अपडेटेड 20 July 2024 at 21:18 IST

हेड कोच की नियुक्ति पर भारतीय फुटबॉल महासंघ में बवाल, महान फुटबॉलर ने की पद से इस्तीफे की पेशकश

भारतीय मेंस फुटबॉल टीम के हेड कोच की नियुक्ति के बाद अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ में बवाल हो गया है। बाईचुंग भूटिया ने इस्तीफे की पेशकश की है।

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हेड कोच की नियुक्ति के बाद AIFF में बवाल | Image: AP

Indian Football: भारतीय मेंस फुटबॉल टीम (Indian Men's Football Team) के हेड कोच की नियुक्ति पर अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) में बवाल हो गया है। 

महान फुटबॉलर बाईचुंग भूटिया (Bhaichung Bhutia) ने शनिवार को नेशनल मेंस फुटबॉल टीम के मुख्य कोच की नियुक्ति में पैनल को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) की कार्यकारी समिति से कहा है कि वो तकनीकी समिति की सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं।

मनोलो मार्केज को बनाया गया कोच

इंडियन सुपर लीग (Indian Super League) की टीम एफसी गोवा के कोच स्पेन के मनोलो मार्केज को शनिवार को AIFF की कार्यकारी समिति ने भारत का हेड कोचो नियुक्त किया। वो क्रोएशिया के इगोर स्टिमक की जगह लेंगे, जिन्हें 17 जून को बर्खास्त कर दिया गया था।

पूर्व खिलाड़ी के रूप में कार्यकारी समिति के सह चयनित सदस्य भूटिया शनिवार की बैठक में शामिल हुए। उन्होंने दावा किया कि सामान्य तौर पर तकनीकी समिति राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच की सिफारिश करती है। मौजूदा तकनीकी पैनल के अध्यक्ष दिग्गज आईएम विजयन हैं।

'तकनीकी समिति की एक भी बैठक नहीं हुई'

भूटिया ने पीटीआई से कहा- 

मैं पहले (2013 से 2017 तक) एआईएफएफ तकनीकी समिति का अध्यक्ष रह चुका हूं और स्टीफन कोंस्टेंटाइन के मामले में कोच नियुक्तियों में शामिल रहा हूं। तकनीकी समिति का काम आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की छंटनी करना और कोच बनने के लिए उपयुक्त व्यक्ति की सिफारिश करना है, लेकिन इस बार स्टिमक के उत्तराधिकारी की नियुक्ति के लिए तकनीकी समिति की एक भी बैठक नहीं हुई। कितने उम्मीदवारों ने आवेदन किया है, किसे छांटा गया है, इस पर चर्चा करने के लिए तकनीकी समिति की एक भी बैठक नहीं हुई। इस बार ऐसा कुछ नहीं हुआ। पहले भी इस प्रक्रिया का पालन किया गया था, लेकिन इस बार नहीं।

नाराज होकर इस्तीफे की पेशकश

भूटिया ने कहा- 

अगर आप मुख्य कोच की नियुक्ति में तकनीकी समिति को दरकिनार करने जा रहे हैं तो हम इसके लिए क्यों हैं। मैंने कार्यकारी समिति की बैठक में कहा था कि चूंकि तकनीकी समिति शामिल नहीं थी इसलिए तकनीकी समिति का कोई महत्व नहीं था। तो हम किस लिये हैं। मैंने कहा कि मैं तकनीकी समिति की सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।

भूटिया ने कहा कि AIFF के उपाध्यक्ष एनए हारिस के नेतृत्व में एक विशेष समिति स्टिमक के उत्तराधिकारी की तलाश कर रही थी और वो इसके पूरी तरह खिलाफ थे। मैंने विशेष समिति के गठन का पूरी तरह विरोध किया। एक तकनीकी समिति पहले से ही मौजूद है और आपने कोच की नियुक्ति पर चर्चा करने के लिए एक विशेष समिति कैसे बनाई? प्रक्रिया ही गलत है। कोचों को तकनीकी समिति से कोई चर्चा किए बिना कार्यकारी समिति द्वारा नियुक्त किय जाता है, निकाला जाता है और उनका कार्यकाल बढ़ा दिया जाता है। अध्यक्ष एक या दो नाम प्रस्तावित करता है और कार्यकारी समिति एक पर सहमति बनाती है। 

बता दें कि AIFF तकनीकी समिति के अन्य सदस्यों में शब्बीर अली, क्लाइमेक्स लॉरेंस, विक्टर अमलराज और संतोष सिंह शामिल हैं। AIFF ने कहा कि विजयन वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक में शामिल हुए। AIFF के कार्यवाहक महासचिव एम सत्यनारायण से संपर्क किए जाने पर उन्होंने ये भी कहा कि कोच की नियुक्ति प्रक्रिया में विजयन से सलाह ली गई थी।

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(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)

Published By : DINESH BEDI

पब्लिश्ड 20 July 2024 at 21:18 IST