अपडेटेड 29 March 2025 at 09:29 IST
694 मौतें और हजारों लोग घायल... भूकंप ने तबाह कर दिया म्यांमार; मदद के लिए आगे बढ़कर भारत ने निभाया अपना फर्ज
म्यांमार में शुक्रवार को आई तबाही के निशान गहरे हैं। अब तक म्यांमार में भूकंप से लगभग 694 लोगों की मौत की जानकारी है। उसके अलावा 1670 लोग घायल बताए जा रहे हैं।
Myanmar Earthquake: 7.7 की तीव्रता के भयंकर भूकंप ने म्यांमार की जमीन ही पलटकर रख दी है। म्यांमार में शुक्रवार को आई तबाही के निशान गहरे हैं। अब तक म्यांमार में भूकंप से लगभग 694 लोगों की मौत की जानकारी है। उसके अलावा 1670 लोग घायल बताए जा रहे हैं। म्यांमार में भूकंप के बाद कुछ जगह धरती फट गई थी तो कई जगहों पर इमारतें और मकान ढह गए थे।
म्यांमार की धरती अभी शांत नहीं पड़ी है। शुक्रवार को 7.7 की तीव्रता वाले भूकंप के बाद म्यांमार में और भी कई बार जमीन ने हिचकोले खाए हैं। शुक्रवार को 7.7 तीव्रता का भूकंप दोपहर में आया, जिसका केंद्र म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले के पास था। इसके बाद भूकंप के झटके आए, जिनमें से एक की तीव्रता 6.4 मापी गई। शुक्रवार को रात 11:56 बजे म्यांमार में रिक्टर पैमाने पर 4.2 तीव्रता का भूकंप आया।
मृतकों की संख्या बढ़ने की संभावना
कई तस्वीरों में ध्वस्त मकान, धंसी हुई जमीन और जान बचाने के लिए भागते हुए लोग देखे गए। कुल मिलाकर भूकंप ने म्यांमार का नक्शा ही बदल दिया है। 694 के करीब मौतों की जानकारी अब तक सामने आई है। राहत और बचाव का काम चल रहा है। जगह-जगह मलबे को हटाया जा रहा है। ऐसे में मृतकों और घायलों की संख्या भी बढ़ने की उम्मीद है।
म्यांमार के लिए भारत ने भेजी मदद
भूकंप से तबाह म्यांमार के लिए फिलहाल पड़ोसी होने के साथ-साथ मानवीय तौर पर भारत ने मदद भेजी है। खाने-पीने के सामान के साथ रेक्स्यू टीम और डॉक्टर की टीमें म्यांमार के लिए रवाना की हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत घटनाक्रम पर नजर रखना जारी रखेगा तथा और अधिक सहायता दी जाएगी।
भारतीय वायु सेना का सी-130 जे विमान लगभग 15 टन राहत सामग्री लेकर हिंडन वायु सेना स्टेशन से रवाना हुआ, जिसमें कंबल, तिरपाल, स्वच्छता किट, स्लीपिंग बैग, आवश्यक दवाएं (पैरासिटामोल, एंटीबायोटिक्स, सीरिंज, कॉटन बैंडेज और अन्य सामान), जनरेटर सेट, स्वच्छता किट, सौर लैंप, खाद्य पैकेट और रसोई सेट शामिल थे। इस उड़ान के साथ एक रेस्क्यू टीम के साथ-साथ एक मेडिकल टीम भी है।
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 29 March 2025 at 09:29 IST