अपडेटेड 22 August 2025 at 15:03 IST
पुतिन से जयशंकर की मुलाकात, टैरिफ पर भारत के समर्थन में छाती ठोक कर उतरा चीन... तो क्या 50% टैरिफ थोपने वाले डोनाल्ड ट्रंप लेंगे यू-टर्न?
US Tariff on India: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते दिनों भारत पर कुल 50 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। उन्होंने इसमें 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ यह कहते हुए लगाया था कि भारत रूस के साथ तेल की खरीदारी करता है। ट्रंप ने टैरिफ को लागू करने की जो तारीख दी है, वह है 27 अगस्त 2025. यह तारीख अब काफी नजदीक आ गई है।
US Tariff on India: बीते दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश जारी कर भारत पर रूसी तेल की खरीद पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। इससे अमेरिका में भारतीय आयात पर कुल टैरिफ 50% हो जाएगा, जो अमेरिका द्वारा लगाई गई सबसे ऊंची दरों में से एक है। ट्रंप के इस कार्यकारी आदेश के अनुसार, नई दर 27 अगस्त को लागू होने वाली है। 27 अगस्त को आने में अब सिर्फ कुछ ही दिन बचे हैं।
इस बीच भारत और दुनिया के विभिन्न देशों पर भारी टैरिफ का ऐलान करके अमेरिकी राष्ट्रपति खुद की चाल में बुरे तरीके से फंसते हुए नजर आ रहे हैं। इसकी एक वजह एकदम साफ तरीके से दिख रही है कि ट्रंप के साथ 'टैरिफ वॉर' में भारत के साथ केवल रूस ही नहीं बल्कि अब चीन भी खड़ा है। जी हां, यह बात भारत में चीन के राजदूत शू फेइहोंग ने कही है। उन्होंने कहा, "अमेरिका ने भारत पर 50% तक टैरिफ लगाया है और इससे भी अधिक टैरिफ लगाने की धमकी दी है। चीन इसका कड़ा विरोध करता है। चुप्पी केवल धमकाने वालों को बढ़ावा देती है। चीन भारत के साथ मजबूती से खड़ा रहेगा।"
इतना ही नहीं इस बीच रूस में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से आज मुलाकात की भी की है।
क्रेमलिन में रूसी राष्ट्रपति पुतिन से विदेश मंत्री एस. जयशंकर की मुलाकात
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर रूस के दौरे पर हैं। इस दौरान देश सहित दुनिया के कई देशों की निगाहें भारत और रूस पर हैं। यह दौरा इसलिए भी खास है क्योंकि हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस से तेल लेने पर भारत पर जुर्माने के रूप में अतिरिक्त 25 फीसदी का टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। वहीं, इस बीच विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बड़ी मुलाकात की है।
उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर इस मुलाकात और बैठक की तस्वीरों को शेयर करते हुए लिखा, "आज क्रेमलिन में राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात करके सम्मानित महसूस किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री @नरेंद्र मोदी का हार्दिक अभिवादन पहुंचाया। मैंने उन्हें प्रथम उप प्रधानमंत्री डेनिस मंटुरोव और विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ हुई अपनी चर्चाओं से अवगत कराया।" विदेश मंत्री ने आगे लिखा, "वार्षिक नेता शिखर सम्मेलन की तैयारियां जोरों पर हैं। वैश्विक स्थिति और यूक्रेन के हालिया घटनाक्रमों पर उनके साझा दृष्टिकोण के लिए मैं आभारी हूं।"
हमारे लिए किसानों का हित सर्वोच्च प्राथमिकता - पीएम मोदी
टैरिफ बढ़ाने पर अमेरिका को पीएम मोदी ने अपने अंदाज में कड़ा संदेश दिया था। बीते दिनों नई दिल्ली में एम.एस. स्वामीनाथन शताब्दी अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी जोर देकर कहा था, "हमारे लिए किसानों का हित सर्वोच्च प्राथमिकता है। भारत अपने किसानों, पशुपालकों के और मछुआरे भाई-बहनों के हितों के साथ कभी भी समझौता नहीं करेगा।" उन्होंने आगे कहा था, "और मैं जानता हूं कि व्यक्तिगत रूप इसके लिए मुझे बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी लेकिन मैं इसके लिए तैयार हूं। मेरे देश के किसानों के लिए, मेरे देश के मछुआरों के लिए, मेरे देश के पशुपालकों के लिए आज भारत तैयार है।" पीएम मोदी का डेयरी उत्पादों के व्यापार को लेकर अमेरिका के लिए यह टैरिफ की तुलना में साफ संदेश था।
क्या 50% टैरिफ थोपने वाले डोनाल्ड ट्रंप लेंगे यू-टर्न?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते दिनों भारत पर कुल 50 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। उन्होंने इसमें 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ यह कहते हुए लगाया था कि भारत रूस के साथ तेल की खरीदारी करता है। ट्रंप ने टैरिफ को लागू करने की जो तारीख दी है, वह है 27 अगस्त 2025. यह तारीख अब काफी नजदीक आ गई है। लेकिन यहां ट्रंप के हिसाब से जहां भारत को टैरिफ बढ़ाने की धमकी से परेशान होना चाहिए था वहीं भारत और भी मजबूत नजर आ रहा है। इसके कारणों की बात करें तो पहला यह है कि खुद पीएम मोदी ने ऐसी धमकी से डरने से बहुत पहले ही इनकार कर दिया था और उन्होंने कहा था कि भारत अपने किसानों, पशुपालकों और मछुआरे भाई-बहनों के हितों के साथ कभी भी समझौता नहीं करेगा।
वहीं, भारत की मजबूती का दूसरा कारण यह है कि रूस के अलावा टैरिफ मामले में अब चीन भी खुलकर भारत के साथ खड़ा है। अब यहां पर सवाल यह खड़ा होता है कि क्या भारत पर 50% का टैरिफ थोपने वाले डोनाल्ड ट्रंप यू-टर्न लेंगे? खैर सभी को समय का इंतजार है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि भारत पर टैरिफ को लेकर डोनाल्ड ट्रंप अपने फैसलों को लेकर क्या करते है।
ये भी पढ़ें - टैरिफ वॉर के बीच राष्ट्रपति पुतिन से मिले जयशंकर... रूस से तेल न खरीदने की हिदायत पर ट्रंप को भारत का कड़ा संदेश
Published By : Amit Dubey
पब्लिश्ड 21 August 2025 at 23:55 IST