अपडेटेड 20 December 2025 at 22:37 IST
रोज 13 घंटे काम और कोई छुट्टी नहीं, डिलीवरी बॉय ने 5 साल में कमाए 1.42 करोड़ रुपये, ये था डेली का रूटीन
चीन के 25 साल के झांग ज़ुएकियांग ने डिलीवरी जॉब से 5 साल में 16.5 मिलियन रुपये कमा दिए। उनपर काफी कर्ज भी था। जानें उन्होंने कैसे कर्ज चुकाया और बचत की। युवाओं के लिए प्रेरणा है झांग की कहानी।
Delivery Boy Success Story: चीन के शंघाई में रहने वाले 25 साल के झांग जुएकियांग रातों रात फेमस हो गए। क्योंकि झांग ने पिछले 5 सालों में फूड डिलीवरी का काम करके 1.4 मिलियन युआन (करीब 16.5 मिलियन भारतीय रुपये) कमाए हैं।
झांग की यह कहानी मेहनत और लगन की मिसाल है, जो भारतीय युवाओं के लिए भी प्रेरणा बन सकती है। झांग दक्षिण-पूर्वी चीन के झेंगझोऊ शहर से हैं। 2020 में उन्होंने शंघाई आकर एक बड़े फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म पर काम करना शुरू कर दिया। इससे पहले, वह अपने गांव में दोस्त के साथ नाश्ते की दुकान चलाते थे जो बंद हो गई थी, जिससे उन पर 50,000 युआन (लगभग 6,36,157 भारतीय रुपये) का कर्ज हो गया था। इस कर्ज को चुकाने और नई शुरुआत करने के लिए उन्होंने डिलीवरी का रास्ता चुना।
रोजाना 13 घंटे की शिफ्ट, हफ्ते के 7 दिन काम
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक झांग सुबह करीब 10 बजकर 40 मिनट पर काम शुरू करते हैं और अगले दिन रात 1 बजे तक काम जारी रखते हैं। यानी हर दिन करीब 13 घंटे की शिफ्ट। वे हफ्ते के सातों दिन काम करते हैं, सिर्फ चीन के फेस्टिवल की छुट्टियों में कुछ दिन आराम करते हैं। एनर्जी बनाए रखने के लिए वे रोज 8.5 घंटे सोते हैं। झांग ने बताया कि वे महीने में 300 से ज्यादा ऑर्डर डिलीवर करते हैं। हर ऑर्डर में औसतन 25 मिनट लगते हैं। कुल मिलाकर, 5 सालों में उन्होंने 3,24,000 किलोमीटर की दूरी तय की है। झांग के दोस्त उन्हें 'ग्रेट गॉड' और 'ऑर्डर किंग' कहते हैं, क्योंकि वे हमेशा दौड़ते हुए डिलीवरी करते हैं।
कर्ज चुकाया, 1.12 मिलियन युआन बचाए
झांग ने बताया कि उन्होंने अपना पूरा कर्ज चुका दिया है। रहने-सहने के खर्च काटकर, वे 1.12 मिलियन युआन (करीब 13 मिलियन भारतीय रुपये) बचाने में सफल रहे। वे कहते हैं, 'मेरी बहुत जरूरी सिर्फ रोजाना की जरूरतों को छोड़कर कोई और खर्च नहीं है। खाने और सोने के अलावा, मैं अपना सारा वक्त कस्टमर्स को खाना पहुंचाने में बिताता हूं। नवंबर के आखिर में, झांग ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें उन्होंने अपनी कमाई के बारे में बताया। इस वीडियो ने उन्हें रातोंरात फेमस कर दिया। फिलहाल अब वह इस पैसे से 2 नाश्ते की दुकानें खोलने की प्लानिंग कर रहे हैं।
क्या सिखाती है झांग की कहानी?
झांग की कहानी चीन की गिग इकोनॉमी को साफ दिखाती है कि वहां लाखों युवा डिलीवरी जैसे कामों से जीविका चला रहे हैं। भारत में भी जोमैटो, स्विगी, उबर, रेपिडो और ऑला जैसे प्लेटफॉर्म पर हजारों डिलीवरी पार्टनर काम करते हैं। लेकिन झांग की मेहनत बताती है कि अनुशासन और लगन से बड़ा लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। हालांकि, इतना ज्यादा काम स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। यह कहानी युवाओं को प्रेरित करती है कि कर्ज से उबरना संभव है, लेकिन वर्क-लाइफ बैलेंस भी जरूरी है।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 20 December 2025 at 22:17 IST