अपडेटेड 28 December 2025 at 10:55 IST
'जंग हो गई है सर, बंकर में चलें...', ऑपरेशन सिंदूर पर पाकिस्तान राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी का कबूलनामा, सेना ने छिपने की दी थी सलाह
पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 6-7 मई को PoK और पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। पाक राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने कबूला कि Operation Sindoor के दौरान पाक सेना ने उन्हें बंकरों में छिपने की सलाह दी थी।
22 अप्रैल, 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद मई में भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था। पहलगाम हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई थी। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों को जिम्मेदार ठहराया और 6-7 मई की रात को पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए थे।
ऑपरेशन सिंदूर के वक्त पाक सेना थर-थर कांप रही थी। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी का बड़ा कबूलनामा आया है। हाल ही में राष्ट्रपति जरदारी का एक बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने मई 2025 के सैन्य टकराव का जिक्र किया। एक सार्वजनिक सभा में जरदारी ने बताया कि भारतीय कार्रवाई के दौरान पाकिस्तानी सेना ने उन्हें बंकर में छिपने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा कि नेता बंकरों में नहीं मरते और पाकिस्तान ने भारत को मुंहतोड़ जवाब दिया था।
ऑपरेशन सिंदूर से दहशत में था पाक
पाकिस्तान राष्ट्रपति का यह बयान कबूलनामा है कि भारतीय सेना ने कैसे ऑपरेशन सिंदूर से पाक में दहशत पैदा करदी थी। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने आतंकी कैंपों को निशाना बनाया, जिससे पाकिस्तान को सैन्य और मनोवैज्ञानिक दोनों स्तर पर झटका लगा। बाद में पाकिस्तान के अनुरोध पर देशों के बीच संघर्षविराम हुआ, लेकिन इसका असर आज भी दिखता है। ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को मजबूत किया था। पाकिस्तान में इस घटना को लेकर आज भी चर्चाएं जारी हैं, जबकि भारत ने इसे आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई बताया।
'जंग हो गई है सर, बंकर में चलें'
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने शनिवार को खुले तौर पर स्वीकार किया कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद मई में भारत के साथ सैन्य टकराव के दौरान सेना ने उन्हें बंकर में शरण लेने की सलाह दी थी। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि अगर शहादत होनी तय थी तो वहीं हो जाती और यह भी कहा कि नेता बंकरों में नहीं मरते।
पाकिस्तान के साथ सैन्य टकराव खत्म होने के तुरंत बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा था, “सुख चैन की जिंदगी जियो, रोटी खाओ, वरना मेरी गोली तो है ही।” इसका जवाब देते हुए जरदारी ने कहा, "हम जंग के मैदान के लिए खुद तैयार हैं, हम अपने जानो की कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं। तो ये भूल जाओ रोटी होगी, गोली होगी, तुम क्या गोली मारोगे, गोली तो हम मारेंगे।"
ऑपरेशन सिंदूर
भारत ने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए 6 और 7 मई की दरमियानी रात को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित 9 आतंकी शिविरों पर ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। हालांकि, भारत में नागरिक और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने के पाकिस्तान के असफल प्रयास के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया। जवाब में, भारत ने पाकिस्तानी हवाई अड्डों को निशाना बनाकर हमले किए।
10 मई को, भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियानों के महानिदेशकों (डीजीएमओ) द्वारा भूमि, वायु और समुद्र में सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति के बाद दोनों देश युद्धविराम पर सहमत हुए। पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत के डीजीएमओ को फोन किया और युद्धविराम की पहल की। भारतीय सेना के सटीक हमलों से नूर खान और रहीम यार खान सहित पाकिस्तानी हवाई अड्डों को भारी नुकसान पहुंचा था।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 28 December 2025 at 10:55 IST