अपडेटेड 30 April 2024 at 21:58 IST
T20 वर्ल्ड कप: इंपैक्ट प्लेयर नियम का शिकार बने रिंकू सिंह, रिजर्व के रूप में हुआ सेलेक्शन
2024 T20 वर्ल्ड कप के लिए रिंकू सिंह को भारत की 15 सदस्यीय मेन टीम में जगह नहीं मिली है। इस बीच IPL के इंपैक्ट प्लेयर नियम को उनके लिए नुकसानदायक बताया गया है।
T20 World Cup 2024: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) मैचों को काफी हद तक 12 खिलाड़ियों का मुकाबला बनाने वाले ‘इंपेक्ट प्लेयर’ नियम का पावर हिटर रिंकू सिंह को नुकसान हुआ है और वो भारत की T20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) टीम में जगह नहीं बना सके हैं, क्योंकि उन्हें क्रीज पर काफी समय बिताने का मौका नहीं मिला।
पिछले IPL में एक ओवर में 5 छक्के जड़कर सुर्खियां बटोरने वाले अलीगढ़ के 26 वर्षीय बाएं हाथ के बल्लेबाज रिंकू पर शिवम दुबे को तरजीह देकर भारतीय टीम में जगह दी गई है, जबकि उन्हें रिजर्व खिलाड़ियों में शामिल किया गया है। IPL के मौजूदा सीजन के शुरुआती 10 मैचों के दौरान चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए ज्यादा समय क्रीज पर बिताने के कारण दुबे को मौका मिला है।
सेलेक्टर्स ने रिंकू को किस नजरिए से देखा?
मंगलवार को अहमदाबाद में हुई BCCI और नेशनल सेलेक्शन कमेटी की मीटिंग को लेकर जानकारी रखने वाले लोग इस बात पर सर्वसम्मति से सहमत थे कि पैनल ने रिंकू को आसानी से बाहर कर दिया होगा, क्योंकि उन्हें हार्दिक पांड्या और शिवम दुबे के साथ 15 खिलाड़ियों में जगह नहीं मिल सकती।
BCCI सूत्र ने इंपैक्ट प्लेयर नियम का हवाला
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के एक सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर पीटीआई को बताया-
इसमें कोई संदेह नहीं है कि रिंकू ने इंपैक्ट प्लेयर नियम की कीमत चुकाई है। वो स्पष्ट रूप से दुर्भाग्यशाली है। हार्दिक भले ही खराब फॉर्म में हो, लेकिन वो अब भी भारत के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर हैं और उन्हें बाहर करना एक जोखिम होता, क्योंकि वो एकमात्र व्यक्ति हैं, जिसने गेंदबाजी की है।
रिंकू को इंपैक्ट प्लेयर नियम से कैसे नुकसान हुआ?
दरअसल कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने रिंकू को फिनिशर की भूमिका दी और उन्हें कभी भी शीर्ष पांच में बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला। T20 वर्ल्ड कप के लिए सेलेक्शन से पहले 8 पारियों में उन्होंने केवल 82 गेंदें खेली जो हर पारी में लगभग 10 गेंद होती हैं। टीम के लिए भारतीय खिलाड़ियों में KKR के कप्तान श्रेयस अय्यर और वेंकटेश अय्यर के साथ अंगकृष रघुवंशी ने ज्यादातर ओवर खेले, जिससे अंत में रिंकू के पास करने के लिए काफी कुछ नहीं बचा।
रिंकू की तुलना में दुबे का रिकॉर्ड अच्छा
ये भी बात है कि रिंकू को बढ़ावा न देने के लिए KKR को दोषी नहीं ठहराया जा सकता, लेकिन सच कहा जाए तो श्रेयस और वेंकटेश नेशनल टीम में सेलेक्शन के दावेदार नहीं थे। इसके विपरीत चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और उनके चतुर रणनीतिज्ञ महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) 2021 सीजन से ही दुबे का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं। दुबे को IPL 2024 सीजन में अब तक 9 मैचों में 203 गेंदें खेलने को मिली हैं। ये प्रति मैच लगभग 23 गेंदें होती हैं, जो रिंकू से 13 ज्यादा हैं। दुबे ने अब तक 24 चौके और 26 छक्के मारे हैं, जबकि रिंकू ने अपनी 82 गेंदों में 9 चौके और 6 छक्के लगाए हैं।
धोनी का दिमाग का दुबे को फायदा
मध्यम तेज गति के गेंदबाज दुबे गेंदबाजी नहीं कर रहे हैं, क्योंकि धोनी ने सही आंका है कि उनकी गेंदबाजी क्षमता उम्मीद के मुताबिक नहीं है और विरोधी बल्लेबाज उन्हें निशाना बना सकते हैं। धोनी ने दुबे का सबसे अच्छा उपयोग किया और धीमी पिच पर पावर हिटिंग के उनके कौशल की बदौलत उन्हें भारतीय टीम में जगह बनाने का दावेदार बनाया। ये स्पष्ट नहीं है कि अगर इंपैक्ट प्लेयर नियम नहीं होता तो क्या धोनी और सुपर किंग्स के कप्तान रुतुराज गायकवाड़ दुबे का इस तरह उपयोग कर पाते।
23 मई तक टीम में बदलाव की अनुमति
जनवरी 2024 तक भारत के लिए 15 मैच में दो अर्धशतक की मदद से रिंकू का 176 का स्ट्राइक रेट उन्हें मुख्य टीम में जगह दिलाने के लिए पर्याप्त नहीं था। जैसे अंबाती रायुडू का बाहर होना 2019 वनडे वर्ल्ड कप से पहले सबसे दुर्भाग्यपूर्ण निर्णयों में से एक था, ये आशा ही की जा सकती है कि 15 सदस्यीय मेन टीम से रिंकू का बाहर होना नुकसानदायक नहीं होगा। रिंकू रिजर्व खिलाड़ियों का हिस्सा हैं और किसी खिलाड़ी के चोटिल होने पर उन्हें 15 सदस्यीय टीम में मौका मिल सकता है। साथ ही अगर चयनकर्ताओं को जरूरी लगता है तो 23 मई तक उन्हें टीम में बदलाव करने के लिए किसी कारण की जरूरत नहीं होगी।
(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
Published By : DINESH BEDI
पब्लिश्ड 30 April 2024 at 21:58 IST