अपडेटेड 5 May 2025 at 22:18 IST
Chenab का पानी बंद होने के बाद पाकिस्तान के खरीफ फसलों के लिए बढ़ा संकट, IRSA के बयान ने लगाई मुहर
चिनाब नदी का प्रवाह रुकने के बाद पाकिस्तान में खरीफ फसलों के लिए पानी का संकट छाने लगा है। खुद पाकिस्तान के IRSA ने इसकी पुष्टि की है।
पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद आतंक के पनाहगार देश पाकिस्तान के खिलाफ इस वक्त तमाम भारतीय लोगों में गुस्सा भरा हुआ है। भारत पाकिस्तान का आर्थिक रूप से कमर तोड़ना चाहता है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने सिंधु जल संधि रद्द करने का फैसला लिया। जिसका असर अब देखने को मिल रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि खुद पाकिस्तान के सिंधु नदी प्रणाली प्राधिकरण (IRSA) ने इस बात को कबूल किया है कि उनके खरीफ फसलों के लिए पानी की कमी हो सकती है।
IRSA ने चिनाब नदी का पानी रोके जाने के बाद उल्लेखनीय गिरावट की वजह से बचे हुए प्रारंभिक खरीफ मौसम के लिए 21% पानी की कमी का अनुमान लगाया है। इतना ही नहीं, समिति ने मारला में चिनाब के प्रवाह में अचानक गिरावट पर गंभीर चिंता व्यक्त की। बता दें, पाकिस्तान की इस चिंता का कारण इस वक्त भारत है। भारत की ओर से रोकी गई पानी की वजह से अब पाकिस्तान को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
मई-जून तक पाकिस्तान को पानी की दिक्कत
समिति ने चेतावनी दी कि पानी की लगातार कम आपूर्ति प्रारंभिक खरीफ अवधि (1 मई - 10 जून) के दौरान पानी की कमी को और बढ़ा सकती है। स्थिति को देखते हुए IRSA ने जल आवंटन को बनाए रखने के लिए उपलब्ध जलाशयों के संयुक्त उपयोग पर निर्णय लिया है। IRSA ने इस बात की भी पुष्टि की है कि समिति स्थिति की दैनिक निगरानी करेगा और अगर हालात आने वाले समय में और बिगड़ते हैं, तो उसके अनुसार बदलाव किए जाएंगे।
चिनाब नदी का पानी रोकने के बाद अब झेलम की तैयारी
भारत ने चिनाब नदी का पानी रोक दिया है। वहीं अब झेलम का भी पानी रोकने की तैयारी की जा रही है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी की तरफ से इसे लेकर एक पोस्ट भी साझा किया गया है। भारत बिना किसी युद्ध के पाकिस्तान की कमर तोड़ने की तैयारी कर रहा है। भारत ने बगलिहार बांध से चिनाब नहीं पर पानी रोक दिया है। बगलिहार बांध के जिस गेट से पानी का प्रवाह पाकिस्तान की ओर होता था, उसे रोक दिया गया है। इसके बाद अब किशनगंगा बांध के जरिए भारत झेलम नदी का पानी रोकने की तैयारी चल रही है।
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 5 May 2025 at 22:18 IST