अपडेटेड 30 January 2025 at 09:18 IST
चले थे भारत को बदनाम करने, झूठे निकले जस्टिन ट्रूडो के आरोप; कनाडाई आयोग का खुलासा- निज्जर हत्याकांड में नहीं इंडिया का हाथ
हरदीप सिंह निज्जर की जून 2023 में ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसको लेकर कनाडा के PM जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर आरोप लगाए थे।
Hardeep Singh Nijjar Murder Case: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भारत को बदनाम करने चले थे, लेकिन वो अपने ही देश में झूठे साबित हो गए हैं। जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर में भारत का हाथ होने का आरोप लगाया था। फिलहाल कनाडाई आयोग ने जस्टिन ट्रूडो के निराधार आरोपों का भंडाफोड़ कर दिया है और बताया है कि निज्जर की हत्या में भारत का कोई हाथ नहीं है।
जून 2023 में ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जस्टिन ट्रूडो ने सितंबर 2023 में आरोप लगाया था कि कनाडा के पास जून में ब्रिटिश कोलंबिया में निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की भूमिका के विश्वसनीय सबूत हैं। इससे कनाडा और भारत के राजकीय विवाद पैदा हो गया था। भारत ने ट्रूडो के आरोपों को सिरे से खारिज किया था। फिलहाल कनाडा के चुनावी प्रक्रिया, लोकतांत्रिक संस्थाओं में कथित विदेशी हस्तक्षेप की जांच कर रहे कनाडाई आयोग ने पाया है कि निज्जर की हत्या के मामले में किसी विदेशी राज्य से कोई निश्चित संबंध नहीं है। इससे जस्टिन ट्रूडो की भारत को बदनाम करने की साजिश की भी पोल खुल गई है।
कनाडाई आयोग की रिपोर्ट में भारत को क्लीन चिट!
निज्जर हत्याकांड की जांच के लिए 2023 में कनाडा सरकार ने हॉग आयोग का गठन किया था। अभी कनाडाई आयोग की 123 पन्नों की एक रिपोर्ट सामने आई है। इसमें आयोग ने निज्जर हत्याकांड में एक तरीके से भारत को भी क्लीन चिट दे दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि निज्जर की हत्या में भारत का कोई हाथ नहीं है। कनाडाई आयोग ने पाया है कि निज्जर की हत्या के मामले में किसी विदेशी राज्य से कोई निश्चित संबंध नहीं है।
निज्जर हत्याकांड के बाद बिगड़े भारत-कनाडा के रिश्ते
हरदीप सिंह निज्जर एक खालिस्तानी समर्थक था, लेकिन भारत में खालिस्तान आंदोलन पर प्रतिबंध है। इसी बीच जून 2023 में निज्जर की हत्या के बाद जस्टिन ट्रूडो के बयानों ने भारत और कनाडा के रिश्तों में दरार पैदा की। इसका अंजाम ये हुआ कि अक्टूबर 2024 में कनाडा ने 6 भारतीय राजनयिकों और वाणिज्य दूतावास अधिकारियों को निष्कासित कर दिया। जवाब में भारत ने 6 कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित कर दिया और अपने उच्चायुक्त को वापस बुला लिया। उसी के बाद से भारत-कनाडा संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं।
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 30 January 2025 at 09:18 IST