अपडेटेड 30 June 2024 at 20:43 IST
Yogini Ekadashi Niyam: योगिनी एकादशी के एक दिन पहले कर लें ये काम, जानें क्या है तिथि और नियम
योगिनी एकादशी बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दिन को लेकर शास्त्रों में कुछ नियम और काम बताए गए हैं, जिन्हें एक दिन पहले ही कर लेना चाहिए।
Yogini Ekadashi Niyam: हिंदू धर्म में बेहद ही खास और महत्वपूर्ण माना जाने वाला एकादशी का व्रत भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को समर्पित किया गया है। मान्यता है कि इस एक व्रत को करने मात्र से व्यक्ति के सारे कष्ट, रोग, दोष और पाप नष्ट हो जाते हैं और उसकी सभी मनोकामनाएं जल्द ही पूरी हो जाती है। हालांकि इस व्रत को लेकर कुछ नियम भी बताए गए हैं, जिनका पालन करना बहुत ही जरूरी होता है। वहीं इस लिस्ट में योगिनी एकादशी का नाम भी शामिल है। तो चलिए जानते हैं कि यह कब है और इसके क्या नियम हैं।
हर साल अषाढ़ माह (Ashadh) के कृष्ण पक्ष (Krishna Paksha) की एकादशी तिथि को योगिनी एकादशी का व्रत (Yogini Ekadashi Vrat) रखा जाता है। इस साल इस तिथि की शुरुआत 1 जुलाई 2024 दिन सोमवार की सुबह 10 बजकर 27 मिनट से लगेगा जिसका समापन 2 जुलाई 2024 दिन मंगलवार की सुबह 8 बजकर 41 मिनट पर होगा। ऐसे में उदयातिथि को देखते हुए इस साल योगिनी एकादशी (Yogini Ekadashi 2024) का व्रत 2 जुलाई दिन मंगलवार को रखा जाएगा।
योगिनी एकादशी पर दान का महत्व (Yogini Ekadashi Daan Ka Mahatav)
धार्मिक मान्यता के मुताबिक योगिनी एकादशी के दिन व्रत करने से मनुष्य को धरती पर सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। वहीं अगर इस दिन जातक किसी भी तरह का कोई भी दान करता है, तो उसे 84 हजार ब्राह्मणों को भोजन कराने के बराबर फल मिलता है। ऐसे में योगिनी एकादशी का व्रत रखने से पहले आपको एक दिन पहले ही कुछ काम कर लेने चाहिए और इसके नियमों का भी पालन करना चाहिए।
योगिनी एकादशी के एक दिन पहले कर लें ये काम (Yogini Ekadashi)
अगर आप योगिनी एकादशी का व्रत रखने जा रहें हैं, तो आपको कुछ कामों को एक दिन पहले ही कर लेना चाहिए। धार्मिक मान्यता के मुताबिक एक एकादशी के एक दिन पहले सात्विक भोजन करना चाहिए और एक दिन पहले ही नाखून, दाढ़ी और बाल काट लेने चाहिए। इसके अलावा एकादशी के एक दिन पहले तुलसी के पत्तों को तोड़कर रख लेना चाहिए। इस दिन भूलकर भी तुलसी के पौधे को हाथ नहीं लगाना चाहिए।
योगिनी एकादशी के नियम (Yogini Ekadashi Niyam)
- योगिनी एकादशी तिथि पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा अर्चना करना चाहिए।
- अगर कोई व्यक्ति इस दिन व्रत नहीं है, तो उसे भूलकर भी चावल नहीं खाना चाहिए।
- अगर किसी व्यक्ति ने एकादशी का व्रत रखा है, तो उसे इस दिन रात्रि जागरण करना चाहिए, इससे लक्ष्मी नारायण प्रसन्न होंगे। घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है।
- एकादशी व्रत में पारण का बहुत ही विशेष महत्व होता है। ऐसे में एकादशी के अगले दिन यानी द्वादशी तिथि पर सुबह स्नान करके सूर्य देव को जल देना चाहिए और पारण करना चाहिए।
- एकादशी व्रत के बाद तुलसी के पत्तों को प्रसाद के रूप में ग्रहण करके एकादशी व्रत का पारण करें।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 30 June 2024 at 20:43 IST