अपडेटेड 14 June 2025 at 11:54 IST
सफेद पोशाक, हाथ में मुर्गा...कौन हैं 'पंचायत' के नए सांसद जी? चौथे सीजन में करेंगे जबरदस्त पॉलीटिक्स; लिख चुके हैं कई सुपरहिट गाने
Panchayat Season 4: ‘पंचायत 4’ की कहानी पहले ही दिलों में बस चुकी है, और अब सांसद जी के आगमन के साथ यह राजनीति, सत्ता और गांव की सामाजिक संरचना के नए आयाम छूने जा रही है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि स्वानंद किरकिरे का किरदार फुलेरा गांव की सादगी को प्रभावित करता है या उसमें किसी नई सोच की नींव रखता है।
- मनोरंजन समाचार
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Panchayat Season 4 New Sansad Ji: यह कहानी एक बेहद लोकप्रिय वेब सीरीज ‘पंचायत’ के आने वाले चौथे सीज़न से जुड़ी है, जिसे दर्शकों का हमेशा भरपूर प्यार मिला है। टीवीएफ की यह सीरीज़ गांव की सादगी, रिश्तों की गहराई और ह्यूमर से भरपूर एक ऐसी कहानी है, जिसने हर वर्ग के दर्शकों के दिल में जगह बना ली है। अब जब इसका चौथा सीजन जल्द ही आने वाला है, तो दर्शकों में उत्साह चरम पर है। हर सीज़न की तरह इस बार भी दर्शकों को कुछ नया और ताज़ा देखने को मिलेगा। खबर है कि सीरीज में कुछ नए चेहरे नजर आएंगे, और उन्हीं में से एक ऐसा खास किरदार है, जो कहानी में एक बड़ा मोड़ ला सकता है। ये नया किरदार केवल एक अभिनेता ही नहीं, बल्कि एक शानदार गायक और लेखक भी है।
ऐसा माना जा रहा है कि इस कलाकार की एंट्री कहानी में एक नए आयाम को जोड़ेगी, जिससे न केवल गांव की राजनीतिक और सामाजिक स्थिति में बदलाव आएगा, बल्कि अभिषेक त्रिपाठी और अन्य प्रमुख किरदारों के जीवन में भी नई हलचल देखने को मिलेगी। अब देखना ये है कि ये बहु प्रतिभाशाली कलाकार किस किरदार को निभाएंगे और कैसे ‘पंचायत’ की दुनिया को और भी दिलचस्प बनाएंगे। दर्शक इस सीजन के ट्रेलर और रिलीज़ डेट का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं।
'पंचायत' सीजन 4 में अब होगी 'सांसद जी' की एंट्री
‘पंचायत’ के चौथे सीज़न में एक नए और अहम किरदार की एंट्री होने जा रही है, जो कहानी की दिशा को पूरी तरह बदल सकता है। इस किरदार की खास बात यह है कि वह एक राजनेता हैं फुलेरा गांव के संसदीय क्षेत्र के नए सांसद। अब सवाल यह है कि यह प्रभावशाली भूमिका निभा कौन रहा है? इस भूमिका में नज़र आएंगे स्वानंद किरकिरे एक ऐसा नाम जो फिल्म और थिएटर की दुनिया में पहले से ही गूंजता रहा है। भले ही वो ‘पंचायत’ की दुनिया में पहली बार कदम रख रहे हों, लेकिन उनका अनुभव और अभिनय की गहराई इस किरदार को खास बना देती है। स्वानंद किरकिरे का यह अनुभव और गहराई अब फुलेरा गांव के सांसद के किरदार में झलकने वाली है। न केवल वह एक सत्ता का चेहरा होंगे, बल्कि शायद गांव के विकास, राजनीति और वहां के आम लोगों की ज़िंदगी में बदलाव लाने वाले एक निर्णायक किरदार भी बन सकते हैं।
कौन हैं स्वानंद किरकिरे?
