को 1 लाख टन चावल निर्यात करने जा रहा है। सुनने में तो बड़ा रिकॉर्ड लगता है, लेकिन ये रिकॉर्ड उतना ही चमकदार है जितना कर्ज में दबा पाकिस्तान।
पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच संबंधों में आई नई गर्मजोशी के बीच पाकिस्तान ने बांग्लादेश को 1 लाख टन चावल निर्यात करने की तैयारी तेज कर दी है। यह अब तक का सबसे बड़ा चावल निर्यात सौदा होगा, जो दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन ऑफ पाकिस्तान (TCP) ने पिछले सप्ताह बांग्लादेश को 1 लाख टन चावल की आपूर्ति के लिए टेंडर जारी किया है। पाकिस्तान सरकार ने यह फैसला ऐसे वक्त लिया है, जब देश की अर्थव्यवस्था दबाव में है।
दोनों देशों के रिश्ते में सुधार
बात 20 नवंबर की है, जब TCP ने एक टेंडर जारी किया। इसमें लोकल स्टॉक्स से 1 लाख टन लॉन्ग ग्रेन व्हाइट राइस (IRRI-6 वैरायटी) खरीदकर बांग्लादेश भेजने का प्लान है। बोली 28 नवंबर तक जमा करनी है और कॉन्ट्रैक्ट के 45 दिनों के अंदर शिपमेंट कर देना होगा। यह सौदा फरवरी 2025 में शुरू हुए सरकारी स्तर के सीधे व्यापार का विस्तार है, जब पहली खेप के रूप में 50,000 टन चावल बांग्लादेश भेजा गया था।
शेख हसीना की अगस्त 2024 में सत्ता से बेदखली के बाद दोनों देशों के रिश्ते में सुधार आया है। बांग्लादेश की अस्थायी सरकार, मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में पाकिस्तान के साथ व्यापार को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय रही है। अक्टूबर 2025 में ढाका में हुई संयुक्त आर्थिक आयोग की बैठक में पाकिस्तान ने बांग्लादेश को कराची बंदरगाह तक पहुंच प्रदान करने का प्रस्ताव रखा, ताकि मध्य एशियाई देशों और चीन के साथ क्षेत्रीय व्यापार आसान हो सके।
आर्थिक मायूसी का आईना
असल में, ये खबर पाकिस्तान की आर्थिक मायूसी का आईना है। वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में पाकिस्तान के चावल निर्यात में 28 प्रतिशत की गिरावट आई। क्योंकि भारत ने 2024 में चावल निर्यात शुरू कर दिया, जिससे बाजार में कॉम्पिटिशन बढ़ गया। ऊपर से पाकिस्तानी सरकार ने बासमती चावल पर न्यूनतम निर्यात मूल्य (MEP) हटा दिया और जीरो-रेट सेल्स टैक्स भी वापस ले लिया। एक तरफ 1 लाख टन चावल बांग्लादेश को बेचो, दूसरी तरफ कुल निर्यात घट रहा हो, ये तो वैसा ही है जैसे कोई भूखा आदमी एक रोटी बेचकर दो रोटी खरीदने का सपना देखे।
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था हालत खस्ता
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था तो पहले से ही जंग लगी साइकिल की तरह है। महंगाई आसमान छू रही है, बेरोजगारी युवाओं को सड़कों पर उतार रही है और विदेशी मुद्रा भंडार इतना कम है कि आईएमएफ की हर किश्त पर नजर टिकी रहती है और ऊपर से ये चावल निर्यात। दूसरी तरफ भारत हर साल करोड़ों टन चावल निर्यात करता है और पाकिस्तान की ये 'उपलब्धि' बांग्लादेश जैसे पड़ोसी को बेचकर थोड़ी राहत पा रही है।
पाकिस्तान का चावल सप्लाई करना वैसा ही है जैसे किसी गरीब घर में एक दिन का अनाज बेचकर अगले हफ्ते का जश्न मनाना। क्या पता, अगली बार पाकिस्तान बांग्लादेश को ही उधार चावल मंगवाने का टेंडर जारी कर दे।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 25 November 2025 at 20:52 IST