अपडेटेड 14 June 2025 at 16:32 IST

चीटियों की तरह कतार में जंगल का ये जल्लाद, शेर के बच्चों को भी नहीं बख्शता है बबून! नए खुलासे से वैज्ञानिक भी हैरान

बबून दुनिया के सबसे बड़े नॉन-होमिनिड प्राइमेट (अर्थात जो इंसानों से सीधे संबंधित नहीं हैं) माने जाते हैं, और इनका इतिहास कम से कम दो मिलियन वर्ष (20 लाख साल) पुराना है। बाबून की शारीरिक विशेषताएं कुछ इस तरह से होती है। इसका थूथन कुत्ते जैसा लंबा होता है।

चीटियों की तरह कतार में जंगल का ये जल्लाद, शेर के बच्चों को भी नहीं बख्शता है बबून! नए खुलासे से वैज्ञानिक भी हैरान | Image: Youtube Video Grab and Meta AI

अफ्रीका के जंगलों में कई हिस्सों में बंदरों की एक बहुत ही खतरनाक प्रजाति पाई जाती है, जिसे बबून के नाम से जाना जाता है।  बबून अफ्रीकी जंगलों में पाया जाने वाला सर्वाहारी जानवर है। ये झुंड में रहते हैं और सवाना, घास के मैदानों, जंगलों और पहाड़ी इलाकों में पाए जाते हैं। इसके अलावा, हैमाड्रायस बबून अरबी प्रायद्वीप (Arabian Peninsula) में भी रहते हैं। वे ज़मीन पर रहते हैं लेकिन पेड़ों पर भी चढ़ सकते हैं। ये इतने खतरनाक होते हैं कि जंगल का राजा शेर भी इन पर हमला करने से पहले 100 बार सोचता है! इसके पीछे की वजह है कि बबून हमेशा समुदाय में ही रहते हैं और शेर ऐसे में एक बड़ी संख्या के एक ही समुदाय के जानवरों से नहीं भिड़ना चाहता है। वहीं बबून इतने दबंग होते हैं कि वो शेर और बाघ के बच्चों को उनकी मांदों से उठाकर ले जाते हैं और उनकी हत्या कर देते हैं।


बबून बड़े समूहों में रहते हैं और इन्हें जंगल का जल्लाद भी कहा जाता है। बबून अपने इलाके की रक्षा के लिए काफी आक्रामक हो सकते हैं। जब शेर बबूनों के समूह के करीब आते हैं, तो बबून तेज़ आवाज़ें करते हैं, उछल-कूद करते हैं और कभी-कभी समूह में मिलकर शेरों पर हमला भी कर देते हैं। इसलिए, शेर सावधानी बरतते हैं क्योंकि अकेले या छोटे समूह में बबूनों का सामना करना जोखिम भरा हो सकता है। बबून की इस सामूहिक ताकत के कारण शेर कभी-कभी उनसे दूर ही रहते हैं।

 

क्यों कतार में चलते हैं बबून? रिसर्च में हुआ खुलासा

हाल में ही आई वैज्ञानिकों की एक रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि आखिर बबून चींटियों की तरह से एक कतार में ही क्यों चलते हैं? हालांकि ये खास बर्ताव केवल बबून ही नहीं करते हैं अगर हम हाथियों की बात करें तो वो गोला बनाकर चलते समुद्र में व्हेल मछली की बात करें तो वो अपने बुलबुलों से सर्पिल छल्ले बनाते हुए चलती है। अब वैज्ञानिकों ने आखिरकार इस बात की खोज कर ही ली कि बबून एक ही कतार में क्यों चलते हैं? बबून अपने परिवार की सुरक्षा के लिए एक कतार में चलते हैं ताकि वो एक दूसरे को सुरक्षित रख सके। इसमें बच्चे और बुजुर्ग कतार के बीच में होते हैं जबकि युवा बबून कतारों का नेतृत्व करते हुए चौरतरफा किनारे होते हैं। हालांकि अभी वैज्ञानिक इसे सही वजह नहीं मानते हैं और अभी भी बबूनों के एक कतार में चलने की वजह के लिए सटीक अध्ययन जारी है।


क्यों शेर के बच्चों को किडनैप कर लेते हैं बबून?

