अपडेटेड 19 July 2025 at 22:22 IST
Pakistan: पहलगाम अटैक के गुनहगार पर अमेरिका ने चलाया चाबुक तो चीन ने भी तरेरी आंख, दे डाली ये चेतावनी
पहलगाम हमले के बाद अमेरिका ने लश्कर-ए-तैयबा के प्रतिनिधि द रेजिस्टेंस फ्रंट को आतंकवादी समूह घोषित कर दिया। वहीं अब चीन ने भी पाकिस्तान से आतंकवाद-रोधी सहयोग बढ़ाने का आग्रह किया।
आतंक के पनाहगाह पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ पाकिस्तानी आर्मी चीफ असीम मुनीर की मुलाकात के बाद पाक मीडिया ने खबर चलाई कि ट्रंप पाकिस्तान के दौरे पर आने वाले हैं। इस बीच अमेरिका ने पाकिस्तान को सरेआम बेनकाब कर दिया। हाल ही में अमेरिका ने TRF को आतंकी संगठन घोषित कर दिया। इस बीच चीन ने भी पाकिस्तान को लताड़ लगा दिया।
दरअसल, चीन ने पाकिस्तान सहित क्षेत्रीय देशों से सुरक्षा के लिए आतंकवाद-रोधी सहयोग बढ़ाने का आग्रह किया है। अमेरिका ने भारत के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में संलिप्तता के लिए पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (LET) के एक प्रतिनिधि, द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को एक विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया है।
पहलगाम हमले को लेकर पाक के खिलाफ खुलकर बोला चीन
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने शुक्रवार को बीजिंग में एक मीडिया ब्रीफिंग में अमेरिकी विदेश विभाग की टीआरएफ पर घोषणा के बारे में पूछे जाने पर कहा, "चीन सभी प्रकार के आतंकवाद का दृढ़ता से विरोध करता है और 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता है।"
लिन ने कहा, "चीन क्षेत्रीय देशों से आतंकवाद-रोधी सहयोग बढ़ाने और संयुक्त रूप से क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने का आह्वान करता है।"
UN में हो सकती है चर्चा
गुरुवार को, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने टीआरएफ को एक विदेशी आतंकवादी संगठन और एक विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (SDGT) घोषित करने का ऐलान किया। अमेरिका के इस कदम की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, खासकर 1267 समिति में प्रतिक्रिया होने की उम्मीद है। बता दें, 1267 समिति एक प्रमुख आतंकवाद-रोधी निकाय है और आतंकवादी संस्थाओं और व्यक्तियों को नामित करती है। समिति की प्रतिबंध व्यवस्था में कई पाकिस्तानी समूहों और व्यक्तियों, जिनमें लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम), और जमात-उद-दावा (जेयूडी) के साथ-साथ हाफिज सईद और मसूद अजहर जैसे लोग शामिल हैं, की संपत्ति जब्त करना, यात्रा प्रतिबंध लगाना और हथियार प्रतिबंध लगाना शामिल है।
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 19 July 2025 at 20:17 IST