अपडेटेड 14 April 2025 at 09:08 IST
कैंसर का बहाना... ढूंढ रहा था नया ठिकाना, भारत ने बिछाया जाल और पकड़ा गया भगोड़ा मेहुल चोकसी, गिरफ्तारी की Inside Story
बेल्जियम में मेहुल चोकसी ने भारत और एंटीगुआ की नागरिकता होने की बात छिपाई थी। वह यहां से स्विट्जरलैंड भागने की कोशिश कर रहा था।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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Mehul Choksi Arrest: PNB घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक बेल्जियम पुलिस ने भारत की अपील पर भगोड़े को गिरफ्तार कर लिया। वह फिलहाल जेल में है। चोकसी ने गिरफ्तारी और भारत प्रत्यर्पण से बचने के लिए तमाम पैंतरे अपनाता रहता है। हालांकि इस बार वह बच न सका।
पंजाब नेशनल बैंक के 13,500 करोड़ रुपये के लोन फ्रॉड मामले में चोकसी आरोपी है। वह साल 2018 में भारत से फरार हो गया था। तब से प्रत्यर्पण से बचने के लिए वह भागा-भागा फिर रहा है।
स्विट्जरलैंड भागने की कर रहा था कोशिश
सूत्रों के मुताबिक बेल्जियम पुलिस ने 12 अप्रैल को मेहुल चोकसी को गिरफ्तार किया। उसकी पत्नी भी बेल्जियम की नागरिक है। बेल्जियम में चोकसी ने भारत और एंटीगुआ की नागरिकता होने की बात छिपाई थी। वह यहां से स्विट्जरलैंड भागने की कोशिश कर रहा था। जानकारी के मुताबिक भगोड़ा मेहुल चोकसी कैंसर से पीड़ित है। वह बेल्जियम में कैंसर का इलाज करवाने के बहाने पहुंचा था।
CBI को मिली गई थी चोकसी की लोकेशन, फिर...
ED और CBI लगातार मेहुल चोकसी को ट्रैक कर रहे थे। कुछ समय पहले ही एजेंसियों को उसकी लोकेशन मिली। पता चला कि वह बेल्डियम में है। इसके बाद बेल्जियम जांच एजेंसियों को अलर्ट किया गया। इस दौरान उससे जुड़े तमाम दस्तावेज और ओपन अरेस्ट के कागजात भी बेल्जियम एजेंसियों से शेयर किए गए। उसके बाद बेल्जियम की सुरक्षा एजेंसियों ने चोकसी को गिरफ्तार किया।
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बताया ये भी जा रहा है कि मेहुल चोकसी को बेल्जियम का 'F रेजिडेंसी कार्ड' मिल गया था। ये कार्ड उसे उसकी पत्नी की मदद से मिला, जो बेल्जियम की नागरिक है।
गिरफ्तारी के लिए चोकसी के खिलाफ दो वारंट का दिया हवाला
जानकारी के मुताबिक मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी के दौरान बेल्जियम पुलिस की ओर से मुंबई की एक कोर्ट द्वारा उसके खिलाफ जारी दो अरेस्ट वारंट का हवाला दिया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक उसके खिलाफ ये वारंट 23 मई, 2018 और 15 जून, 2021 को जारी हुए थे। हालांकि इस बीच चोकसी के खराब स्वास्थ्य से जुड़ी खबरें भी लगातार सामने आ रही हैं। ऐसे में वह अपनी सेहत और अन्य कारणों का हवाला देकर तत्काल रिहाई की मांग कर सकता है।
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मेहुल चोकसी भारत छोड़ने के बाद साल 2018 से एंटीगुआ में रह रहा था। ईडी ने उसके खिलाफ अब तक तीन आरोपपत्र दाखिल किए हैं। ईडी ने 2019 में बॉम्बे हाई कोर्ट को बताया था कि चोकसी को भगोड़ा घोषित किया गया है।
Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 14 April 2025 at 09:04 IST