अपडेटेड 21 April 2024 at 21:45 IST

भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक से पहले बताई सबसे बड़ी चुनौती, बोलीं- 'अगले 4 महीनों में…'

दुनिया के सबसे बड़े खेल इवेंट पेरिस ओलंपिक के दिन नजदीक आते जा रहे हैं। इस बीच ओलंपिक टिकट हासिल कर चुकीं भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने सबसे बड़ी चुनौती बताई है।

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भारतीय पहलवान विनेश फोगाट | Image: instagram

Paris Olympic 2024: ओलंपिक (Olympic) कोटा हासिल कर राहत महसूस कर रही भारतीय पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) का मानना है कि पेरिस ओलंपिक (Paris Olympic) खेलों की तैयारी के लिए 50 किग्रा के सबसे निचले वर्ग में अपना वजन बनाए रखना उनके लिए चुनौतीपूर्ण होगा।

29 वर्षीय विनेश ने एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर में शानदार प्रदर्शन किया था। यहां उन्होंने बिना अंक गंवाए अपना लगातार तीसरा ओलंपिक कोटा पक्का किया। बता दें कि विनेश भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के विरोध के कारण लगभग डेढ़ साल तक नियमित अभ्यास और खेल से दूर रहीं। इस दौरान अंतिम पंघाल ने 53 किग्रा वर्ग में कोटा स्थान हासिल कर लिया। विनेश लंबे समय से इसी भार वर्ग में चुनौती पेश करती रही हैं, लेकिन अब वो 50 किग्रा में स्पर्धा करेंगी।

विनेश के पास नहीं था और विकल्प

दरअसल देश की सबसे सफल महिला पहलवान के पास ओलंपिक कोटा सुनिश्चित करने के लिए वजन वर्ग बदलने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। विनेश ने 50 किग्रा वर्ग में कोटा सुनिश्चित करने के बाद कहा-

मुझे अपने वजन को बेहतर तरीके से प्रबंधित करना होगा। मैंने इतने लंबे समय के बाद अपने वजन को कम कर 50 किलो तक किया है, इसलिए मैं इसे जितना संभव हो उतना बनाए रखने की कोशिश करूंगी। मेरी मांसपेशियां मजबूत हैं, इससे मेरा वजन जल्दी बढ़ जाता है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं कितनी फिट हूं, फिर भी मेरा वजन बढ़ता है। मैं सिर्फ अपना वजन नियंत्रित करना चाहती हूं। मेरे पास चार महीने बचे हैं और हर दिन बहुत महत्वपूर्ण है।’’

एशियन गेम्स की गोल्ड मेडलिस्ट विनेश ने कहा- 

मैंने वजन में बदलाव इसलिए किया, क्योंकि मेरे पास कोई विकल्प नहीं था। मैंने अपनी खुशी से ऐसा नहीं किया। मैंने 50 किग्रा वर्ग में अपने देश के लिए कोटा जीता। मुझे खुशी है कि मैं ओलंपिक में जा सकती हूं। मैं 50 किग्रा वर्ग में जाऊंगी या 53 किग्रा वर्ग में, ये ट्रायल में तय होगा, लेकिन जो भी हो, मैंने अपने देश के लिए कोटा जीता है। 

बता दें कि विनेश को इससे पहले रियो और टोक्यो ओलंपिक में निराशा का सामना करना पड़ा है, लेकिन वो अब हर हाल में ओलंपिक मेडल के सपने को पूरा करना चाहती हैं। इसको लेकर विनेश ने कहा-

मैं बस अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करना चाहती हूं। मुझे कुश्ती करते हुए 20 साल हो गए हैं। मुझे बस ओलंपिक पदक चाहिए। हर कोई इसके लिए काम कर रहा है।

विनेश ने दावा किया था कि वो अवसाद से जूझ रही थीं और यहां तक कि वो कोरोना की चपेट में भी आ गई थीं और तत्कालीन WFI चीफ के खिलाफ लंबे समय तक विरोध और कानूनी लड़ाई के कारण मानसिक दबाव काफी बढ़ गया था। इन सब के बावजूद वो बिश्केक में कोटा जीतने में सफल रहीं।

वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीत चुकीं विनेश फोगाट ने कहा-

ये मुश्किल था, लेकिन जब आप जीतते हैं तो हर चीज सार्थक हो जाती है। मैं अगले चार-पांच दिन शांति के साथ रह सकती हूं। मेरा मुख्य लक्ष्य ओलंपिक में पदक जीतना है। मैं वो करने की कोशिश करूंगी, जो पिछले दो ओलंपिक में नहीं कर सकी। मैं इस ओलंपिक में बेहतर प्रदर्शन कर सकती हूं।

बता दें कि फ्रांस की राजधानी पेरिस में 26 जुलाई से ओलंपिक खेलों का आयोजन होना है, जिसमें विनेश समेत कई भारतीय एथलीटों और खिलाड़ियों से मेडल की उम्मीद होगी। 

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(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)

Published By : DINESH BEDI

पब्लिश्ड 21 April 2024 at 21:45 IST