अपडेटेड 26 May 2025 at 11:16 IST
Miyake Event: अतीत की घटना भविष्य की तबाही का संकेत दे रही है! कैसे बर्बाद हो जाएगी धरती, मियाके इवेंट को समझिए
करीब 14000 साल पहले पृथ्वी पर एक ऐसा सौर तूफान आया था, जिसकी ताकत आज भी वैज्ञानिकों को चौंका रही है। ये कोई सामान्य अंतरिक्षीय घटना नहीं थी। इसने पृथ्वी के पर्यावरण पर गहरा असर डाला और दावा है कि इसके प्रमाण आज भी हजारों साल पुराने पेड़ों में मौजूद हैं।
Miyake Event: हम अक्सर महाप्रलय की कहानियों को इतिहास या कल्पना समझकर भूल जाते हैं, लेकिन विज्ञान अब कुछ ऐसे रहस्यों से पर्दा उठा रहा है जो दिखाते हैं कि ब्रह्मांड की शक्तियां हमारी सोच से कहीं अधिक खतरनाक हो सकती हैं। एक ऐसी ही खतरनाक अंतरिक्षीय घटना का नाम है- मियाके इवेंट (Miyake Event)।
करीब 14000 साल पहले पृथ्वी पर एक ऐसा सौर तूफान आया था, जिसकी ताकत आज भी वैज्ञानिकों को चौंका रही है। ये कोई सामान्य अंतरिक्षीय घटना नहीं थी। इसने पृथ्वी के पर्यावरण पर गहरा असर डाला और दावा है कि इसके प्रमाण आज भी हजारों साल पुराने पेड़ों में मौजूद हैं।
अंतरिक्ष की घटना को मियाके इवेंट क्यों कहते हैं?
इस घटना को मियाके इवेंट इसलिए कहा जाता है, क्योंकि जापानी वैज्ञानिक फुसा मियाके ने इसे सबसे पहले 2012 में खोजा था। उन्होंने देवदार के पेड़ों के रिंग्स (Annual Rings) का अध्ययन करते हुए पाया कि एक ही साल में कार्बन-14 (C-14) का स्तर असामान्य रूप से बढ़ा- जो किसी अत्यधिक शक्तिशाली सौर तूफान की तरफ इशारा करता था।
2023 में वैज्ञानिकों ने दक्षिणी फ्रांस में एक पेड़ के रिंग्स में 14,300 साल पुरानी एक कार्बन-14 स्पाइक खोजी। ये स्पाइक अब तक दर्ज सभी मियाके इवेंट्स में सबसे ज्यादा शक्तिशाली थी यानी कि पहले दर्ज इवेंट्स से दोगुनी ताकतवर थी। अब तक वैज्ञानिक 6 प्रमुख मियाके इवेंट्स की पहचान कर चुके हैं। सभी इवेंट्स हजारों साल पहले हुए हैं, लेकिन उनकी चेतावनी भविष्य के लिए बेहद अहम है। क्योंकि ये सिर्फ अतीत की घटना नहीं, भविष्य की चेतावनी है।
अगर अब आया ऐसा तूफान तो
अगर यही तूफान आज की दुनिया में आता है तो इसके नतीजे विनाशकारी होंगे। बिजली ग्रिड फेल हो सकते हैं। सैटेलाइट्स जल सकते हैं या संपर्क टूट जाएगा। इंटरनेट और मोबाइल नेटवर्क ठप पड़ सकते हैं। नेविगेशन सिस्टम, GPS और संचार व्यवस्था ध्वस्त हो सकती हैं। इनका सीधा असर एविएशन और एयर ट्रैफिक पर पड़ेगा। यानि कुछ ही पलों में हमारी पूरी आधुनिक जीवनशैली खत्म हो सकती है।
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 26 May 2025 at 11:16 IST