अपडेटेड 15 January 2025 at 10:49 IST

खिलाड़ियों की पत्नियों को क्यों दूर करना चाहता है BCCI, परिवार से क्या परेशानी, कहीं वजह ये तो नहीं?

BCCI की नई गाइडलाइन के मुताबिक अब विदेशी दौरे पर टीम इंडिया के खिलाड़ियों की पत्नियां ज्यादा दिनों तक साथ नहीं रह सकेंगी।

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why bcci not wants team india family for long time in tour here is the main reason | Image: Instagram

ऑस्ट्रेलिया में हुए बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के बाद BCCI ने टीम इंडिया को लेकर कुछ बड़े बदलाव करने का मन बना लिया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने विदेशी दौरों के लिए नए दिशानिर्देश पेश किए हैं। नए नियम के अनुसार अब खिलाड़ियों की पत्नियां और परिवार उनके साथ ज्यादा दिनों तक नहीं रह पाएगा। कहा जा रहा है कि इस फैसले के पीछे टीम इंडिया का हालिया प्रदर्शन हो सकता है, लेकिन कई और कारण है जिसके चलते बीसीसीआई ने ये सख्त कदम उठाया है। आइए एक-एक कर उसके बारे में जानते हैं।

14 दिन से ज्यादा साथ नहीं रहेगा खिलाड़ियों का परिवार

बीसीसीआई की नई गाइडलाइन के मुताबिक अब विदेशी दौरे पर टीम इंडिया के खिलाड़ियों की पत्नियां ज्यादा दिनों तक साथ नहीं रह सकेंगी। नए नियम के अनुसार अगर टूर 45 दिन से ज्यादा है तो खिलाड़ियों का परिवार 14 दिनों तक उनके साथ रह सकता है। अगर दौरा 45 दिनों से कम का है तो ये समय सीमा सिर्फ 7 दिनों का होगा। अब सवाल ये उठता है कि बीसीसीआई ने ये कड़ा फैसला क्यों लिया है? आइए आपको इसके पीछे की बड़ी वजह बताते हैं।

BCCI को परिवार से क्या परेशानी?

बीसीसीआई  को दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड माना जाता है। ऐसे में खिलाड़ियों के परिवार का खर्चा उठाने में बोर्ड को कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन असली परेशानी है उन्हें मैनेज करना खासतौर पर जब दौरा लंबा हो। बता दें कि टीम इंडिया के खिलाड़ियों का परिवार जब टूर के दौरान उनके साथ होते हैं तो उनकी जिम्मेदारी बीसीसीआई को संभालनी होती है। खिलाड़ियों के साथ उनकी पत्नियों को बाहर आने-जाने का ख्याल बीसीसीआई को रखना होता है। इसके लिए टीम इंडिया के मैनेजर्स उनके साथ होते हैं।

बीसीसीआई के लिए खिलाड़ियों के परिवार का ख्याल रखना और उनका खर्चा उठाना आसान है, लेकिन उन्हें मैनेज करना मुश्किल। सबसे बड़ी दिक्कत लॉजिस्टिक्स है। कभी-कभी लंबे दौरे पर खिलाड़ियों के परिवार की संख्या इतनी ज्यादा हो जाती है कि इन्हें मैनेज करने में बीसीसीआई के पसीने छूट जाते हैं। खिलाड़ियों के परिवार के लिए टिकट का इंतजाम भी करना पड़ता है।

टीम बॉन्डिंग की कमी के कारण

कई बार ऐसा देखा गया है कि जब दो मैच के शेड्यूल में ज्यादा गैप होता है तो खिलाड़ी अक्सर अपने परिवार के साथ वक्त गुजारना पसंद करते हैं। ऐसे में टीम की बॉन्डिंग पर फर्क पड़ता है। मैदान के बाहर भी खिलाड़ियों के बीच दोस्ती, मुलाकात और बातचीत जरूरी होती है। यही वजह है कि अब बीसीसीआई ने नियम में बदलाव करते हुए सभी खिलाड़ियों को टीम बस में जाना अनिवार्य कर दिया है। अब कोई खिलाड़ी अलग-अलग यात्रा नहीं कर सकते हैं। सूत्रों के हवाले से ये भी जानकारी मिली है बीसीसीआई ने ये बदलाव इसलिए करना चाहते हैं ताकि टीम में एकता बनी रहे।

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BCCI के नए नियम क्या हैं?

  • क्रिकेटरों की पत्नियां पूरे दौरे पर नहीं रह सकेंगी
  • अगर विदेशी दौरा 45 दिन से अधिक का है तो खिलाड़ियों की पत्नियां 14 दिन उनके साथ रह सकती हैं, इससे ज्यादा नहीं। 
  • प्रत्येक खिलाड़ी को टीम बस से यात्रा करनी होगी, अलग से यात्रा की अनुमति नहीं है।

Published By : Ritesh Kumar

पब्लिश्ड 15 January 2025 at 10:49 IST