अपडेटेड 26 May 2025 at 20:52 IST
पिता की मायूसी न देख सके बच्चे... 90 की उम्र में ढूंढ लाए दुल्हन, 4 बेटों के सामने किया निकाह और पत्नी को दिया 1 तोला सोना
Pakistan: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत से एक ऐसी अनोखी शादी की खबर सामने आई है, जिसने समाज के कई पारंपरिक सोच को चुनौती दी है। यहां 90 साल के मौलाना सैफुल्लाह ने अपने चार बेटों की मौजूदगी में दूसरी शादी रचाई, जो अब एक मिसाल के तौर पर देखी जा रही है। परिवार के मुताबिक, मौलाना के बेटे काफी समय से अपने पिता के लिए सही जीवनसाथी की तलाश में थे। दुल्हन के मिलने के बाद उन्होंने पूरी शान के साथ अपने पिता का निकाह कराया।
Pakistan: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत से एक ऐसी अनोखी शादी की खबर सामने आई है, जिसने समाज के कई पारंपरिक सोच को चुनौती दी है। यहां 90 साल के मौलाना सैफुल्लाह ने अपने चार बेटों की मौजूदगी में दूसरी शादी रचाई, जो अब एक मिसाल के तौर पर देखी जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, यह विवाह समारोह शिंगाला जिले में पारिवारिक और धार्मिक रीति-रिवाजों के साथ संपन्न हुआ। मौलाना सैफुल्लाह ने अपने बेटों, पोतों और रिश्तेदारों की मौजूदगी में निकाह कबूल किया। बताया जा रहा है कि उनकी पहली पत्नी के निधन के बाद वे अकेलापन महसूस कर रहे थे, जिसे देखते हुए बेटों ने मिलकर उनके लिए जीवनसाथी की तलाश शुरू की।
बेटों ने निभाई जिम्मेदारी, बुजुर्ग पिता की इच्छा को दी तरजीह
परिवार के मुताबिक, मौलाना के बेटे काफी समय से अपने पिता के लिए सही जीवनसाथी की तलाश में थे। दुल्हन के मिलने के बाद उन्होंने पूरी शान के साथ अपने पिता का निकाह कराया। बेटे कहते हैं कि यह कदम उन्होंने अपने पिता के सपनों को पूरा करने और उन्हें बुजुर्गावस्था में भी खुश देखने के लिए उठाया।
समाज में पेश की नई सोच की मिसाल
शादी में शामिल लोगों ने सैफुल्लाह के बेटों की इस पहल की सराहना करते हुए इसे माता-पिता की इच्छाओं का सम्मान करने वाला और मानवीय मूल्यों को प्राथमिकता देने वाला कदम बताया। स्थानीय लोगों ने इस फैसले को प्रगतिशील सोच का प्रतीक बताया और कहा कि यह घटना इस बात का प्रमाण है कि प्यार और साथ की जरूरत उम्र की मोहताज नहीं होती।
दुल्हन को मैहर में मिला एक तोला सोना
निकाह के दौरान मौलाना सैफुल्लाह ने अपनी नवविवाहिता पत्नी को मैहर के रूप में एक तोला सोना भेंट किया, जिसकी चर्चा इलाके में खूब हो रही है। समाज के कई लोगों का मानना है कि यह शादी न केवल बुजुर्गों की भावनाओं को समझने की मिसाल है, बल्कि इसने उम्र और विवाह को लेकर बने कई सामाजिक टैबू को भी तोड़ा है। इस घटना ने साबित कर दिया है कि नई जिंदगी शुरू करने के लिए कभी भी देर नहीं होती, और प्यार की कोई उम्र नहीं होती।
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 26 May 2025 at 20:51 IST