अपडेटेड 24 December 2025 at 11:46 IST

'भारत के हमले गलत कैसे', ल्यारी में बैठकर मौलाना ने पूछे तीखे सवाल, तो तिलमिला गए ख्वाजा आसिफ, देते फिर रहे सफाई

Pakistan News: पाकिस्तान में ल्यारी में बैठकर एक मौलाना ने तीखे सवाल क्या पूछ लिए, वहां की सरकार को इससे मिर्ची लग गई। अब पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ इस पर सफाई देते फिर रहे हैं। उनका कहना है कि अफगानिस्तान पर हमारा एक्शन और भारत के हमलों की तुलना करना गलत है।

Maulana fazlur rehman- Khawaja Asif | Image: X, AP

Pakistan News: पाकिस्तान के ल्यारी से हाल में एक नेता मौलाना फजलुर रहमान ने अपनी सरकार पर ऐसे सवाल दागे, जिसने वहां की राजनीति में हलचल मचा दी। मौलाना ने आर्मी प्रमुख असीम मुनीर से भारत की स्ट्राइक और अफगानिस्तान को लेकर चुभने वाले सवाल पूछे। इससे पाकिस्तान की सरकार तिलमिला गई है। इसके बाद अब पाकिस्तान के रक्षा मंत्री असीम मुनीर सफाई देते फिर रहे हैं। उनका कहना है कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के खिलाफ इस्लामाबाद की कार्रवाई और भारत के हमलों की तुलना नहीं की जा सकती।

जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (फजल) (JUI-F) के अध्यक्ष मौलाना फजलुर रहमान हाल ही में ल्यारी गए थे, जहां उन्होंने पाकिस्तानी जनरलों और नेताओं से तीखे सवाल पूछे। उन्होंने कहा था कि अगर आप काबुल पर अपने हमले को सही बताते हैं तो भारत ने मुरीदके और बहावलपुर (ऑपरेशन सिंदूर) पर हमला कर क्या गलत किया? इतना ही नहीं उन्होंने अफगान पॉलिसी की भी जमकर आलोचना की।

मौलाना के सवालों पर ख्वाजा आसिफ की आई प्रतिक्रिया

मौलाना के सवालों पर अब पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ की सफाई सामने आई। वो इस दौरान TTP के खिलाफ अपनी कार्रवाई और मई में भारत की ओर से पाकिस्तान के खिलाफ बिना किसी उकसावे के की गई कार्रवाई की तुलना "गलत और अनुचित" है।

उन्होंने X पर एक पोस्ट कर कहा कि पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के 'निष्पक्ष जांच' के प्रस्ताव के बाद भी भारत इसमें पाकिस्तान की संलिप्तता का सबूत नहीं दे पाया है।

यूएन की रिपोर्ट का भी जिक्र किया

इस दौरान ख्वाजा आसिफ ने कथित रूप से संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, "संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी रिपोर्ट से यह भी साफ होता है कि भारतीय हमला गैर-कानूनी और बिना सबूत के था, और पाकिस्तान का जवाब पूरी तरह से सही था।"

उन्होंने विस्तार से बताया कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और संयुक्त राष्ट्र भी अफगान तालिबान के शासन में आतंकवाद को लेकर चिंतित हैं, और कहा कि आतंकवादी संगठनों की मौजूदगी और पाकिस्तान में घुसपैठ करने वाले आतंकवादी "इसका साफ सबूत हैं"।

पाक रक्षा मंत्री ये भी बोले, "भारत, उसके एजेंटों और समर्थकों द्वारा उठाए गए किसी भी संदेह का जवाब देश ने पहले भी दिया था और आज भी दे रहा है।

बड़बोले आसिफ एक बार फिर पहलगाम हमले में पाकिस्तान की संलप्पिता का सबूत न देने का राग अलापते नजर आए, लेकिन जो सबूत भारत की ओर से दिए गए, उस पर वो फिर चुप्पी साध गए। साथ ही उन्होंने ये नहीं बताया कि अफगानिस्तान में सोते बच्चों पर बम क्यों बरसाए, जिसमें 10 मासूमों की मौत हो गई थी।

मौलाना ने पूछे थे ये सवाल

बता दें कि 21 दिसंबर को ल्यारी से मौलाना फजलुर रहमान ने पाकिस्तान की सेना से सवाल पूछा, "आप कहते हैं कि हमने अपने दुश्मन के मरकजों पर स्ट्राइक किया और इसे आप जायज ठहराते हैं। तो हिन्दुस्तान आपसे कहता है कि मैंने बहावलपुर, मुरीदके और कश्मीर में हमारे खिलाफ हमला करने वाले मरकजों पर स्ट्राइक किया है, आप इंडिया पर एतराज क्यों जताते हैं। अगर आपको इस पर एतराज हैं तो यही इल्जाम अफगानिस्तान के हवाले से भी है, फिर इस पर आप क्या जवाब देंगे।"

उन्होंने ये भी कहा कि पाकिस्तान को ऐसा अफगानिस्तान चाहिए जो प्रो-पाकिस्तान हो। जाहिर शाह से लेकर अशरफ गनी तक अफगानिस्तान की सरकार प्रो इंडिया रही, प्रो पाकिस्तान नहीं। ऐसा लगातार होता आया है।

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Published By : Ruchi Mehra

पब्लिश्ड 24 December 2025 at 11:46 IST