अपडेटेड 14 June 2025 at 14:17 IST
गूगल स्मार्टवॉच देगी भूकंप का अलर्ट! गूगल कर रहा बड़ी तैयारी; जानिए कैसे काम करेगा ये नया फीचर
गूगल का ये खास फीचर उन यूजर्स के लिए बहुत उपयोगी है जो LTE-सक्षम स्मार्टवॉच का उपयोग करते हैं और अक्सर बिन फोन लिए हुए ही बाहर निकल जाते हैं। अब भूकंप के समय उन्हें भी तत्काल अलर्ट मिल सकेगा, जिससे सुरक्षा के लिहाज से यह एक अहम तकनीकी सुधार साबित हो सकता है।
गूगल ने अपनी भूकंप चेतावनी प्रणाली को एक और कदम आगे बढ़ाते हुए अब इसे Wear OS आधारित स्मार्टवॉचों में भी उपलब्ध करा दिया है। अब तक यह सुविधा केवल एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स तक सीमित थी, लेकिन गूगल के हालिया सिस्टम रिलीज नोट्स के अनुसार, अब Wear OS यूजर्स को भी समय पर भूकंप की चेतावनी मिल सकेगी। गौरतलब है कि गूगल ने यह सुविधा अगस्त 2020 में पहली बार एंड्रॉयड डिवाइसों के लिए शुरू की थी। इसे धीरे-धीरे कई देशों में लागू किया गया और सितंबर 2023 में भारत में भी इसे लॉन्च किया गया। यह कदम आपदा प्रबंधन में तकनीक की भूमिका को और मजबूत करता है।
गूगल की भूकंप चेतावनी प्रणाली की खास बात यह है कि यह पारंपरिक भूकंपीय उपकरणों पर निर्भर नहीं रहती। इसके बजाय, यह दुनिया भर में मौजूद लाखों एंड्रॉयड फोनों में पहले से मौजूद मोशन सेंसर का इस्तेमाल करती है। जब किसी क्षेत्र में कई स्मार्टफोनों द्वारा एक साथ कंपन महसूस किया जाता है, तो वे यह डेटा तुरंत गूगल के सर्वर को भेजते हैं। इसके बाद गूगल का सिस्टम उस जानकारी का त्वरित विश्लेषण करता है और यह तय करता है कि वह कंपन किसी भूकंप के कारण हुआ है या नहीं। इस तकनीक की मदद से गूगल तेज और सटीक चेतावनियां भेजने में सक्षम है, जिससे लोगों को जान-माल की सुरक्षा के लिए जरूरी समय मिल सके।
डिजास्टर मैनेजमेंट के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम
जब गूगल का सिस्टम किसी एरिया में कंपन के डेटा की पुष्टि करता है कि वह वास्तव में भूकंप है, तो उस क्षेत्र के नजदीकी यूजर्स को कुछ सेकंड पहले ही चेतावनी भेज दी जाती है। यह सुविधा खासतौर पर उन यूजर्स के लिए बेहद उपयोगी है जो LTE-सक्षम स्मार्टवॉच का उपयोग करते हैं और अक्सर फोन के बिना ही बाहर निकलते हैं। अब भूकंप के समय उन्हें भी तत्काल अलर्ट मिल सकेगा, जिससे सुरक्षा के लिहाज से यह एक अहम तकनीकी सुधार साबित हो सकता है। इस रियल-टाइम अलर्ट में भूकंप की अनुमानित तीव्रता और उपकेंद्र (एपिसेंटर) से दूरी जैसी अहम जानकारियां शामिल होती हैं। भले ही ये चेतावनी कुछ ही सेकंड पहले मिले, लेकिन यही चंद सेकंड लोगों को सतर्क होने, सुरक्षित स्थान पर जाने और संभावित जान-माल की हानि से बचने का मौका दे सकते हैं। यह तकनीक डिजास्टर मैनेजमेंट के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम मानी जा रही है।
गूगल की स्मार्टवॉच पर भी आएगा भूकंप का अलर्ट
गूगल ने घोषणा की है कि अब उसकी भूकंप चेतावनी प्रणाली Wear OS पर चलने वाली स्मार्टवॉचों में भी उपलब्ध होगी। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि अगर आपका फोन आपके पास नहीं है, या साइलेंट मोड में है, तब भी आपकी स्मार्टवॉच कलाई पर कंपन या अलर्ट के जरिए आपको समय रहते भूकंप की जानकारी दे सकती है। यह सुविधा खासतौर पर उन यूजर्स के लिए बेहद उपयोगी है जो LTE-सक्षम स्मार्टवॉच का उपयोग करते हैं और अक्सर फोन के बिना ही बाहर निकलते हैं। अब भूकंप के समय उन्हें भी तत्काल अलर्ट मिल सकेगा, जिससे सुरक्षा के लिहाज से यह एक अहम तकनीकी सुधार साबित हो सकता है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि स्मार्टवॉच पर अलर्ट किस तरह दिखाई देंगे, लेकिन संभावना है कि ये फोन पर मिलने वाले अलर्ट के समान होंगे यानी तीव्रता और उपकेंद्र से दूरी जैसी जानकारी के साथ। छोटे भूकंप के लिए हल्का अलर्ट मिलेगा, जबकि बड़े झटकों के लिए तेज आवाज और विजुअल वार्निंग भी मिल सकती है, चाहे 'डू नॉट डिस्टर्ब' मोड ऑन ही क्यों न हो।
जानिए भारत में कब शुरू होगी ये सुविधा?
फिलहाल भारत में Wear OS स्मार्टवॉच के लिए गूगल की भूकंप चेतावनी सुविधा कब शुरू होगी, इसको लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। यह संभावना है कि एंड्रॉयड फोनों की तरह यह फीचर भी चरणबद्ध तरीके से कुछ क्षेत्रों में पहले शुरू किया जाए और फिर धीरे-धीरे अन्य जगहों पर बैकग्राउंड अपडेट के जरिए उपलब्ध कराया जाए। हालांकि यह तकनीक भूकंप जैसी आपदाओं को रोक नहीं सकती, लेकिन समय पर दी गई चेतावनी कई बार जीवन बचाने में अहम भूमिका निभा सकती है। चाहे वह मेज के नीचे छिपना हो, खिड़कियों से दूर हटना हो या बस मानसिक रूप से सतर्क रहना हो, सही समय पर मिले कुछ सेकंड का अलर्ट भी बड़ा अंतर पैदा कर सकता है। यह फीचर भूकंप के दौरान रियल-टाइम सेफ्टी रेस्पॉन्स के लिए एक अहम कदम माना जा रहा है।
Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 14 June 2025 at 14:17 IST