स्वानंद किरकिरे का जन्म इंदौर में एक मराठी संगीत-प्रेमी परिवार में हुआ था। उनके माता-पिता पेशेवर गायक थे, जिससे उनका झुकाव भी कला की ओर स्वाभाविक रूप से हुआ। संगीत के माहौल में पले-बढ़े स्वानंद ने अपनी कला को सिर्फ संगीत तक सीमित नहीं रखा, बल्कि दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) से अभिनय की बारीकियों में प्रशिक्षित होकर थिएटर और सिनेमा की दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई। गीतकार, लेखक, गायक और अब सशक्त अभिनेता स्वानंद किरकिरे बहुआयामी प्रतिभा के धनी हैं। उन्हें ‘बीती ना बिताई रैना’ और ‘पीपली लाइव’ जैसे प्रोजेक्ट्स में उनके योगदान के लिए जाना जाता है। अब जब वे ‘पंचायत’ के चौथे सीज़न में सांसद की भूमिका निभा रहे हैं, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि उनका यह किरदार गांव की राजनीति और वहां के रिश्तों को कैसे प्रभावित करता है। उनका अनुभव और परिपक्व अभिनय निश्चित रूप से सीज़न की गंभीरता और गहराई को बढ़ाएगा।
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ऐसा रहा है 'पंचायत' के 'सांसद जी' का सफर
जब स्वानंद दिल्ली के प्रतिष्ठित नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) में पढ़ाई कर रहे थे, तब उनके साथ कई उभरते कलाकारों ने भी मंच साझा किया था। इन्हीं में से एक नाम था नवाजुद्दीन सिद्दीकी। यह वह दौर था जब अभिनय की दुनिया में कदम रखने वाले युवा कलाकार अपनी पहचान बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे, और स्वानंद उनमें सबसे अलग थे उनकी बहुआयामी प्रतिभा के कारण। हालांकि अभिनय उनके करियर का एक पहलू रहा, लेकिन स्वानंद ने संगीत और लेखन के क्षेत्र में भी जबरदस्त पहचान बनाई। वर्ष 2003 में आई सुधीर मिश्रा की फिल्म के लिए उन्होंने जो गीत लिखा ‘बावरा मन देखने चला एक सपना’ वह उनका टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। इस गाने की भावनात्मक गहराई और सादगी ने उन्हें एक बेहतरीन गीतकार के रूप में स्थापित कर दिया। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों के लिए हिट और सुपरहिट गाने लिखे, जिनमें जीवन के विविध रंगों और भावनाओं को शब्दों में पिरोया गया। बतौर लेखक और गीतकार, उन्हें दो बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिल चुका है, जो उनकी प्रतिभा का प्रमाण है।
इस बार वेब सीरीज ‘पंचायत’ की कहानी में आएगा नया मोड़
वेब सीरीज़ ‘पंचायत’ के चौथे सीज़न की कहानी में इस बार एक नया मोड़ आने वाला है। पहले के तीन सीज़नों में जहां फुलेरा गांव की सादगी, प्रधान जी की मासूमियत और सचिव जी की व्यावहारिकता के इर्द-गिर्द कहानी घूमती रही, वहीं अब कहानी में एक बड़ा पॉलिटिकल एंगल जुड़ चुका है। इस सीज़न में सांसद जी की एंट्री से गांव की राजनीतिक हलचलें तेज़ हो जाएंगी। सीज़न 3 में उनकी झलक मात्र एक संकेत थी, लेकिन चौथे सीज़न में वह एक मजबूत और असरदार किरदार के रूप में सामने आएंगे। उनकी मौजूदगी फुलेरा गांव की सत्ता-संरचना को चुनौती दे सकती है, खासकर प्रधान जी और सचिव जी की जोड़ी को। सवाल यह है कि क्या सांसद जी गांव के विकास में मददगार साबित होंगे या वह किसी व्यक्तिगत एजेंडे के साथ आए हैं? क्या वह पंचायत के कामकाज में दखल देंगे या प्रधान जी और सचिव जी से टकराव की स्थिति बनेगी? और सबसे अहम, क्या गांव की सादगी और सहजता इस राजनीतिक हस्तक्षेप से बच पाएगी?
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Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 14 June 2025 at 11:54 IST