अपडेटेड 10 October 2025 at 16:12 IST
Pakistan Violence: लाहौर में भीषण हिंसा, तहरीक-ए-लब्बैक कार्यकर्ताओं और पुलिस की झड़प के बाद ताबड़तोड़ फायरिंग; 2 की मौत, कई घायल
Pakistan Violence : लाहौर में तहरीक-ए-लब्बैक के प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़पें हुई, जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हैं।
Tensions in Pakistan : शहबाज शरीफ और आसिम मुनीर से पाकिस्तान संभलता हुआ नजर नहीं आ रहा है। PoK के बाद अब पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर में बहुत बड़ा बवाल हो गया है। लाहौर में तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच भारी हिंसा भड़क उठी है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने बिना चेतावनी के गोलीबारी की, जिसमें कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए।
पाकिस्तान में तनाव बढ़ रहा है क्योंकि तहरीक-ए-लब्बैक ने सेना और सरकार के खिलाफ अपने विरोध प्रदर्शन तेज कर दिए हैं। प्रदर्शनकारी गाजा में हो रही हिंसा के खिलाफ अमेरिकी दूतावास की ओर मार्च कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिससे स्थिति बेकाबू हो गई। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने कार्रवाई के दौरान तेजाब का भी इस्तेमाल किया।
इंटरनेट बंद, 2 की मौत
इस बीच, इस्लामाबाद और रावलपिंडी में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। पुलिस और प्रदर्शनकारियों में हुई हिंसक झड़प और पुलिस की गोलीबारी में 2 प्रदर्शनकारी की मौत हो गई और करीब 50 लोग घायल हैं। शुक्रवार को पाकिस्तान के पूर्वी शहर लाहौर में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच उस वक्त हिंसक झड़पें हुईं, जब सुरक्षा बलों ने हजारों प्रदर्शनकारियों को शहर से राजधानी इस्लामाबाद जाने से रोकने की कोशिश की। प्रदर्शनकारी अमेरिकी दूतावास के बाहर फिलिस्तीनी समर्थक रैली आयोजित करने की योजना बना रहे थे।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया और तितर-बितर करने के लिए कई जगहों पर आंसू गैस छोड़ी। जवाब में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर फेंके। इस्लामवादी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान पार्टी ने एक बयान में दावा किया कि गुरुवार से उसके दो समर्थक मारे गए हैं और 50 अन्य घायल हुए हैं। पंजाब की प्रांतीय सरकार की तरफ से फिलहाल कोई बयान नहीं आया है। पाकिस्तान के पंजाब में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की भतीजी मरियम नवाज शरीफ की सरकार है।
पाकिस्तान में क्यों हो रहा प्रदर्शन
TLP एक कट्टरपंथी धार्मिक संगठन है। यह विरोध प्रदर्शन हमास और इजराइल द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता में युद्धविराम योजना पर सहमति जताए जाने के बाद हो रहा है। इससे पहले लाहौर में जुमे की नमाज के दौरान हजारों नमाजियों को संबोधित करते हुए, TLP प्रमुख साद रिजवी ने मार्च की घोषणा करते हुए कहा था, "अब हम लाहौर से इस्लामाबाद स्थित अमेरिकी दूतावास तक मार्च करेंगे।"
लाहौर, इस्लामाबाद से लगभग 350 किलोमीटर दूर है। अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को इस्लामाबाद में घुसने से रोकने के लिए मुख्य मोटरवे, मुख्य राजमार्गों और इस्लामाबाद की ओर जाने वाली सड़कों पर शिपिंग कंटेनर रख दिए हैं। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार ने इस्लामाबाद और रावलपिंडी में मोबाइल इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी हैं।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 10 October 2025 at 15:59 IST