चूंकि शेर और बाघ जंगल में सबसे खतरनाक जानवर होते हैं। ऐसे में ये अपने शिकार के लिए जंगल के किसी भी जानवर को कुछ ही क्षणों में शिकार कर सकते हैं। ऐसे में बबून जो कि झुंड में रहते हैं अगर झुंड से बिछड़ जाएं तो शेर या बाघ के हमलों का शिकार बन जाते हैं। ऐसे में बबून अपने साथी का बदला लेने के लिए कभी-कभी तो वो झुंड सहित ही शेरों और बाघों पर हमला बोल देते हैं। बबून शेर और बाघ को अपना पारंपरिक दुश्मन मानते हैं। ऐसे में बबून शेरों के बच्चों को उनकी मांदों से उठा ले जाते हैं। ये बंदर बहुत फूर्ति से अपने इस काम को अंजाम देते हैं क्योंकि शेर और बाघ अपने बच्चों को बचाने के लिए इन्हें मिनटों में धराशायी कर सकते हैं लेकिन बबून शेर और बाघ की नस्लों को ही मिटा देना चाहते हैं इसी वजह से वो इनके बच्चों पर ही ज्यादा हमला बोलते हैं।


क्या होते हैं बबून?

बबून प्राइमेट वर्ग के पैपियो वंश से संबंधित जानवर होता है, जो पुरानी दुनिया के 23 बंदर वंशजों में से एक हैं। बबून की 5 प्रजातियां हैं। इसमें से हर प्रजाति अफ्रीका के जंगलों में एक विशिष्ट क्षेत्रों में पाई जाती है, लेकिन हैमाड्रायस बबून अरब प्रायद्वीप में भी पाए जाते हैं। बाबून (Baboon) प्राइमेट वर्ग के पैपियो वंश (genus Papio) से संबंधित होते हैं, जो पुरानी दुनिया के 23 बंदर वंशों में से एक है। बाबून की पांच प्रजातियां मानी जाती हैं।

  • हैमाड्रायस बबून (Hamadryas Baboon)
  • गिनी बबून (Guinea Baboon)
  • ऑलिव बबून (Olive Baboon)
  • येलो बबून (Yellow Baboon)
  • चाकमा बबून (Chacma Baboon)


बबून दुनिया के सबसे बड़े नॉन-होमिनिड प्राइमेट (अर्थात जो इंसानों से सीधे संबंधित नहीं हैं) माने जाते हैं, और इनका इतिहास कम से कम दो मिलियन वर्ष (20 लाख साल) पुराना है। बाबून की शारीरिक विशेषताएं कुछ इस तरह से होती है। इसका थूथन कुत्ते जैसा लंबा होता है। इसके जबड़े में मजबूत और नुकीले कैनाइन दांत पाए जाते हैं जो ये बताते हैं कि ये मांसाहारी भी होते हैं। इनकी आंखे संयुक्त होती है ओर बहुत ही पास-पास होती है। मोटा फर और छोटी पूंछ। नितंबों पर बिना बाल की मोटी चमड़ी (जिसे ischial callosities कहते हैं) जो बैठने में आराम देती है। हैमाड्रायस बाबून के नर में बड़ी सफेद अयाल (जैसे शेर के गले में बाल) होती है। बबूनों में लिंग आधारित भिन्नताएं (sexual dimorphism) पाई जाती हैं जैसे उम्र, रंग और कैनाइन दांतों के आकार में अंतर। 

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Published By : Ravindra Singh

पब्लिश्ड 14 June 2025 at 16:30 IST