अपडेटेड 27 April 2025 at 12:34 IST

'पानी रोका तो सांसें रोक देंगे, ये परमाणु हथियार भारत की...' मोदी की Water Strike से बौखलाए पाकिस्तान रेल मंत्री की गीदड़भभक

पाकिस्तान के रेल मंत्री हनीफ अब्बासी ने अब 'इंडस वॉटर ट्रीटी' को निशाना बनाते हुए भारत को खुली धमकी दी है।

पाकिस्तान के रेल मंत्री हनीफ अब्बासी | Image: x/@Prakash20202021

Pakistan Railway Minister: पहलगाम हमले के जख्म अभी ताजा हैं और पाकिस्तान ने अपनी नापाक फितरत फिर उजागर कर दी है। पाकिस्तान के रेल मंत्री हनीफ अब्बासी ने अब 'इंडस वॉटर ट्रीटी' को निशाना बनाते हुए भारत को खुली धमकी दी है। हनीफ अब्बासी ने कहा- 'अगर भारत ने हमारा पानी रोका तो हम आपकी सांस रोक देंगे।'

उन्होंने घमंड दिखाते हुए यह भी कहा कि, यह भी घमंड से जोड़ा कि गोरी, शाहीन, गजनवी और हमारे 130 परमाणु हथियार भारत के लिए रखे हैं, इन्हें सजाने के लिए नहीं रखा गया।" पहलगाम का बहाना बनाकर पाकिस्तान एक बार फिर जंग की गंदी भाषा बोल रहा है, जबकि दुनिया जानती है कि असली हमलावर कौन है। हिंदुस्तान के सब्र की परीक्षा लेने की भूल पाकिस्तान को भारी पड़ सकती है।

पाकिस्तान दे रहा धमकी

पाकिस्तान ने सिंधु जल संधि के निलंबन को एक्ट ऑफ वॉर बताया है। वहां की सरकार ने कहा- अगर भारत सिंधु जल समझौते को रोकता है तो यह युद्ध की कार्रवाई मानी जाएगी और पाकिस्तान किसी भी दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है। बता दें कि पहलगाम के नजदीक बैसरन घाटी के मैदान में 22 अप्रैल को पाकिस्तान समर्थक आतंकवादियों ने 26 पर्यटकों की गोली मारकर नृशंस हत्या कर दी थी। इनमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक शामिलद था। इस हमले में 10 से ज्यादा पर्यटक घायल हो गए थे। इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ 1960 में हुई सिंधु जल संधि निलंबित कर दी थी।

पाकिस्तान के रेल मंत्री हनीफ अब्बासी का ऐलान

जम्मू-कश्मीर के बैसरन घाटी में 22 अप्रैल 2025 को हुए भीषण आतंकी हमले के बाद, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटक मारे गए थे। इस घटना के बाद  भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। इस बीच पाकिस्तान ने युद्ध जैसी तैयारियां शुरू कर दी हैं, जिससे क्षेत्रीय अस्थिरता की आशंका बढ़ गई है। पाकिस्तान के रेल मंत्री हनीफ अब्बासी ने ऐलान किया है कि देश के सभी रेलवे स्टेशनों को पाकिस्तानी सशस्त्र बलों के अधीन कर दिया गया है। इस कदम का उद्देश्य सैन्य उपकरणों और हथियारों के तेजी से परिवहन को सुनिश्चित करना है, ताकि संभावित युद्ध की स्थिति में फौजी तैयारियों में कोई देरी न हो। 
 

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Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 27 April 2025 at 12:34 IST