अपडेटेड 22 October 2024 at 12:31 IST
मोटापा कम करो बोलकर पृथ्वी शॉ को मुंबई टीम ने निकाला तो बदले में आया ऐसा जवाब, बढ़ जाएगा विवाद!
Prithvi Shaw: रणजी में मुंबई के मुकाबले से पहले MCA ने पृथ्वी शॉ को ड्रॉप कर दिया है। जिसके बाद शॉ का इस पर रिएक्शन भी आया।
लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे पृथ्वी शॉ की भारतीय टीम में वापसी तो दूर अब उनका घरेलू क्रिकेट में खेलना भी मुश्किल ही लग रहा है। पृथ्वी शॉ कभी चोट तो कभी निजी कारणों के कारण घरेलू क्रिकेट में भी कम ही एक्टिव रह पाए।
रणजी सीजन में मुंबई को अपना अगला मुकाबला 26 अक्टूबर को त्रिपुरा के खिलाफ खेलना है। लेकिन इस मुकाबले से पहले मुंबई सेलेक्शन कमेटी ने पृथ्वी शॉ को ड्रॉप कर दिया है। जिसके बाद शॉ का इस पर रिएक्शन भी आया। क्या है इसके पीछे की वजह आइए जानते हैं-
पृथ्वी शॉ को मुंबई की रणजी टीम से किया गया ड्रॉप
मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने रणजी ट्रॉफी 2024-25 में अपने तीसरे मैच के लिए 16 सदस्यीय टीम का एलान सोमवार यानी 21 अक्टूबर को किया। त्रिपुरा के खिलाफ मैच के लिए मुंबई की टीम ने ओपनर पृथ्वी शॉ को ड्रॉप किया है। मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के सेक्रेटरी ने कहा कि पृथ्वी को ब्रेक दिया गया है। सेलेक्टर्स और कोच ने उनके साथ बातचीत की और उन्हें कुछ सुधार करने को कहा गया, जिसमें फिटनेस भी शामिल है।
पृथ्वी शॉ का रिएक्शन हो रहा वायरल
मुंबई टीम से ड्रॉप होने के बाद पृथ्वी शॉ ने इंस्टाग्राम स्टोरी शेयर की है, जिसके जरिए उन्होंने अपना दर्द जाहिर किया। मुंबई की टीम द्वारा ड्रॉप होने के बाद पृथ्वी शॉ ने इंस्टाग्राम स्टोरी के जरिए अपने मन का हाल बताया। पृथ्वी ने स्टोरी में लिखा कि मुझे ब्रेक की जरूरत, धन्यवाद। इस दौरान पृथ्वी ने फेक स्माइल का इमोजी भी लगाया है, जिससे ये समझ आ रहा है कि ड्रॉप होने के बाद वह काफी दुखी है।
पृथ्वी शॉ का मोटापा और अनुशासनहीनता बना बड़ा सिरदर्द
क्रिकबज की एक रिपोर्ट के अनुसार, शॉ की अनुशासनहीनता और बढ़ता मोटापा महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन के लिए बड़ा सिरदर्द बनती जा रही है। टीम मैनेजमेंट ने एमसीए को अपनी रिपोर्ट में बताया है कि पृथ्वी शॉ के शरीर में 35 प्रतिशत फैट है और टीम में वापस आने से पहले उन्हें कड़ी ट्रेनिंग की जरूरत है। शॉ का नेट सेशन में देरी से पहुंचना भी मैनेजमेंट के लिए बड़ी चिंता का विषय बन चुका था।
शॉ नेट सेशन को सीरियसली नहीं लेते थे
रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया गया कि शॉ नेट सेशन को सीरियसली नहीं लेते हैं और खेल में काफी अनियमित थे। कई लोग उन्हें ओवर वेट मानते हैं। श्रेयस अय्यर, शार्दुल ठाकुर और यहां तक कि कप्तान अजिंक्य रहाणे जैसे दिग्गज क्रिकेटर्स प्रैक्टिस सेशन में काफी नियमित हैं। दूसरी ओर, शॉ जो कि रणजी ट्रॉफी के दो मैचों की चार पारियों में 7,12,1 और 39 रन ही बना पाए हैं वे कई प्रैक्टिस सेशन मिस करते हैं। रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि शॉ को बाहर करने का फैसला सिर्फ मैनेजमेंट और सिलेक्टर्स का फैसला नहीं था। यहां तक कि टीम के कप्तान और कोच भी शॉ को टीम में रखने के पक्ष में नहीं थे।
Published By : Shubhamvada Pandey
पब्लिश्ड 22 October 2024 at 12:31 IST