अपडेटेड 21 August 2025 at 13:34 IST
विनोद कांबली और सचिन तेंदुलकर में कौन बेहतर? भाई वीरू ने विनोद की तबीयत के बारे में भी दिया अपडेट, इमोशनल होकर बोले- मेरे दादा के लिए दुआ करें
भारतीय पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली (Vinod Kambli) कुछ समय से बीमार चल रहे हैं। अक्टूबर में यूरिन इन्फेक्शन के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
भारतीय पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली (Vinod Kambli) कुछ समय से बीमार चल रहे हैं। अक्टूबर में यूरिन इन्फेक्शन के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद वो घर वापस लौटे थे, लेकिन दिसंबर में उन्हें फिर से अस्पताल में भर्ती कराया गया।
अब एक यूट्यूब चैनल को दिए एक इंटरव्यू में उनके भाई वीरेंद्र कांबली ने उनके स्वास्थ्य की जानकारी दी है। वीरेंद्र ने बताया है कि उन्हें अभी भी बोलने में दिक्कत हो रही है। साथ ही उन्होंने उनके लिए दुआ करने की भी अपील की है।
वीरेंद्र ने क्या बताया?
वीरेंद्र ने इंटरव्यू में बताया कि वह अभी घर पर हैं। उनकी हालत स्थिर है, लेकिन अभी भी उनका इलाज चल रहा है। उनको बोलने में दिक्कत हो रही है। डॉक्टर ने कहा है कि अभी उन्हें ठीक होने में वक्त लगेगा। वो चैंपियन हैं, और जल्द ही ठीक हो जाएंगे। जल्द ही वो चलना भी शुरू कर देंगे। मुझे उम्मीद है कि वो जल्द ही आपको मैदान पर नजर आएंगे।
वीरेंद्र कांबली ने आगे कहा कि विनोद ने 10 दिनों तक रिहैब किया, पूरा बॉडी चेकअप हुआ। इसके बाद उनका ब्रेन स्कैन और यूरिन टेस्ट भी हुआ। वो अभी चल नहीं पा रहे हैं, इसलिए उन्हें फिजियोथेरेपी के लिए कहा गया है। उनकी जुबान अब भी लड़खड़ाती है। मैं लोगों से कहना चाहता हूं कि मेरे भाई के लिए दुआ करें ताकि वो जल्दी ठीक हो जाएं। उन्हें आपके प्यार की जरूरत है।
विनोद कांबली और सचिन तेंदुलकर में कौन बेहतर?
विनोद कांबली और सचिन तेंदुलकर भारतीय क्रिकेट के दो सबसे बड़े टैलेंट हैं, जो 1980 के दशक के अंत और 1990 के दशक की शुरुआत में खेल के टॉप पर पहुंचे। हालांकि, उनमें से केवल एक, तेंदुलकर, ही आगे चलकर एक शानदार करियर बना पाए। दूसरी ओर, कांबली, जिन्हें कई लोग सचिन से भी ज्यादा प्रतिभाशाली मानते थे, अपनी क्षमता का पूरा उपयोग नहीं कर पाए और उन्होंने भारत के लिए आखिरी बार साल 2000 में खेला। अब, कांबली के छोटे भाई वीरेंद्र ने कहा है कि कांबली ने कभी खुद को तेंदुलकर से ज्यादा बेहतर नहीं माना।
वीरेंद्र ने कहा, 'दोनों में एक जैसी प्रतिभा थी। आप यह नहीं कह सकते कि मेरा भाई सचिन से बड़ा था या सचिन उनसे बड़े थे। दोनों एक जैसे थे। मैंने अपने भाई को कभी यह कहते नहीं सुना कि वह सचिन से बेहतर हैं। सचिन दादा ने हमेशा विनोद का साथ दिया है। उनकी दोस्ती आज भी बहुत मजबूत है। सचिन एंड्रिया को फोन करके विनोद का हालचाल पूछते रहते हैं।'
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 21 August 2025 at 13:34 IST