अपडेटेड 14 April 2025 at 14:45 IST
Mehul Choksi: तहव्वुर राणा तो आ गया भारत, भगोड़े चोकसी को देश लाने में क्या हैं अड़चनें? बचाने के लिए वकील ने बनाया ये प्लान
मेहुल चोकसी कैंसर से जूझ रहा है। उसका इलाज चल रहा है। उसका वकील बीमारी की आड़ लेकर उसे बचाने की तैयारी में है।
Mehul Choksi Arrest: PNB घोटाले का आरोपी मेहुल चोकसी बेल्जियम से गिरफ्तार हो गया। भारतीय जांच एंजेसियों की मांग पर वहां की पुलिस ने भगोड़े हीरा कारोबारी के खिलाफ एक्शन लिया और उसे अरेस्ट कर लिया। हालांकि चोकसी ने फिर भारत प्रत्यर्पण से बचने के लिए चालें चलनी शुरू कर दी है। उसके वकील ने बताया कि वह गिरफ्तारी के खिलाफ अपील दायर करने की तैयारी में है।
मेहुल चोकसी के वकील ने कहा है कि वह भारतीय एजेंसियों के साथ जांच में सहयोग करने के लिए तैयार है, लेकिन वो भारत नहीं आ सकता। इस दौरान वकील ने बेतुका बयान देते हुए यह भी कहा कि मेहुल चोकसी का भारत प्रत्यर्पण किया जाता है तो मानवाधिकार बहुत प्रभावित होंगे।
प्रत्यर्पण से बचने के लिए बीमारी का देगा हवाला?
65 साल के मेहुल चोकसी को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की अपील पर 12 अप्रैल को बेल्जियम से गिरफ्तार किया गया था। वह अभी जेल में है। दरअसल, दावा किया जा रहा है मेहुल चोकसी कैंसर से जूझ रहा है। उसका इलाज चल रहा है। उसका वकील बीमारी की आड़ लेकर उसे बचाने की तैयारी में है।
वकील ने कहा- जांच में सहयोग को तैयार, भारत नहीं आ सकता चोकसी
वकील विजय अग्रवाल ने सोमवार (14 अप्रैल) को कहा चोकसी को भगोड़ा घोषित नहीं किया गया क्योंकि वह भारतीय जांच एजेंसियों के साथ सहयोग करता रहा है। उन्होंने आगे कहा कि इस मामले पर कई सालों से केस चल रहा है। वह आरोपी है लेकिन उसे दोषी नहीं ठहराया गया है। हमने हमेशा अदालत में कहा है कि वह जांच में शामिल होने के लिए तैयार है, लेकिन उसकी स्वास्थ्य स्थिति की वजह से वह यात्रा नहीं कर सकता है। हमने शुरू में कहा था कि भारतीय एजेंसी जांच कर सकती है, और वह वीडियो कॉन्फ्रेंस (VC) के जरिए शामिल होने को तैयार है। यही वजह है कि आज तक सभी को भगोड़ा घोषित किया गया है, लेकिन मेहुल चोकसी भगोड़ा नहीं है।
उन्होंने कहा कि वह स्वास्थ्य कारणों से भारत नहीं आया। वह वीडियो कॉन्फ्रेंस पर कभी भी जांच में शामिल होने के लिए तैयार है। जांच एंजेसियां उससे कुछ भी पूछ सकते हैं।
गिरफ्तारी के खिलाफ अपील दायर करेंगे वकील
चोकसी के वकील ने यह भी बताया कि बेल्जियम में गिरफ्तारी के बाद जमानत के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया नहीं है। इसके खिलाफ अपील दायर करने की है। उस अपील के दौरान अनुरोध किया जाता है कि आरोपी को हिरासत में न रखा जाए। उसे हिरासत में न रहते हुए खुद का बचाव करने और प्रत्यर्पण अनुरोध का विरोध करने की अनुमति दी जानी चाहिए।
'वे बहुत बीमार है...'
विजय अग्रवाल ने मेहुल चोकसी की स्वास्थ्य को लेकर जानकारी देते हुए बताया, "वह बहुत बीमार है। उसका कैंसर का इलाज चल रहा है और पिछली बार जब उसे भारतीय एजेंसियों ने एंटीगुआ से पकड़ा था, तो यातना की वजह से वह बहुत घुटन महसूस कर रहा था। उसे कुछ स्थायी विकृतियां हो गई थीं। साथ ही वह PTSD से भी पीड़ित था।"
पंजाब नेशनल बैंक के 13,500 करोड़ रुपये के लोन फ्रॉड मामले में चोकसी आरोपी है। वह साल 2018 में भारत से फरार हो गया था। तब से प्रत्यर्पण से बचने के लिए वह भागा-भागा फिर रहा है। चोकसी भारत छोड़ने के बाद साल 2018 से एंटीगुआ में रह रहा था। ईडी ने उसके खिलाफ अब तक तीन आरोपपत्र दाखिल किए हैं। ईडी ने 2019 में बॉम्बे हाई कोर्ट को बताया था कि चोकसी को भगोड़ा घोषित किया गया है।
Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 14 April 2025 at 14:45 IST