अपडेटेड 27 November 2024 at 17:17 IST

'अगर BJP में शामिल होता...', NADA के कुश्ती से 4 साल के लिए बैन करने पर क्या बोले बजरंग पूनिया?

भारतीय ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया ने नाडा की ओर से उन पर लगाए 4 साल के बैन पर अपना पक्ष रखा है। बजरंग ने तीखा जवाब दिया है।

Follow :  
×

Share


NADA के बैन पर बजरंग पूनिया की सफाई | Image: PTI-File

Bajrang Punia Statement on Ban by NADA: डोप जांच के लिए नमूना देने से इनकार करने के कारण नाडा (NADA) की ओर से कुश्ती खेलने से 4 साल के लिए निलंबित किए गए ओलंपिक पदक विजेता भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) ने प्रतिक्रिया दी है। 

बजरंग (Bajrang) ने बुधवार को एक बयान में कहा कि ये सरकार का प्रतिशोधात्मक कदम है और वो बीजीपे में शामिल हो जाते हैं तो ये बैन हटा दिया जाएगा। उधर NADA ने कहा कि बजरंग (Bajrang Punia) ने 10 मार्च को नेशनल टीम के लिए सिलेक्शन ट्रायल के दौरान नमूना देने से इनकार करके नियमों का उल्लंघन किया।

UWW ने भी कर दिया बैन

डोपिंग रोधी संस्था ने सबसे पहले टोक्यो ओलंपिक के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट पहलवान को 23 अप्रैल को इस उल्लघंन के लिए निलंबित किया था, जिसके बाद खेल की विश्व संचालन संस्था UW ने भी उन्हें निलंबित कर दिया था।

बजरंग ने खुलकर की बातचीत

बजरंग (Bajrang) ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा-

ये चौंकाने वाला नहीं है, क्योंकि ट्रायल का ये मामला पिछले एक साल से चल रहा है। मैंने पहले भी कहा है कि मैंने NADA को नमूना देने से इनकार नहीं किया है। जब वो डोप जांच के लिए मेरे घर आए थे तो वो एक ‘एक्सपायरी किट’ (दिसंबर 2023 में) लेकर आए थे। मैंने इसे सोशल मीडिया पर भी पोस्ट किया है।

बता दें कि पूनिया (Punia) और उनकी साथी पहलवान और रिश्ते में उनकी साली ओलंपियन विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) कुछ महीने पहले कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे।

बचाव में क्या बोले बजरंग?

बजरंग ने अपने बचाव में कहा-

आप किसी भी खिलाड़ी को ‘एक्सपायरी किट’ नहीं दे सकते। जहां तक ​​मेरा सवाल है तो मेरी टीम वहां थी, इसलिए उन्होंने ये देख लिया। वो 2020, 2021, 2022 की ‘एक्सपायरी किट’ लेकर आए थे। मैंने मूत्र का नमूना दिया था, लेकिन फिर मेरी टीम ने किट की जांच की और पाया कि ये ‘एक्सपायर’ (तारीख खत्म होना) हो चुकी थी, इसलिए हमने किट का वीडियो बनाया और हमने NADA को मेल किया, लेकिन उन्होंने अपनी गलती स्वीकार नहीं की।

WFI और बृजभूषण का भी जिक्र किया

बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) ने आरोप लगाया कि सरकार भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी नेता बृजभूषण शरण सिंह (Brijbhushan Sharan Singh) के खिलाफ लंबे समय से चल रहे धरने में शामिल होने के लिए उनसे बदला लेना चाहती है। उन्होंने कहा- 

मुझे ये भी लगता है कि महिला पहलवानों के समर्थन में हमारे विरोध प्रदर्शन के कारण वो बदला लेने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि सभी एजेंसियां ​​सरकार के अधिकार क्षेत्र में आती हैं। 

पूनिया (Punia) ने दावा किया- 

मैं पिछले 10-12 साल से प्रतिस्पर्धा कर रहा हूं और मैंने सभी टूर्नामेंटों और भारत के शिविरों के दौरान नमूना दिया है, लेकिन सरकार का मकसद हमें तोड़ना और उनके सामने झुकाना है। अगर मैं भाजपा में शामिल हो जाता हूं तो मुझे लगता है कि सभी प्रतिबंध हटा लिए जाएंगे।

इस निलंबन का मतलब है कि बजरंग (Bajrang) 22 अप्रैल 2028 तक प्रतिस्पर्धी कुश्ती में वापस नहीं आ पाएंगे। इसके अलावा अगर वो विदेश में कोचिंग की नौकरी के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो वो ऐसा नहीं कर पाएंगे।

ये भी पढ़ें- IPL Mega Auction में हुई धांधली! ललित मोदी ने किया सनसनीखेज खुलासा, CSK के मालिक पर लगाए गंभीर आरोप

(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)

Published By : DINESH BEDI

पब्लिश्ड 27 November 2024 at 17:17 IST